साप्ताहिक राष्ट्रीय पत्रिका और न्यूज पोर्टल ‘पांचजन्य’ समाज के विभिन्न ज्वलंत मुद्दों को लेकर एक बार फिर से कॉन्क्लेव आयोजित करने जा रहा है। गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में होने वाले इस कार्यक्रम को ‘साबरमती संवाद’ नाम दिया गया है। इसमें समाज के हर वर्ग के जाने-माने विशेषज्ञ विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखेंगे और समस्याओं के समाधानों पर चर्चाएँ करेंगे।
मंगलवार (10 अक्टूबर 2023) को अहमदाबाद स्थित ‘भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान’ (EDII) कर्णावती में सुबह दस बजे से शुरू होकर शाम आठ बजे तक चलेगा। इस ‘साबरमती संवाद’ में कई मंत्री मंत्री, विद्वान और कई विषयों के विशेषज्ञ अहम पहलुओं पर चर्चा करेंगे। विभिन्न सत्रों में उनके विचार साबरमती के तट पर गुंजायमान होंगे।
इसे भी पढ़ें: BREAKING: AMU के बाद अब JNU में भी फिलिस्तीन के समर्थन में लगे पोस्टर, AISA के प्रेसीडेंट ने इजरायल के खिलाफ उगला जहर
इस बार के मुख्य वक्ताओं में मालिनी अवस्थी (प्रख्यात लोकगायिका), निधिन वाल्सन (आईपीएस), दिलीप देशमुख (ऑर्गन डोनर), अंशु जोशी (प्रोफेसर, जेएनयू), रश्मि सावंत (ऑक्सफोर्ड), काजल हिदुस्तानी (प्रखर वक्ता), सुनील आंबेकर, अतुल जैन (डीआरआई), कपिल मिश्रा (भाजपा नेता), शहजाद पूनावाला (भाजपा प्रवक्ता), देवू सिंह चौहान (संचार राज्य मंत्री, भारत सरकार), रिवाबा जडेजा (भाजपा विधायक, जामनगर), हर्ष संघवी (गृह राज्य मंत्री, गुजरात सरकार), जयेन मेहता (एमडी, अमूल कंपनी) और सामाजिक कार्यकर्ता रेशमा आदि शामिल होंगे और अपने विचार रखेंगे।
गौरतलब है कि श्रद्धेय भाऊराव देवरस और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के कुशल मार्गदर्शन में पॉञ्चजन्य के सफर का लंबा गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी इसके संपादक रहे। उनके संपादकत्व में ‘पांचजन्य’ ने अपनी इस ऐतिहासिक यात्रा के दौरान पग-पग पर हमेशा से राष्ट्रीय स्वर को गुंजायमान करने का काम किया है।
इसे भी पढ़ें: ‘खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या में चीन का हाथ’! चीनी ब्लॉगर ने किया खुलासा
पॉञ्चजन्य के रास्तों में कई सारी रुकावटें भी आईं, लेकिन अब तक के इस लंबे सफर में ‘पांचजन्य’ ने कांटों भरा पथ पार करते हुए अपने अदम्य साहस से सभी बाधाओं को हराने का काम किया है। अपने स्वरूप, प्रस्तुति, संयोजन में सतत निखार लाते हुए ‘पांचजन्य’ ने अपने आप को परिश्रमपूर्ण प्रयासों से बढ़ाया है। आज देश के सुदूर क्षेत्रों को भी स्पर्श करते हुए ‘पांचजन्य’ ने अपना जयघोष सागर पार तक पहुंचाया है। सिर्फ पत्रिका के रूप में ही नहीं, सोशल मीडिया के विभिन्न क्षेत्रों में भी इसने लाखों पाठकों तक अपनी पहुंच बनाई है।
टिप्पणियाँ