टिहरी उपचुनाव का जनादेश
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टिहरी उपचुनाव का जनादेश
उत्तराखण्ड/मनोज गहतोड़ी
भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझती कांग्रेस को उत्तराखण्ड में बड़ा झटका लगा है। जहां लोकसभा उपचुनाव में करारी हार ने राज्य सरकार की साख पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है, टिहरी लोकसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी माला राज्यलक्ष्मी शाह ने कांग्रेस प्रत्याशी तथा राज्य के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे साकेत बहुगुणा को 22,431 मतों से पराजित कर दिया। यह सीट मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के विधायक बनने व लोकसभा से त्यागपत्र देने के बाद खाली हुई थी। विजय बहुगुणा से पहले यह सीट भाजपा की परम्परागत सीट रही थी। इस संसदीय क्षेत्र से पूर्व में टिहरी रियासत के नरेश (स्व.) मानवेन्द्र शाह चुनाव लड़ते व जीतते रहे। अब उसी परिवार की पुत्रबधू माला राज्यलक्ष्मी शाह ने जीत दर्जकर कांग्रेस को चारों खाने चित कर दिया है।
कांग्रेसी भ्रष्टाचार ओर उसके नेतृत्व के अंहकार से तंग आ चुकी जनता ने मानो पहले ही यह मन बना लिया था कि चुनाव में हर हाल में कांग्रेस को हराना है, हुआ भी यही। टिहरी की जनता ने अपना फैसला सुनाकर यह संदेश देशभर की जनता को दे दिया है कि भ्रष्टाचार, सत्ता के अंहकार तथा मंहगाई को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस उपचुनाव में कांग्रेस ने जीतने के लिए सभी हथकंडे अपनाए थे, फिर भी मुख्यमंत्री अपने बेटे को नहीं जिता पाए। शराब और पैसा तो कांग्रसियों ने यहां पानी की तरह बहाया। भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार में भी कोई कसर नही छोड़ी। राज्य की सारी प्रशासनिक मशीनरी मुख्यमंत्री पुत्र को चुनाव जिताने में लगी हुई थी। इसके बावजूद जनता में कांग्रेस के प्रति गुस्से का अदांज इसी से लगाया जा सकता है कि कांग्रेस जिस 'मुस्लिम वोट बैंक' को अपना मानकर चल रही थी, उन क्षेत्रों में भी मतदाताओं ने उत्साहपूर्वक भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान किया। पेट्रोलियम पदार्थों, खाद्यान्न और रसोई गैस के बढ़ते मूल्यों का असर इस उपचुनाव में विशेष रूप से दिखा। हालांकि पुरूषों की अपेक्षा महिलाओं ने मतदान में अरूचि दिखाई। पर राज्य में मतदाताओं ने उपचुनाव में पहली बार सत्ताधारी दल के खिलाफ मतदान किया।
जीतने के बाद माला राज्यलक्ष्मी शाह ने क्षेत्र की जनता का आभार जताया और कहा कि यह जीत मंहगाई, गुण्डागर्दी, भ्रष्टाचार के प्रति जनता का प्रतिकार है। अपने थोड़े से कार्यकाल, क्योंकि जल्दी ही मध्यावधि चुनाव होने की संभावना है, में वह जनता के हितों के लिए ज्यादा से ज्यादा काम करेंगी। उन्होंने कहा कि उनकी जीत के पीछे पार्टी कार्यकर्ताओं की एकजुट भूमिका है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि कांग्रेस ने इस चुनाव में भी छल-कपट तथा दुष्प्रचार की नीति अपनाई, इसलिए जनता ने सजा वोट के जरिये दी। उन्होंने कहा कि टिहरी उपचुनाव का यह जनादेश राज्य के मुख्यमंत्री ही नहीं केन्द्र सरकार, विशेषकर उसकी प्रमुख सोनिया-राहुल के खिलाफ भी है। क्योंकि प्रदेश की जनता ने विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री बनाने का जनादेश नहीं दिया था, पर सोनिया-राहुल ने बहुगुणा से 'डील' करके उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया। इसका जवाब टिहरी की जनता ने दे दिया। नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने कांग्रेस की हार को जनता की जीत बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि यह हार स्वयं मुख्यमंत्री व्यक्तिगत की हार है।
