Pakistan: क्या Lahore में होगा Bhagat, Sukhdev, Rajguru की याद में समारोह? क्या अदालत देगी सुरक्षा के निर्देश?
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Pakistan: क्या Lahore में होगा Bhagat, Sukhdev, Rajguru की याद में समारोह? क्या अदालत देगी सुरक्षा के निर्देश?

शहीद भगत सिंह स्मारक फाउंडेशन ने अदालत में प्रस्तुत याचिका में कहा है कि भगत सिंह की याद में होने जा रहे इस समारोह को लेकर कुछ मजहबी उन्मादियों ने धमकी दी है

by WEB DESK
Mar 18, 2024, 12:15 pm IST
in विश्व
क्रांतिवीरों सरदार भगत सिंह, राजगुरु तथा सुखदेव

क्रांतिवीरों सरदार भगत सिंह, राजगुरु तथा सुखदेव

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

लाहौर उच्च न्यायालय में आज एक दिलचस्प याचिका की सुनवाई होनी है। यह याचिका इस मांग को लेकर है कि अदालत भारत की आजादी के लिए फांसी चढ़ने वाले तीन क्रांतिवीरों सरदार भगत सिंह, राजगुरु तथा सुखदेव के 93वें शहादत समारोह की सुरक्षा का आदेश दे।

उल्लेखनीय है कि हर साल लाहौर में उक्त तीनों क्रांतिवीरों की शहादत की याद में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस साल इसी कार्यक्रम को सुरक्षा दिए जाने की मांग वाली यह याचिका आयोजक भगत सिंह स्मारक फाउंडेशन पाकिस्तान ने दायर की है। गत शनिवार को दायर की गई इस याचिका पर आज संभवत: अदालत अपना फैसला सुना दे।

भगत सिंह स्मारक फाउंडेशन की ओर से याचिका दायर करने वाले वकील इम्तियाज राशिद कुरैशी को उम्मीद है कि अदालत फाउंडेशन के इस कार्यक्रम को सुरक्षा उपलब्ध कराएगी। याचिका दायर करने के पीछे वजह नई बनी पंजाब सरकार द्वारा कार्यक्रम को सुरक्षा दिए जाने की अपील पर ध्यान न दिया जाना है। आयोजक कट्टर मजहबी तत्वों की तरफ से इस आयोजन के कथित विरोध को देखते हुए सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।

लाहौर का शादमान चौक, जहां 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को तत्कालीन अंग्रेज हुकूमत ने फांसी दी थी

भगत सिंह स्मारक फाउंडेशन की ओर से याचिका दायर करने वाले वकील इम्तियाज राशिद कुरैशी को उम्मीद है कि अदालत फाउंडेशन के इस कार्यक्रम को सुरक्षा उपलब्ध कराएगी। याचिका दायर करने के पीछे वजह नई बनी पंजाब सरकार द्वारा कार्यक्रम को सुरक्षा दिए जाने की अपील पर ध्यान न दिया जाना है। आयोजक कट्टर मजहबी तत्वों की तरफ से इस आयोजन के कथित विरोध को देखते हुए सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।

अगले हफ्ते 23 मार्च को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम की तैयारी पूरी हो चुकी हैं। फाउंडेशन गत अनेक वर्ष से इसे आयोजित करके तीनों क्रांतिवीरों के फांसी पर चढ़ने के प्रति अपनी कृतक्षता ज्ञापित करती आ रही है। याचिका में कहा गया है कि उच्च न्यायालय इस कार्यक्रम को पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए पंजाब सरकार को उचित निर्देश दे। 23 मार्च को यह कार्यक्रम लाहौर के शादमान चौक पर सम्पन्न होना है।

यह पंजाब सूबे के लाहौर का शादमन चौक ही है जहां 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को तत्कालीन अंग्रेज हुकूमत ने फांसी दी थी। फाउंडेशन के वकील ने अदालत में प्रस्तुत याचिका में उल्लेख किया है कि भगत सिंह की याद में होने जा रहे इस समारोह को लेकर कुछ मजहबी उन्मादियों ने धमकी दी है।

जैसा पहले बताया, फाउंडेशन ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने से पहले पंजाब सूबे की सरकार से सुरक्षा दिए जाने की अपील की थी। लेकिन उस अपील पर ध्यान नहीं दिया गया। याचिका में पंजाब सरकार तथा जिला प्रशासन के तीन अधिकारियों के खिलाफ अदालत के आदेश की अवमानना को लेकर कार्रवाई करने की मांग की गई है। यहां बता दें कि लाहौर उच्च न्यायालय ने ही साल 2018 में शादमन चौक का नाम बदलकर भगत सिंह चौक करने का आदेश पारित किया था।

 

Topics: पंजाबBhagat singhappealशादमन चौकपाकिस्तानmemorial foundationPakistanHigh CourtpunjablahoreFreedom Fighterभगत सिंह
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और जनरल असीम मुनीर: पाकिस्तान एक बार फिर सत्ता संघर्ष के उस मोड़ पर खड़ा है, जहां लोकतंत्र और सैन्य तानाशाही के बीच संघर्ष निर्णायक हो सकता है

जिन्ना के देश में तेज हुई कुर्सी की मारामारी, क्या जनरल Munir शाहबाज सरकार का तख्तापलट करने वाले हैं!

प्रतीकात्मक तस्वीर

बलूचिस्तान में हमला: बस यात्रियों को उतारकर 9 लोगों की बेरहमी से हत्या

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

ईरान से निकाले गए अफगान शरणा​र्थी   (फाइल चित्र)

‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के परखच्चे उड़ा रहे Iran-Pakistan, अफगानियों को देश छोड़ने का फरमान, परेशानी में ​Taliban

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

इब्न बतूता को मंदिर में मिला था पहचान छिपाकर रहने वाला मुस्लिम

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

Loose FASTag होगा ब्लैकलिस्ट : गाड़ी में चिपकाना पड़ेगा टैग, नहीं तो NHAI करेगा कार्रवाई

Marathi Language Dispute

‘मराठी मानुष’ के हित में नहीं है हिंदी विरोध की निकृष्ट राजनीति

यूनेस्को में हिन्दुत्त्व की धमक : छत्रपति शिवाजी महाराज के किले अब विश्व धरोहर स्थल घोषित

मिशनरियों-नक्सलियों के बीच हमेशा रहा मौन तालमेल, लालच देकर कन्वर्जन 30 सालों से देख रहा हूं: पूर्व कांग्रेसी नेता

Maulana Chhangur

कोडवर्ड में चलता था मौलाना छांगुर का गंदा खेल: लड़कियां थीं ‘प्रोजेक्ट’, ‘काजल’ लगाओ, ‘दर्शन’ कराओ

Operation Kalanemi : हरिद्वार में भगवा भेष में घूम रहे मुस्लिम, क्या किसी बड़ी साजिश की है तैयारी..?

क्यों कांग्रेस के लिए प्राथमिकता में नहीं है कन्वर्जन मुद्दा? इंदिरा गांधी सरकार में मंत्री रहे अरविंद नेताम ने बताया

VIDEO: कन्वर्जन और लव-जिहाद का पर्दाफाश, प्यार की आड़ में कलमा क्यों?

क्या आप जानते हैं कि रामायण में एक और गीता छिपी है?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies