कर्नाटक में वक्फ बोर्ड का कहर : 1200 एकड़ कृषि भूमि पर ठोंका दावा, ना कब्र, ना कोई निर्माण, फिर कैसे दरगाह के नाम जमीन
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

कर्नाटक में वक्फ बोर्ड का कहर : 1200 एकड़ कृषि भूमि पर ठोंका दावा, ना कब्र, ना कोई निर्माण, फिर कैसे दरगाह के नाम जमीन

परेशान किसानों ने जताया विरोध, कहा- यह हमारी पुश्तैनी जमीन है, हमारा परिवार पीढ़ियों से इस पर खेती कर रहा है।

by SHIVAM DIXIT
Oct 26, 2024, 05:05 pm IST
in भारत, कर्नाटक
चित्र प्रतीकात्मक

चित्र प्रतीकात्मक

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

कर्नाटक के विजयपुर जिले के टिकोटा तालुक स्थित होनवाड़ा गांव में 1200 एकड़ जमीन को वक्फ बोर्ड की संपत्ति बताए जाने के बाद किसानों में भारी आक्रोश फैल गया है। इस विवादित भूमि को लेकर किसानों को नोटिस भेजे गए हैं, जिसमें कहा गया है कि यह जमीन शाह अमीनुद्दीन दरगाह के अधीन है और वक्फ संपत्ति के रूप में चिन्हित है। किसानों का कहना है कि यह उनकी पुश्तैनी जमीन है और उनके परिवार पीढ़ियों से इस पर खेती कर रहे हैं। इस मामले को लेकर किसानों ने जिला प्रभारी मंत्री एमबी पाटिल को ज्ञापन सौंपा है और चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने इन नोटिसों को वापस नहीं लिया, तो वे व्यापक विरोध प्रदर्शन करेंगे।

वक्फ बोर्ड के नोटिस से उपजा विवाद

होनवाड़ा गांव के लगभग 41 किसानों को नोटिस भेजे गए हैं, जिनमें दावा किया गया है कि उनकी जमीन वक्फ बोर्ड की संपत्ति है। किसानों के अनुसार, यह नोटिस सरकारी रिकॉर्ड के आधार पर जारी किए गए हैं, जिसमें जमीन को शाह अमीनुद्दीन दरगाह के नाम पर दर्ज किया गया है। हालाँकि, किसानों ने आरोप लगाया है कि उनके गांव में इस नाम की कोई दरगाह नहीं है और यह जमीन उनके परिवारों की पुश्तैनी संपत्ति है।

किसानों का कहना है कि उन्होंने सदियों से इस भूमि का स्वामित्व संभाला है, और सरकारी रिकॉर्ड में दरगाह के नाम पर उनके खेतों का उल्लेख करना उनके लिए चौंकाने वाला है। विजयपुर जिले के किसान तुकाराम नालोदे ने बताया कि यह भूमि उनके परिवारों की है और उन्होंने वर्षों से इस पर खेती की है। उन्होंने कहा कि यह आरोप गलत है और वे किसी भी सूरत में इसे वक्फ बोर्ड को नहीं देंगे।

वक्फ बोर्ड और सरकारी अधिकारियों की प्रतिक्रिया

वक्फ बोर्ड के अधिकारियों ने सफाई दी है कि यह नोटिस 1974 के गजट अधिसूचना के आधार पर जारी किए गए थे, जिसमें इन जमीनों को वक्फ संपत्ति के रूप में चिह्नित किया गया था। वक्फ बोर्ड की विजयपुर इकाई की एक अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार ने इस भूमि को वक्फ बोर्ड के अधीन घोषित किया था और इसे सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।

हालांकि, अधिकारियों ने यह भी स्वीकार किया कि कुछ नोटिस गलती से भेजे गए थे और अगर किसानों के पास वैध भूमि रिकॉर्ड हैं, तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।

भाजपा का आरोप और राजनीतिक विवाद

इस विवाद पर भाजपा नेता और बेंगलुरु दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्या ने कर्नाटक सरकार और वक्फ मंत्री बी ज़मीर अहमद खान पर आरोप लगाए हैं। सूर्या ने कहा कि वक्फ मंत्री ने डिप्टी कमिश्नर और राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिया है कि 15 दिनों के भीतर इस जमीन को वक्फ बोर्ड के पक्ष में पंजीकृत किया जाए। उन्होंने इसे किसानों के खिलाफ अन्याय बताया और कहा कि यह निर्णय बिना किसी पुख्ता सबूत के लिया गया है।

किसानों का विरोध और आगामी कदम

किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी जमीनों को वक्फ संपत्ति घोषित करने का फैसला वापस नहीं लिया गया, तो वे सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। किसानों ने इस मामले में प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की है और कहा है कि वे किसी भी हालत में अपनी पुश्तैनी जमीन नहीं छोड़ेंगे।

अन्य किसानों के बीच डर का माहौल

इस विवाद ने कर्नाटक के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी किसानों के बीच असुरक्षा का माहौल बना दिया है। किसान संगठनों ने भी इस मुद्दे पर सरकार से स्पष्टीकरण की मांग की है और कहा है कि भूमि विवादों का समाधान पारदर्शी और न्यायपूर्ण ढंग से होना चाहिए।

Topics: Waqf Board noticeकर्नाटक सरकारVijaypur farmers agitationKarnataka governmentShah Aminuddin Dargahकर्नाटक भूमि विवादTejasvi Surya statementKarnataka land disputeWaqf Minister Zameer Ahmed Khanवक्फ बोर्ड नोटिसancestral land disputeविजयपुर किसान आंदोलनशाह अमीनुद्दीन दरगाहतेजस्वी सूर्या बयानवक्फ मंत्री ज़मीर अहमद खानपुश्तैनी जमीन विवाद
Share12TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर

यूपी कॉलेज में वक्फ बोर्ड की जमीन नहीं तो, वहां आखिर मजार क्या कर रही है- देवकीनंदन ठाकुर

वक्फ बोर्ड की कारगुजारियों से कर्नाटक के लोग परेशान हैं।

वक्‍फ बोर्ड के अवैध कब्‍जों पर घिर गए सिद्धारमैया, जाग रहा कर्नाटक

Karnataka Thawarchand Gehlot Mallikarjun Kharge

नियमों को ताक पर रखकर कर्नाटक सरकार ने मल्लिकार्जुन खड़गे के ट्रस्ट को सौंपी 5 एकड़ जमीन, राज्यपाल ने मांगी रिपोर्ट

Karnataka congress election menifesto promises

Karnataka: कांग्रेस सरकार ने किए 59 वादे, लेकिन पूरा किया केवल 3

कर्नाटक में निजी नौकरियों में 100% आरक्षण पर सिद्धारमैया ने लिया यू-टर्न, पोस्ट भी हटाया

येदियुरु स्थित सिद्धलिंगेश्वर मंदिर

हिन्दू संस्कृति को मिटाने पर तुली कांग्रेस

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies