उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद रेल मंडल के नजीबाबाद में लगभग ढाई लाख रुपये की रेल पटरी चोरी का खुलासा हुआ है। रेल सुरक्षा बल ने पटरी चोरी में आठ आरोपियों को दबोच लिया। पकड़े गए आरोपी मुरादाबाद मंडल के बिजनौर व उत्तराखंड हरिद्वार के हैं।
आरपीएफ के सीनियर डीएससी शानमुंग वाडियाल ने बताया कि मुरादाबाद रेल मंडल में नजीबाबाद के बुंदकी रेलवे स्टेशन के पास अज्ञात चोरों ने 9 व 18 फरवरी को 69.91 व 61.33 मीटर स्क्रैप लाइनें चुराई थी। मुरादाबाद आरपीएफ में रेल पटरी चोरी का मुकदमा कायम हुआ। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीनियर डीएससी आरपीएफ शानमुंग वाडियाल ने आरपीएफ के साथ सीआईबी को दी। लंबी पड़ताल के बाद जांच टीमों को बदमाशों का सुराग मिला। जांच टीमों ने काल डिटेल, सीसीटीएनएस के जरिए बदमाशों की लोकेशन मिली। मुरादाबाद की आरपीएफ व नजीबाबाद की टीम ने रेल संपत्ति चोरी में पांच और तीन रिसीवरों को गिरफ्तार किया है।
शानमुंग वाडियाल ने बताया कि बुंदकी में रेल पटरी चोरी की दो बार घटनाएं हुई। खुलासे के लिए मुरादाबाद की आरपीएफ व सीआईबी टीमों को लगाया गया। रेल संपत्ति व लाइन चोरी में बिजनौर के तीन व उत्तराखंड के हरिद्वार के पांच लोगों को पकड़ा गया है। उनके पास से चोरी गया रेल लाइन का सामान भी बरामद हुआ है। ये लोग रेल संपत्ति चुराकर गैस कटर से छोटे टुकड़ों में कबाड़ियों को बेच देते थे। जिन अभियुक्तों को पकड़ा गया है उनमें बिजनौर के स्योहारा थाने के इरफान, नफीस व फरमान के अलावा उत्तराखंड के हरिद्वार के पथरी के महबूब, सलीम के अलावा कनखल थाना के शमशेर व सुहेब और मुजफ्फरनगर की आवास विकास कॉलोनी का हिमांशु है।
रेल पटरी चोरी के आरोपियों को पकड़ने वालों में सीआईबी के निरीक्षक सुधीर कुमार, उपनिरीक्षक लव कुश व महीलाल और आरपीएफ मुरादाबाद के अनिल कुमार, प्रताप सिंह नेगी, ईश्वर सिंह, अब्दुल खलील, इंद्रपाल, सचिन तोमर, राजीव कुमार, शशिभूषण कांत ओझा आदि शामिल रहे।
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