CAA पर गृह मंत्री अमित शाह की दो टूक, ये भारत की संप्रभुता का निर्णय है, कभी वापस नहीं होगा कानून
May 20, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

CAA पर गृह मंत्री अमित शाह की दो टूक, ये भारत की संप्रभुता का निर्णय है, कभी वापस नहीं होगा कानून

गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे टाइमिंग वाले प्रपंच को ध्वस्त करते हुए स्पष्ट किया कि हमने वर्ष 2019 में ही अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा था कि हम CAA लाएंगे और पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के जो शरणार्थी हैं, उनको नागरिकता देंगे।

by Kuldeep singh
Mar 14, 2024, 09:48 am IST
in भारत
Amit Shah on CAA Law

अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

CAA देश में लागू हो चुका है। लेकिन अक्सर एक सवाल किया जाता है कि क्या कृषि कानून की तरह भी दबावों के आगे झुकते हुए सरकार इस कानून को वापस लेगी? इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जबाव दिया है। उन्होंने दो टूक कहा है कि CAA कानून कभी वापस नहीं लिया जाएगा। हमारे देश में भारतीय नागरिकता सुनिश्चित करना ये भारत का विषय है और भारत की संप्रभुता का निर्णय है, हम इससे कभी समझौता नहीं करेंगे।

#WATCH केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "CAA कानून कभी वापस नहीं लिया जाएगा। हमारे देश में भारतीय नागरिकता सुनिश्चित करना ये भारत का विषय है और भारत की संप्रभुता का निर्णय है, हम इससे कभी समझौता नहीं करेंगे।" pic.twitter.com/B2DoxgpkGl

— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 14, 2024

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने ये बातें कही। उन्होंने विपक्ष द्वारा सीएए की टाइमिंग पर सवाल खड़े करने को लेकर आरोप लगाया कि विपक्ष इस वक्त झूठ की राजनीति कर रहा है। अमित शाह ने कहा, “सारे विपक्षी दल, चाहे असदुद्दीन ओवैसी हों, राहुल गांधी, ममता बनर्जी हों या केजरीवाल हों ये लोग झूठ की राजनीति कर रहे हैं इसलिए टाइमिंग का महत्व नहीं है।”

इसे भी पढ़ें:  CAA : धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होने वाले गैर मुस्लिमों के खिलाफ अरविंद केजरीवाल और अवैध रोहिंग्याओं पर नहीं एक भी सवाल

#WATCH | विपक्षी पार्टियों द्वारा CAA की अधिसूचना की टाइमिंग पर विपक्ष द्वारा सवाल उठाए जाने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "सारे विपक्षी दल, चाहे असदुद्दीन ओवैसी हों, राहुल गांधी, ममता बनर्जी हों या केजरीवाल हों ये लोग झूठ की राजनीति कर रहे हैं इसलिए टाइमिंग का महत्व… pic.twitter.com/5kqykQ5yDM

— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 14, 2024

घोषणा पत्र में ही हमने कर दिया था ऐलान: अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे टाइमिंग वाले प्रपंच को ध्वस्त करते हुए स्पष्ट किया कि हमने वर्ष 2019 में ही अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा था कि हम CAA लाएंगे और पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के जो शरणार्थी हैं, उनको नागरिकता देंगे। भाजपा का एजेंडा बहुत ही स्पष्ट है और उसी एजेंडे के आधार पर हमें बहुमत मिला है। 2019 में ही यह बिल संसद के दोनों सदनों ने पारित कर दिया था। उसके बाद कोविड के कारण थोड़ा सा लेट हुआ। अब टाइमिंग का क्या महत्व रह जाता है। सरकार ने अफनी इच्छा को चुने जाने से पहले ही अभिव्यक्त कर दी है।

