नई दिल्ली । बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर बढ़ते हमलों और धार्मिक असहिष्णुता के बढ़ते मामलों ने पूरे विश्व में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। हाल के दिनों में हिंदू त्योहारों और गणेश पंडालों पर हुए कट्टरपंथी हमलों ने देश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गणेश उत्सव पर हमले : चटगांव और ठाकुरगांव में कट्टरपंथियों का तांडव
चटगांव में गणेश उत्सव के दौरान हिंदू पंडालों पर कट्टरपंथियों ने हिंसक हमले किए। प्रतिमा खंडित कर दी गई और श्रद्धालुओं को शारीरिक हिंसा का शिकार बनाया गया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, हमलावरों ने धारदार हथियारों और लाठियों से हमला किया। श्रद्धालुओं के मोबाइल फोन छीने गए और पूजा करने पर जान से मारने की धमकी दी गई।
इसी तरह, ठाकुरगांव में हिंदुओं के घरों को आग के हवाले कर दिया गया। उत्पातियों ने कीमती सामान लूट लिए और पूरी बस्ती को तबाह कर दिया। बस्ती में रह रहे लोग दहशत में हैं और उनका कहना है कि पुलिस और प्रशासन ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
पुलिस और सेना की निष्क्रियता : कानून व्यवस्था पर सवाल
घटनास्थल से मिली रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस और सेना इस हिंसा को रोकने या दोषियों को गिरफ्तार करने में असमर्थ रही हैं। ढाका से लगभग 250 किलोमीटर दूर एक गणेश पंडाल में कट्टरपंथियों ने धारदार हथियारों से हमला कर श्रद्धालुओं को निशाना बनाया। हिंसा के बावजूद हमलावर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिससे स्थिति और भयावह हो रही है।
कट्टरपंथी प्रचार और हिंदू विरोधी हिंसा
हिंदू समुदाय पर हो रहे इन हमलों के पीछे कट्टरपंथी मौलानाओं का जहरीला प्रचार जिम्मेदार माना जा रहा है। मजहबी उन्माद फैलाने वाले भाषणों और प्रचार के जरिए हिंदुओं के खिलाफ नफरत और हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है। बांग्लादेश में कई क्षेत्रों में मौलाना और कट्टरपंथी संगठन सक्रिय रूप से हिंदू विरोधी भावनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं।
इंटरनेट हीरो आलम पर हमला : कट्टरपंथियों का निशाना
बांग्लादेश के मशहूर इंटरनेट स्टार हीरो आलम भी कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गए हैं। हाल ही में उन्हें BNP पार्टी के समर्थकों ने बुरी तरह पीटा, जब उन्होंने पार्टी के वाइस चेयरमैन तारिक रहमान पर टिप्पणी की थी। इस हमले का वीडियो वायरल हो चुका है, जिसमें साफ दिख रहा है कि बांग्लादेश में कट्टरपंथी ताकतें कैसे अपनी मर्जी से देश को चला रही हैं।
सत्ता पर कट्टरपंथी सोच का कब्जा
विशेषज्ञों का मानना है कि बांग्लादेश में कट्टरपंथी विचारधारा का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बनी सरकार को कट्टरपंथी ताकतों की कठपुतली माना जा रहा है, जो इस बढ़ती हिंसा पर नियंत्रण पाने में पूरी तरह विफल रही है।
हिंदू समुदाय का विरोध प्रदर्शन
देशभर में हो रही हिंसा के खिलाफ हिंदू समुदाय के लोग जगह-जगह इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, कट्टरपंथियों और सरकारी तंत्र द्वारा उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।
बांग्लादेश की सुरक्षा स्थिति पर चिंता
यह घटना बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा के प्रति सरकार की विफलता को उजागर करती है। हिंदू समुदाय के लोग अपनी सुरक्षा और धार्मिक अधिकारों के लिए चिंतित हैं।
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