|
– डा. रेणु किशोरप्राध्यापिका, मनोविज्ञान विभाग, दौलतराम महाविद्यालय, दिल्लीआज लोगों के सामने अनेक समस्याएं हैं, विशेषकर शहरी लोगों के सामने। कोई इन्सान अभी सोया ही रहता है कि पत्नी आकर कहने लगती है, “अजी सुनो नल में पानी नहीं आ रहा। कल भी शाम को पानी नहीं
टिप्पणियाँ