युवाशक्ति को राष्ट्रोपयोगी बनाना समिति का मुख्य उद्देश्य
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दिल्ली में राष्ट्र सेविका समिति का कार्यक्रम
समिति का मुख्य उद्देश्य
–शांता अक्का
प्रमुख संचालिका, राष्ट्र सेविका समिति
'हमारी युवा पीढ़ी पश्चिमी सभ्यता के प्रभाव में आकर पथभ्रष्ट हो रही है। इसलिए बच्चों को बाल्यकाल से ही सुसंस्कारित कर सही दिशा दिखाना प्रत्येक माता-पिता का कर्तव्य है'। उक्त विचार राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका सुश्री शांता अक्का ने गत दिनों दिल्ली में राष्ट्र सेविका समिति द्वारा समिति की सेविकाओं के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। समिति की प्रमुख संचालिका का दायित्व ग्रहण करने के बाद सुश्री अक्का पहली बार दिल्ली प्रवास पर आई थीं। कार्यक्रम में कुल 220 सेविकाएं गणवेश में उपस्थित थीं। मंच पर सुश्री अक्का के साथ राष्ट्र सेविका समिति की अ.भा. सह-कार्यवाहिका श्रीमती आशा शर्मा एवं दिल्ली की प्रांत कार्यवाहिका श्रीमती राधा मेहता आसीन थीं।
सुश्री अक्का ने कहा कि युवा पीढ़ी में भारतीय संस्कृति के प्रति श्रद्धा का भाव जगाकर उनकी शक्ति व क्षमता को राष्ट्रोपयोगी बनाना समिति का मुख्य उद्देश्य है। तरुणियों के लिए समिति की नई योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि समिति इस वर्ष से 'किशोरी शिविर' आयोजित करेगी।
कार्यक्रम से पूर्व पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुश्री शांता अक्का ने कहा कि भारतवर्ष में 10 लाख से अधिक सेविकाएं राष्ट्र समिति से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि भारत के अलावा 20 अन्य देशों में भी समिति का कार्य चल रहा है। देश के अलग-अलग प्रांतों में समिति के 871 सेवा कार्य चल रहे हैं। इनमें 22 महिला छात्रावास हैं।
'लव जिहाद' पर बोलते हुए सुश्री अक्का ने कहा कि देश में सोची-समझी साजिश के तहत 'लव जिहाद' जारी है। हिन्दू युवतियों को मुस्लिम युवक अपने प्रेम जाल में फंसाकर जबरन शादी करते हैं, फिर उन्हें इस्लाम में मतांतरित कर देते हैं। अभिभावकों का आह्वान करते हुए सुश्री अक्का ने कहा कि अभिभावक इस समस्या के प्रति अपनी बच्चियों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि समिति भी विद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित कर बालिकाओं को इस संबंध में जागरूक करने का कार्य कर रही है। कार्यक्रमों में युवतियों को देश प्रेम की शिक्षा भी दी जाती है।
संगीता सचदेव
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