हिंदुओं और बौद्धों पर रोहिंग्या मुस्लिमों का अत्याचार : पहले नरसंहार, महिलाओं और बच्चियों का अपहरण, और अब 5000 घर जलाए
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

हिंदुओं और बौद्धों पर रोहिंग्या मुस्लिमों का अत्याचार : पहले नरसंहार, महिलाओं और बच्चियों का अपहरण, और अब 5000 घर जलाए

प्रश्न यह उठता है कि ये रोहिंग्या मुस्लिम बौद्धों और हिंदुओं के अस्तित्व के शत्रु क्यों बने हुए हैं? एक ओर वे स्वयं को पीड़ित बताते हैं और दूसरी ओर वे हिंदुओं और बौद्धों के साथ हिंसा की हर सीमा पार कर जाते हैं।

by सोनाली मिश्रा
May 23, 2024, 01:05 pm IST
in विश्व
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

म्यांमार में स्थितियां और भी गंभीर होती जा रही हैं। रखाइन क्षेत्र में जहां कई हिस्सों में सैन्य सरकार जुंटा और विद्रोही गुटों के बीच लड़ाई तेज हो रही है तो वहीं एक और चौंकाने वाली खबर आ रही है। न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार हिंदुओं और बौद्धों के लगभग 5000 घरों को नष्ट कर दिया गया है। और ये सभी घर बुथीदुंग क्षेत्र मे स्थित हैं, जो बांग्लादेश की सीमा से मात्र 25 किलोमीटर की दूरी पर हैं।

इस रिपोर्ट के अनुसार जिन 5,000 घरों को निशाना बनाया गया, वे बौद्धों और हिंदुओं के हैं। अधिकतर लोग सुरक्षित स्थानों पर भाग गए हैं, तो अधिकतर घर खाली हैं, मगर जो पीछे छूट गए, उन्हें बाहर खींचा गया, और उनके घरों को उनकी ही आंखों के सामने लूटा गया और जला दिया गया। यह षड्यंत्र उन्होंने किया, जो बांग्लादेश में रोहिंग्या मुस्लिमों के शिविर में रह रहे हैं।

इस रिपोर्ट के अनुसार इन घरों को 11 अप्रैल और 21 अप्रैल के बीच तोड़ा गया। अब यह इलाका एथिनिक विद्रोही समूह अराकान आर्मी के नियंत्रण में है। इस रिपोर्ट के अनुसार “वर्ष 2018 की जनगणना में बुथिदौंग में 3000 घर थे। यह संख्या तीन गुना से अधिक बढ़कर 10000 हो गई है क्योंकि कई लोग अन्य क्षेत्रों से अपना घर छोड़कर यहां बसने के लिए आए थे। यहां पर 50 प्रतिशत से अधिक निवासी मुस्लिम हैं जबकि शेष मूल निवासी समूह अर्थात बौद्ध एवं हिन्दू हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि बांग्लादेश में रोहिंग्या शिविरों मे रहने वाले कुछ रोहिंग्या मुस्लिम यह षड्यंत्र कर रहे हैं। हालांकि कुछ रोहिंग्या मुस्लिम वहां से भाग गए हैं, परंतु कुछ लोग नागरिकों के साथ ऐसे अत्याचार कर रहे हैं।

रोहिंग्या मुस्लिमों की समस्या कई वर्षों से बनी हुई है। हालांकि ऐसा कहा जाता है कि म्यांमार सरकार द्वारा रोहिंग्या मुस्लिमों के साथ अत्याचार किया जाता है और यही कारण है कि रोहिंग्या मुस्लिमों को कई दूसरे देशों मे शरण लेनी पड़ी है। बांग्लादेश मे सबसे अधिक रोहिंग्या मुस्लिम गए हैं, और अब वे अन्य मुस्लिम देशों मे जा रहे हैं, जहां पर उनका स्वागत बिल्कुल भी नहीं है।

कौन हैं रोहिंग्या मुस्लिम?

प्रश्न यह उठता है कि ये रोहिंग्या मुस्लिम कौन हैं और ये बौद्धों और हिंदुओं के अस्तित्व के शत्रु क्यों बने हुए हैं? एक ओर वे स्वयं को पीड़ित बताते हैं और दूसरी ओर वे हिंदुओं और बौद्धों के साथ हिंसा की हर सीमा पार कर जाते हैं। एक ओर जहां वे अपने मारे जाने का रोना रोते हैं तो वहीं दूसरी ओर हिंदुओं को इस तरह मारते हैं कि उनकी सामूहिक कब्रें मिलती हैं। वर्ष 2018 मे एमनेस्टी इंटरनेशनल ने यह माना था कि रोहिंग्या मुस्लिमों ने हिंदुओं का कत्लेआम किया था। उन्होंने हिंदुओं को मारा-पीटा, उनके घरों को लूटा, लड़कियों को उठाया, पुरुषों की हत्या की, जबरन इस्लाम कुबूल करवाया, जिनकी हत्या की गई उन्हें सामूहिक रूप से दफनाया।