प. बंगाल
बासुदेव पाल
आसामाजिक तत्वों ने की
पूजा पाण्डाल जलाने की कोशिश
गत 9 अक्तूबर को सिलीगुड़ी (प. बंगाल) में कुछ असामाजिक तत्वों ने रात के अंधेरे में चोरी–छिपे एक 'दुर्गा पूजा पांडाल' को जलाने की कोशिश की। सिलीगुड़ी स्टेशन रोड स्थित विनय–बादल–दिनेश क्लब के निर्माणाधीन पूजा पांडाल से धुआं उठता देख पास में रह रहे धनेन्द्र सरकार ने शोर मचा दिया, जिससे लोग एकत्र हो गए और पांडाल को पूरी तरह ध्वस्त होने से बचा लिया गया। विनय–बादल–दिनेश क्लब के कोषाध्यक्ष पंकज चक्रवर्ती ने साफ कहा है कि इस शरारत के पीछे पास में स्थिति मुस्लिम बहुल बस्ती के लोगों का हाथ है। प्रतिवर्ष पूजा व अन्य त्योहारों पर उस बस्ती के लोग उत्तेजना व विवाद पैदा करने के लिए इस प्रकार की हरकतें करते रहते हैं। स्थानीय पुलिस सख्ती नहीं दिखती इससे उनका हौसला इतना बढ़ गया है कि उन्होंने पांडाल को ही जलाने की कोशिश की।
वाघा सीमा बन रही है नशे का प्रवेश द्वार
पाकिस्तान से आई 5 अरब की हेरोइन पकड़ी
सीमेंट की बोरियों में नशे का जहर
भारत– पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से पाकिस्तानी तस्करों द्वारा बड़ी चतुराई से भेजी जा रही है 105 किलोग्राम हेरोइन कस्टम विभाग के अधिकारियों ने पकड़ ली है। हेरोइन की यह खेप अब तक बरामद मादक पदार्थों में सबसे बड़ी खेप मानी जा रही है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 505 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इसके साथ ही अधिकारियों ने करीब 500 राउंड कारतूस भी बरामद किए हैं।
कस्टम विभाग के सूत्रों के अनुसार गत 7 अक्तूबर को रात करीब आठ बजे पाकिस्तान से सीमेंट भरकर एक मालगाड़ी स्थानीय रेलवे स्टेशन पहुंची। अधिकारियों की निगरानी में गाड़ी को 'यार्ड' में सुरक्षित खड़ा करा दिया गया। सुबह लगभग आठ बड़े कस्टम विभाग के अधिकारियों की निगरानी में माल उतारा जाने लगा। जब कर्मचारियों ने डिब्बा नम्बर 66938 का दरवाजा खोला तो उसमें से अलग ही 'मार्के' के सीमेंट के बैग निकले। संदेह होने पर अधिकारियों ने उसकी जांच की तो सीमेंट के बैगों में से हेरोइन के पैकेट निकलने लगे। कुल 105 पैकेट हेरोइन के निकले, जिनमें एक-एक किलो हेरोइन भरी हुई थी। एक बैग ऐसा भी बरामद हुआ जिसमें 500 जिंदा कारतूस भरे हुए थे। कस्टम अधिकारियों ने जांच जारी रहने की बात कहकर इस बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया है।
इस घटना के 4 दिन पहले ही पाकिस्तान के 'कस्टम कलेक्टर' फैजल याजदानी खान ने भारतीय कस्टम विभाग के अधिकारियों के साथ अमृतसर में हुई बैठक में यह वादा किया था कि पाकिस्तान अब भारत के साथ मिलकर नशीले पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाएगा। लेकिन पाकिस्तान से मालगाड़ी में आई सीमेंट की बोरियों से बरामद 5205 करोड़ रुपए की हेरोइन से 'पाक की नापाक साजिश' एक बार फिर उजागर हो गई है। उक्त बैठक में इस बात को भी