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राजधानी के पहाड़गंज स्थित उदासीन आश्रम से 19 जून सायं 6 बजे, सिंधु दर्शन यात्रियों के दूसरे जत्थे को श्री इंद्रेश कुमार ने झंडी दिखाकर रवाना किया। श्री इंद्रेश कुमार सिंधु दर्शन यात्रा समिति के मुख्य संयोजक तथा रा.स्व.संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। इस जत्थे में देशभर से आए कुल 50 यात्री थे।यात्रियों को संबोधित करते हुए श्री इंद्रेश कुमार ने कहा कि सिंधु से सिंधी हैं, सिंधु से हिन्दुस्थान और हिन्दुस्थान से हिन्दू हैं। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के प्रारम्भ के पीछे कई उद्देश्य हैं। पहला- खोयी सिंधु और सिंध वापस हो। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बिना सिंध के राष्ट्रगान अधूरा है। इसी प्रकार इसके बिना देश भी अधूरा है। दूसरा- लद्दाख के साथ स्नेही संबंध बने। तीसरा- सनातन और बौद्ध समन्वय हो और चौथा वह स्थान पर्यटन के रूप में विकसित हो। यात्रियों के स्वागत कार्यक्रम में स्वामी राघवानंद, सिंधु दर्शन यात्रा समिति के महामंत्री श्री हेमनदास मोटवानी सहित कई गण्यमान्यजन उपस्थित थे।द प्रतिनिधि32
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