|
'भारतीय संस्कृति भोगवादी नहीं है। हमारी जीवनशैली सादा जीवन उच्च विचार वाली रही है। भोगवादी संस्कृति ही भ्रष्टाचार की जननी है। सादगी और देशभक्ति के अभाव में देश में अनेक समस्याएं उत्पन्न हो गयी हैं। इनका हल भी सादगी और देशभक्ति में ही निहित है'। उक्त उद्गार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री सुरेशराव उपाख्य भैयाजी जोशी ने गत दिनों उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में स्वयंसेवकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। रा.स्व.संघ के आगरा संभाग के इस सम्मेलन में आगरा, अलीगढ़, एटा, फिरोजाबाद, कासगंज, मथुरा, मैनपुरी आदि जनपदों के करीब 10 हजार स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में भाग लिया।
भैयाजी जोशी ने आगे कहा कि हमारा समाज व्यक्ति केन्द्रित न होकर, समाज केन्द्रित है। हमें समग्र समाज यानी राष्ट्र के हित में चिन्तन करना चाहिए। कुछ लोग श्रेष्ठ कार्य कर आगे के जन्म सफल करते हैं लेकिन आप राष्ट्रहित कर इसी जन्म को सफल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि संघ समाज का प्रबोधन कर महती कार्य कर रहा है। संघ को कार्य करते हुए लम्बी अवधि हो गयी है। इसके कार्यों के सम्बन्ध में लोगों के विविध विचार हैं।
भैयाजी ने कहा कि हम किसी के विरोधी नहीं हैं लेकिन हम अपने राष्ट्र और उसके सरोकारों से जुड़े हैं, न कि किसी विदेशी चिन्तन के। खुदरा बाजार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर विरोध जताते हुए भैयाजी ने कहा कि यह राष्ट्रहित में नहीं है। असम में बंगलदेशियों की घुसपैठ पर चिन्ता प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि इस पर रोक लगाये बिना असम की समस्या का हल सम्भव नहीं है। श्री जोशी ने कहा कि हिन्दू समाज में कई तरह की विषमताएं और असमानताएं विद्यमान हैं लेकिन संघ उन विषमताओं और असमानताओं को कम करने के साथ-साथ लोगों को एकजुट करने में जुटा है। उन्होंने कहा कि देश में नारी शक्ति का प्रतीक है, फिर भी भ्रूणहत्या एवं नारी उत्पीड़न हो रहा है। हमें इस स्थिति को बदलना होगा। इसके लिए लोगों को जागृत करना होगा। भैयाजी के उद्बोधन से पूर्व नगर में स्वयंसेवकों का पथ-संचलन निकला। कार्यक्रम स्थल पर स्वयंसेवकों ने सामूहिक व्यायाम का प्रदर्शन भी किया। कार्यक्रम के मंच पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय संघचालक श्री दर्शन लाल अरोड़ा एवं ब्रज प्रान्त संघचालक डा. अवधेश प्रताप सिंह भी उपस्थित थे।वीरेन्द्र वार्ष्णेय
विज्ञान मेला एवं वैदिक गणित प्रतियोगिता आयोजित
गत दिनों दिल्ली के गीता बाल भारती विद्यालय में हिन्दू शिक्षा समिति न्यास द्वारा विज्ञान मेला तथा वैदिक गणित प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम दो वर्गों में विभाजित किया गया था- बाल वर्ग और शिशु वर्ग। आठ विद्यालयों के लगभग 200 विद्यार्थियों ने विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया।
वैदिक गणित प्रतियोगिता में प्रश्नमंच, पत्रवाचन एवं प्रदर्शन प्रस्तुतीकरण करते हुए विद्यार्थियों ने बड़े-बड़े प्रश्न सेकेंडों में हल कर सबको आश्चर्यचकित कर दिया। वैदिक गणित के संयोजक श्री राकेश मलिक तथा विज्ञान मेले की संयोजिका श्रीमती रंजना गुप्ता रहीं।
प्रतियोगिताओं में स्थान प्राप्त करने वालों को श्री वीरेन्द्र कुमार माटा (महामंत्री, हिन्दू शिक्षा समिति न्यास), श्री ओ.पी.बंसल (विद्यालय प्रबन्धक) तथा श्रीमती सविता खुराना (विद्यालय प्रमुख) ने पुरस्कृत किया।प्रतिनिधि
टिप्पणियाँ