स्वीकार किया गया था कि पाकिस्तान से आने वाले सीमेंट के बैग में पहले भी तीन बार हेरोइन की खेप आना पाकिस्तान कस्टम विभाग की चूक है, अब ऐसा नहीं होगा। इस दावे को अभी चार दिन भी नहीं बीत थेे कि सीमेंट के साथ पाकिस्तानी मालगाड़ी में अब तक की सबसे बड़ी हेरोइन की खेप भेज दी गई। इसके पहले 2008 में खुफिया विभाग को जानकारी मिली थी कि पाकिस्तान से सीमेंट की आड़ में घातक विस्फोटक आरडीएक्स आ रहा है, जिसकी जांच दिल्ली से आए खोजी दल ने की थी। उसके बाद 2012 में तीन बार पाकिस्तानी सीमेंट की बोरियां से दस किलग्राम हेरोइन की बरामदगी हुई थी।
प्रतिनिधि
भाजपा आर्थिक प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय सम्मेलन सम्पन्न
संसाधनों पर से जनता का अधिकार
छीनना चाहती है सोनिया सरकार
रतीय जनता पार्टी के आर्थिक प्रकोष्ठ ने 'सामाजिक–आर्थिक विकास एवं राष्ट्रीय संपदा का आवंटन' विषय पर गत दिनों एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में भूमि, खनिज और जब संसाधन विषय पर तीन अलग–अलग सत्र रखे गए।
इस आयोजन की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए भाजपा आर्थिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक श्री गोपाल अग्रवाल ने कहा कि ताजा विकास यह दिखाता है कि राष्ट्रीय संपदा, जो देश के सभी नागरिकों की है, कुछ प्रभावशाली लोगों के निजी स्वामित्व में जा रही है। हमारा संविधान उन सभी प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल करने की गांरटी देता है, जो कि राज्य के संरक्षण में है। लेकिन वर्तमान सरकार सार्वजनिक हित के संसाधनों पर से आम जनता का अधिकार छीनना चाहती है।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नितिन गडकरी ने कहा कि इन संसाधनों का विस्तृत अध्ययन करने के पश्चात उचित नीति बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने देशभर से आए प्रतिनिधियों के समक्ष बहस के लिए इन परिपत्रों को सामने रखा– l निजी और एनजीओ में रिश्वतखोरी रोक पर दिशानिर्देश l विकास बनाम विस्थापन–भूमि अधिग्रहण मुद्दा
l जलाधिकार–एक जीवन तत्व
'भू–संसाधन' नामक पहले तकनीकी सत्र की अध्यक्षता सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन ने की। इसमें शारदा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर श्री मिलिंद चक्रवर्ती, आरपीएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के श्री एम.आर. माधवन, एसोचैम–कैपिटल मार्केट के अध्यक्ष श्री सुभाष अग्रवाल ने मुख्य रूप से वक्तव्य दिया। 'खनिज सम्पदा' नामक दूसरे सत्र की अध्यक्षता सांसद व भाजपा प्रवक्ता श्री प्रकाश जाबडेकर ने की। इस सत्र को आईआईएम (अहमदाबाद) के प्रो. समर के. दत्ता, जयपुर में अर्थशास्त्र की प्राध्यापक (प्रो.) ज्योति किरण शुक्ला तथा बीबीएसएस के अध्यक्ष श्री अनिल शर्मा ने संबोधित किया। 'जल संसाधन' नामक तीसरे सत्र में मुख्य भाषण देते हुए आईआईएम (बेंगलूरु) के सेवानिवृत्त प्राध्यापक श्री भरत झुनझुनवाला ने कहा कि व्यवसाय की निरंकुशता को राज्य की निरंकुशता से नहीं बदला जा सकता। यमुना बचाओ आंदोलन के सदस्य श्री दीवान सिंह, दिल्ली जल बोर्ड के कार्यकारी अभियंता श्री प्रकाश गौड़ तथा जल–युद्ध संस्था के नायक श्री रघु यादव ने भी इस सत्र को संबोधित किया।
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