ऐसा कहा जाता है कि रोहिंग्या मुस्लिम अवैध बांग्लादेशी मुस्लिम हैं और इन्हें म्यांमार सरकार ने नागरिकता देने से इंकार कर दिया है। रखाइन क्षेत्र मे ये लोग कई पीढ़ियों से रह रहे हैं। यह कहा जा सकता है कि इन्हें कोई भी अपना नागरिक नहीं मानता है। और इनका स्वभाव ऐसा है, इतनी कट्टर प्रवृत्ति है कि ये उसी को हानि पहुंचाते हैं, जो उन्हें सहारा देते हैं। म्यांमार के चर्चित बौद्ध साधु आशिन विराथु इन्हें बंगाली मुस्लिम की संज्ञा देते हैं। एक्स पर वे लिखते हैं कि

“रोहिंग्या एक काल्पनिक शब्द है जिसे इन बंगाली मुसलमानों ने गढ़ा और काल्पनिक रचना करके खुद को म्यांमार का मूल निवासी घोषित किया और हमें विदेशी..हम कहना शुरू कर दिया। इस समुदाय का कोई इतिहास नहीं है. वे बंगाली-अरब गुलाम हैं जो हर देश में घुसपैठ करते हैं और उसके मालिक बनने की कोशिश करते हैं।“

https://x.com/WirathuAshin/status/1793331506351575071?

विराथु अपने देश और धर्म के प्रति प्रखर विचारों के लिए विख्यात हैं। वे रोहिंग्या मुस्लिमों के माध्यम से अपने देश में अब्राहमिक आक्रमण का विरोध करते हैं। एक्स पर उनके कई पोस्ट हैं और वे लिखते हैं कि म्यांमार में हमने रोहिंग्या मुस्लिमों को मानवता के नाम पर रहने दिया, उन्होंने अब लगभग 2000 बौद्ध और हिन्दू महिलाओं, पुरुषों और बच्चों का अपहरण कर लिया है। हमने उन्हें कई मौके दिए कि वे आत्मसमर्पण कर दें मगर अब सजा का समय है। हम शांति के नाम पर महिलाओं के साथ बलात्कार होते नहीं देख सकते हैं।

रोहिंग्या मुस्लिमों को लेकर मानवता के दावे अलग हैं और उनपर राजनीति भी अलग है, परंतु बहुत ही कम चर्चा इस पर होती है कि आखिर क्यों कोई भी देश इन्हें अपनाने के लिए तैयार नहीं है और क्यों एक तरफ पीड़ित होने का दावा करने वाला समुदाय अपने आसपास रहने वाले बौद्ध एवं हिंदुओं को क्यों नहीं सहन कर पाता है? क्यों अभी भी बौद्ध और हिंदुओं के मकान रखाइन क्षेत्र में नष्ट हो रहे हैं?

Topics: रोहिंग्या मुस्लिमहिंदूऔर बौद्धHindus and Buddhistsआत्मसमर्पणSurrenderम्यांमारRohingya MuslimsmyanmarBangladesh borderबांग्लादेश की सीमा
Share8TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

काचिन राज्य में खनन का पर्यावरण के साथ ही स्थानीय समुदायों पर भी विनाशकारी प्रभाव पड़ा है।

Myanmar में मारामारी के बीच China कर रहा बहुमूल्य खनिज खदानों में सेंधमारी, जुंटा और विद्रोही गुटों को दे रहा चकमा

Odisha police siezed Maost weapon

बरगढ़ में माओवादियों का बड़ा हथियार जखीरा बरामद, गंधमार्दन रिजर्व फॉरेस्ट में डीवीएफ की कार्रवाई

मोहम्मद यूनुस ने इस गलियारे का समर्थन किया है, जबकि सेना प्रमुख जनरल वकारुज्जमां इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बता रहे

Bangladesh: यूनुस और सेना प्रमुख में खिंची तलवारें, वकारुज्जमां ने कहा-‘खूनी गलियारा राखाइन स्वीकार नहीं’

रोहिंग्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अब कुछ शेष नहीं: भारत इन्‍हें जल्‍द बाहर निकाले

भारत में सिर्फ भारतीयों को रहने का अधिकार, रोहिंग्या मुसलमान वापस जाएं- सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

Representational Image

क्या सीआईए करने जा रही है म्यांमार में बड़ी फौजी हलचल? वाशिंगटन गए हैं बांग्लादेश के इंटेलिजेंस अधिकारी!

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies