पोप फ्रांसिस एशिया प्रशांत के 12 दिवसीय दौरे पर हैं, लेकिन उन्होंने ये नहीं सोचा इंडोनेशिया पहुंचते ही उनकी हत्या की कोशिश इस्लामिक आतंकी संगठन (ISIS) करेगा। इस मामले में सात इस्लामिक आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। ‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ ने इंडोनेशिया की राष्ट्रीय पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड ‘डिटैचमेंट-88’ के हवाले से कहा गया है कि इन सभी संदिग्ध आतंकियों को जकार्ता के निकट बोगोर और बेकासी शहरों से सात लोगों को हिरासत में लिया गया है।
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इसको लेकर एंटी टेररिस्ट स्क्वाड के प्रवक्ता अश्विन सिरेगर बताते हैं कि मामले की जांच अब भी की जा रही है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान को वेरिफाई करने की कोशिशें कर रहे हैं। हम इस बात को जानने की कोशिशें कर रहे हैं कि ये लोग एक-दूसरे को जानने की कोशिशें कर रहे हैं। सिंगापुर के द स्ट्रेट्स टाइम्स कहता है कि हमारा एक निगरानी तंत्र है। हमें आम लोगों से इस मामले की जानकारी मिली थी। जांच एजेंसियों ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक आरोपी के आवास की तलाशी ली है।
सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि जांच एजेंसियों को पता चला है कि वह पोप फ्रांसिस पर हमला करने की साजिशें कर रहा था। दरअसल, पोप मंगलवार से शुक्रवार तक जकार्ता की यात्रा पर थे। जब उसके घर की तलाशी ला गई, उसके घर से धनुष-बाण, एक ड्रोन और आतंकी संगठन ISIS से जुड़े पर्चे बरामद हुए हैं। अश्विन ने बताया कि आतंकी दक्षिण-पूर्व एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद इस्तिकलाल की पोप फ्रांसिस की यात्रा से नाराज थे।
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दरअसल, पोप फ्रांसिस की यात्रा के दौरान अजान प्रसारण से परहेज करने से अनुरोध किया गया था।
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