उन्होंने आगे कहा, “इसके बाद जब 2019 के लोकसभा चुनाव में चुने जाने के बाद पहली प्राथमिकता के तहत दोनों सदनों से इस कानून को मान्यता मिल गई। रूल्स तो फॉर्मेलिटी है, अब टाइमिंग या पॉलिटिकल गेन या फिर लॉस का सवाल नहीं है। अब विपक्ष तुष्टिकरण की राजनीति कर वोट बैंक को मजबूत करना चाहता है। मैं उनको (विपक्ष) विनती करता हूं कि वे अब बेनकाब हो चुके हैं। ऐसा न करें। देश की जनता जानती है कि CAA इस देश का कानून है। मैं 4 साल में कम से कम मैं 41 बार बोल चुका हूं कि CAA लागू होगा और चुनाव से पहले होगा।”

अमित शाह ने ये स्पष्ट किया कि सीएए कानून भारतीय जनता पार्टी के लिए किसी पॉलिटिकल गेन का मुद्दा नहीं है, बल्कि ये पीएम नरेंद्र मोदी के लिए अफगानिस्ता, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए हुए करोड़ों शरणार्थियों को उनका अधिकार देने का मुद्दा है। ये उन शरणार्थियों को पीड़ा से मुक्ति देने और उनकी पीढ़ियों को न्याय दिलाने का मुद्दा है, जो कांग्रेस पार्टी ने कभी नहीं किया।

Topics: who will benefit from CAA lawअमित शाहAmit Shahक्या है सीएए कानूनWhat is CAA lawअमित शाह का सीएए को लेकर बयानअमित शाह सीएएसीएए कानून से किसे होगा फायदाAmit Shah's statement regarding CAAAmit Shah CAA
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Amit Shah operation Sindoor Pakistan

पाकिस्तान को 100 KM अंदर तक घुसकर मारा, सेना ने ईंट का जवाब पत्थर से दिया, Operation Sindoor पर बोले अमित शाह

‘जहां कभी था लाल आतंक, वहां लहरा रहा तिरंगा’ : 21 दिनों में 31 कुख्यात नक्सली ढेर, अमित शाह ने दी जवानों को बधाई

pushkar singh dhami

उत्तराखंड : सीएम धामी ने चारधाम और बांधों की सुरक्षा बढ़ाने के दिए निर्देश, अलर्ट मोड पर अधिकारी

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद उत्तराखंड में हाई अलर्ट, अमित शाह ने CM और DGP के साथ की सुरक्षा बैठक

संस्कृत मजबूत होगी तो बाकी भाषाएं भी मजबूत होंगी : अमित शाह

‘चुन-चुन कर लेंगे बदला’ : पहलगाम हमले के आतंकियों को अमित शाह ने दी चेतावनी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री

दिल्ली में ‘ई-जीरो एफआईआर’ पहल लॉन्च, गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- साइबर अपराधियों पर अब होगी तुरंत कार्रवाई 

मुंबई में कोरोना के 8 संदिग्ध मरीज, अभिनेत्री शिल्पा शिरोडकर भी संक्रमित

Dhruv Rathi

यूट्यूबर ध्रुव राठी पर एफआईआर की मांग, सिखों की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का आरोप

पाकिस्तानी जासूस तारीफ

नूंह से पाकिस्तानी जासूस तारीफ गिरफ्तार, भेजी गोपनीय जानकारी, पाकिस्तान उच्चायोग के दो कर्मियों के खिलाफ भी केस दर्ज

दिग्विजय सिंह

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की मुश्किलें बढ़ीं, कांग्रेस नेत्री सरला मिश्रा माैत मामले में भाई ने दर्ज कराई शिकायत

साइबर संघर्ष में भी पिटा पाकिस्तान

Makhana Benefits

वजन कम करने में मखाना कैसे करता है मदद?

बैठक

देहरादून में 16वें वित्त आयोग की बैठक, राज्य की दीर्घकालिक योजनाओं पर अहम चर्चा

प्रतीकात्मक तस्वीर

आईएसआई को सैन्य जानकारी दे रहे थे दो भेदी काबू, मोबाइल जांच में पुष्टि

मनजिंदर सिंह सिरसा
उद्योग मंत्री, दिल्ली

आतंकवाद और व्यापार साथ-साथ नहीं चलेगा

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies