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चरणवंदन से जुड़े मनमध्य प्रदेश में सतना जिले के डड़ला ग्राम में मकर संक्रांति के अवसर पर एक बड़ा ही प्रेरक कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उल्लेखनीय है कि डड़ला ग्राम वनवासी-बहुल है और यहां पिछले चार साल से बाबा छत्रसाल के नाम पर मेला लगता है। इसमें दूर-दूर से घंटों पैदल चलकर वनवासी बंधु शामिल होते हैं। मेले में सामाजिक समरसता की दृष्टि से “चरणवन्दना कार्यक्रम” भी होता है। इसका आयोजन जाने-माने कृषि वैज्ञानिक एवं समाजसेवी डा. सदाचारी सिंह तोमर करते हैं। कार्यक्रम में मेले में आए बुजुर्ग वनवासियों का सम्मान किया जाता है। सम्मान का तरीका भी बड़ा अनूठा है। पहले गण्यमान्य अतिथियों द्वारा वनवासियों का पैर धोया जाता है और फिर उन्हें श्रीफल, गर्म वस्त्र आदि भेंट किए जाते हैं। इस अवसर पर वनवासियों के स्वास्थ्य की जांच भी होती है और उन्हें नि:शुल्क दवाइयां दी जाती हैं। कार्यक्रम में शिक्षा बचाओ आन्दोलन समिति के राष्ट्रीय संयोजक श्री दीनानाथ बत्रा, ग्राहक पंचायत के श्री सोमनाथ खेड़कर, स्वदेशी जागरण मंच के श्री कश्मीरी लाल, सहायक आयकर आयुक्त श्री श्रीकांत नामदेव, वरिष्ठ रेलवे अधिकारी श्री सत्यनारायण वर्मा, पूर्व कांग्रेसी विधायक ठाकुर यादवेन्द्र सिंह आदि ने सैकड़ों बुजुर्ग वनवासियों के पैर धोकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।14 जनवरी को ही डड़ला ग्राम से 25 कि.मी. दूर उचेहरा गांव में भी एक ऐसा ही कार्यक्रम आयोजित हुआ। यहां लगभग 25 बुजुर्ग वनवासियों का पाद प्रक्षालन किया गया। लोक कल्याण समिति के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम के अतिथि थे श्री दीनानाथ बत्रा एवं एमनेस्टीअगले दिन सिवनी जिले के जावरकाठी गांव में भी पाद प्रक्षालन का कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर लगभग 50 बुजुर्ग वंचितों के पैर धोये गए। उल्लेखनीय है कि प्रतिनिधि27
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