1- मुस्लिम बच्चों का मदरसों से मोहभंग
उत्तर प्रदेश में अब मुस्लिम बच्चों का मदरसों से मोहभंग होता जा रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे अब मुंशी-मौलवी नहीं बनना चाहते हैं। प्रदेश के मदरसों में पढ़ने के प्रति नई पीढ़ी की दिलचस्पी लगातार कम होती जा रही है। मदरसा शिक्षा परिषद के आंकड़े के अनुसार मुंशी मौलवी यानि सेकेण्ड्री और सीनियर सेकेण्ड्री पाठ्यक्रम में 3.30 लाख बच्चे कम हो गए हैं। मदरसों से लगातार बच्चों की संख्या कम होती जा रही है। बीते तीन साल में 1.14 लाख छात्र कम हो गए हैं। 2016 में मदरसों में बच्चों की संख्या 4 लाख 22 हजार 627 थी, जो 2022 में घटकर महज 92000 रह गई है।
2- अब में एमपी में 'बुलडोजर मामा'
यूपी की तर्ज पर अब मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी 'बुलडोजर मामा' बताया जा रहा है। भोपाल की हुजूर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने अपने निवास पर एक होर्डिंग लगवाया है, जिसमें उन्होंने शिवराज को 'मामा बुलडोजर' बताते हुए लिखा है कि 'बेटी की सुरक्षा में जो बनेगा रोड़ा, मामा का बुलडोजर बनेगा हथौड़ा।' बता दें कि गंभीर किस्म के अपराध करने वाले हर अपराधी के घरों में बुलडोजर से अवैध हिस्से गिराए जा रहे हैं।
3- एन बीरेन सिंह ने दूसरी बार ली मुख्यमंत्री पद की शपथ
मणिपुर की राजधानी इंफाल के राजभवन में एन बीरेन सिंह ने सोमवार को लगातार दूसरी बार भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल एल गणेशन ने मुख्यमंत्री को पद एवं गोपनियता की शपथ दिलायी। मुख्यमंत्री सिंह के साथ पांच अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ लिया है।
4- केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एंट्रेंस टेस्ट के आधार पर मिलेगा प्रवेश
केंद्रीय विश्वविद्यालयों में नए शैक्षणिक सत्र 2022-23 से कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के जरिए ही प्रवेश मिलेगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इसको लेकर पूरी तरह स्थिति स्पष्ट कर दी है। साथ ही कहा है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों के प्रवेश में बारहवीं के अंकों को अब कोई वेटेज नहीं मिलेगा, बल्कि इनमें एडमिशन सीयूईटी की मेरिट के आधार पर ही मिलेगा।
5- देश में कोरोना के हालात
देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार कमी दर्ज की जा रही है। बीते 24 घंटे के दौरान मंगलवार सुबह सात बजे तक कोरोना संक्रमित 1,581 नये मरीज मिले हैं। इस अवधि में कोरोना महामारी को मात देने वाले लोगों की संख्या 2,741 रही। वहीं, कोरोना संक्रमित 33 मरीजों की मौत हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना से ठीक होने वालों की कुल संख्या 4 करोड़, 24 लाख, 70 हजार, 515 हो गई है।
6- पेट्रोल-डीजल और घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम
घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की वृद्धि की गई है। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 80 पैसे तक की बढ़ोतरी की गई है, जिसके बाद दिल्ली में अब पेट्रोल-डीजल की कीमत क्रमश: 96.21 रुपये प्रति लीटर और 87.47 रुपये प्रति लीटर है। ऐसे ही मुंबई में पेट्रोल 110.82 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.00 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल 105.51 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.62 रुपये प्रति लीटर है और चेन्नई में पेट्रोल 102.16 रुपये और डीजल 92.19 रुपये प्रति लीटर है।
7- 24 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
छत्तीसगढ़ में सुकमा जिले के किस्टारम थाना क्षेत्र अंतर्गत पोटकपल्ली में नए सीआरपीएफ कैंप में नक्सल उन्मूलन अभियान पूना नर्कोम (नई सुबह, नई शुरुआत) के तहत 24 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 10 महिला नक्सली भी शामिल हैं।
8- असामाजिक तत्वों ने शिवलिंग को किया खंडित
नोएडा के बहलोलपुर गांव में स्थित शिव मंदिर में असामाजिक तत्वों ने रविवार रात को तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान आरोपियों ने मंदिर में रखी मूर्ति और शिवलिंग भी खंडित कर दिया। सोमवार सुबह जब ग्रामीण मंदिर पहुंचे तो अंदर का नजारा देख हैरान रह गए। घटना की जानकारी जैसे ही गांव में फैली इसके बाद मंदिर परिसर में भीड़ इकट्ठा हो गई और जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया। लोगों में व्याप्त रोष को देखते हुए तीन थानों की पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
9- पाकिस्तान में हिंदू युवती की गोली मारकर हत्या
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। जानकारी के अनुसार सोमवार को सिंध के रोही सुक्कूर में आरोपियों ने 18 साल की लड़की को अगवा करने की कोशिश की। जब युवती ने इसका विरोध किया तो उसे बीच सड़क पर लाकर गोली मार दी गई। दरअसल पाकिस्तान में हिंदू युवतियों को अगवा करके उनका जबरन कन्वर्जन कराया जाता है। 2013 से 2019 के बीच ऐसे 156 मामले सामने आए हैं।
10- रूस की कोर्ट ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लगाया प्रतिबंध
यूक्रेन और रूस युद्ध के बीच रूस की एक अदालत ने सोमवार को फेसबुक और इंस्टाग्राम को चरमपंथी संगठन करार देते हुए इसपर प्रतिबंध लगा दिया। अधिकारियों ने अमेरिकी सोशल मीडिया दिग्गज मेटा (पहले फेसबुक) पर यूक्रेन में युद्ध के दौरान 'रसोफोबिया' को सहन करने का आरोप लगाने के बाद इस प्रतिबंध को लगाने का फैसला लिया। टवर्सकोई जिला अदालत ने कहा कि अदालत ने चरमपंथी गतिविधियों को अंजाम देने को लेकर दो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन लगाने के लिए अभियोजकों के अनुरोध पर सहमति दर्ज कर दी। वहीं कोर्ट ने कहा कि मेटा की व्हाट्सएप मैसेंजर सेवा को बैन नहीं किया जाएगा, क्योंकि यह सार्वजनिक मंच नहीं है।
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