|
इस्लाम देशप्रेम का हुक्म देता है-कुप्.सी.सुदर्शन, निवर्तमान सरसंघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघगत 5 से 7 जून तक छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के महंत घासीराम संग्रहालय में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का अखिल भारतीय कार्यकत्र्ता अभ्यास वर्ग आयोजित हुआ। इसमें 22 राज्यों के 200 से अधिक कार्यकत्र्ताओं ने भाग लिया।वर्ग के पहले दिन यानी 5 जून को एक परिचर्चा आयोजित की गई, जिसका विषय था “मजबूत हिन्दुस्थान की बुनियाद में मुस्लिम समाज की हिस्सेदारी।” परिचर्चा के मुख्य वक्ता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य श्री6 जून को देश की एकता, अखंडता एवं भाईचारे को पुष्ट करने के लिए चार प्रस्ताव पारित किए गए।वर्ग का समापन 7 जून को हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निवत्र्तमान सरसंघचालक श्री कुप्.सी.सुदर्शन। वर्ग को संबोधित करते हुए श्री सुदर्शन ने कहा कि इस्लाम का अर्थ है-शांति और अमन। इसलिए इस्लाम को मानने वालों को चाहिए कि अपने पैगंबर के पद चिन्हों पर चलते हुए देश में अमन और शांति के माहौल को बनाए रखने का हर संभव प्रयास करें। इस्लाम देश से प्रेम करने का हुक्म देता है। उन्होंने कहा कि मोहम्मद साहब ने विभिन्न कबीलों को एक जुटकर अरब में कौमियत का पैगाम दिया। उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले मुसलमान अपने को अल्पसंख्यक क्यों मानते हैं? वे भारत के अभिन्न अंग हैं। अल्पसंख्यक तो वे हैं, जो भारत के बाहर से आए हैं, जिनकी संख्या गिनी-चुनी है। भारत में सच्चे अर्थों में अल्पसंख्यक पारसी और यहूदी हैं। श्री सुदर्शन ने कहा कि सभी मत-पंथों में देश की सेवा करने की बात कही गई है। भगवान और खुदा भी यही कहते हैं। धर्म अनेकता में एकता का समर्थन करता है। श्री सुदर्शन ने कहा कि विश्व में 56-57 मुस्लिम देश हैं और ये मुस्लिम उम्मा का संदेश देते हैं, फिर भी उनमें आपस में ही लड़ाइयां होती हैं।श्री सुदर्शन ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसका गठन कुछ उलेमा और दानिश्वरों की आपसी सहमति से हुआ है। इसका उद्देश्य देश में एकता, भाईचारा और साम्प्रदायिक सौहार्द कायम करना है। इसके अलावा 3 बार तलाक कहने की प्रथा खत्म करने, समान नागरिक कानून, राम मंदिर निर्माण, गरीब मुस्लिमों को मुफ्त शिक्षा मुहैया कराने, गोहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध, वतन परस्ती का जज्बा पैदा करना ही मंच का उद्देश्य है। कार्यक्रम को डा. जौहर मियां और प्रदेश के मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर मंच के राष्ट्रीय संयोजक मो.अफजाल, संरक्षक तनवीर अहमद, गिरीश जुयाल, सिराज कुरैशी, सह संयोजक जुनूस कुरैशी, सलावत खान आदि उपस्थित थे। वर्ग के आयोजन में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के प्रदेश संयोजक डा. सलीम राज की अहम् भूमिका रही। वर्ग में “देशप्रेम एवं शान्ति का सन्देश” पुस्तक का लोकार्पण भी हुआ। यह पुस्तक श्री14
टिप्पणियाँ