|
पश्चिम के भ्रांत एवं आत्मघाती विकास दर्शन और विदेशी आर्थिक शक्तियों के सहारे भारत का कभी भी भला नहीं हो सकता। अब इस बात की आवश्यकता है कि भारत पश्चिमी विकास मॉडल के भ्रमजाल से बाहर निकलकर नई राह तलाशे। इसके लिए हमें हिन्दू अर्थ-चिन्तन का मार्ग स्वीकार करना होगा।यह उद्गार रा.स्व.संघ, उत्तर क्षेत्र के संघचालक डा. बजरंग लाल गुप्त ने पिछले दिनों आई.एम.ए सभागार में विश्व संवाद केन्द्र, मेरठ द्वारा रा.स्व.संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख रहे स्व: अधीश कुमार की स्मृति में आयोजित व्याख्यान माला में व्यक्त किए। इस अवसर पर दैनिक उमर उजाला, मेरठ के वरिष्ठ पत्रकार श्री जितेन्द्र दीक्षित तथा आई नेक्स्ट के उप संपादक श्री सचिन राठौर को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री आर.पी. सिंह (निदेशक, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग सुभारती मीडिया) मेरठ ने की। डा. बजरंग लाल गुप्त ने आगे कहा कि हर दृष्टि से सभी क्षेत्रों में विकास करने के लिए हमें सुमंगलम् दृष्टिकोण अपनाना होगा। कार्यक्रम में विश्व संवाद केन्द्र, मेरठ के अध्यक्ष श्री आनंद प्रकाश अग्रवाल तथा श्री मितेन्द्र सहित मेरठ के अनेक गण्यमान्यजन उपस्थित थे। द प्रतिनिधि29
टिप्पणियाँ