नीरा आर्य को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाए जाने की मांग
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

नीरा आर्य को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाए जाने की मांग

देश के कई बड़े शिक्षा शास्त्रियों ने नीरा आर्य को देशभर में पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाए जाने की माग की है।

by WEB DESK
Aug 12, 2024, 03:59 pm IST
in भारत
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

देश के कई बड़े शिक्षा शास्त्रियों ने नीरा आर्य को देशभर में पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाए जाने की माग की है। अ.भा. साहित्य परिषद अलवर और आस्था साहित्य संस्थान अलवर के संयुक्त तत्वावधान में महाकवि बलवीर सिंह करुण की 26वीं कृति बलिदानी नीरा महाकाव्य के लोकार्पण अवसर पर विद्वानों ने क्रांतिकारी एवं आजाद हिंद फौज की प्रथम जासूस नीरा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए यह मांग उठाई।

यह कार्यक्रम राजस्थान के अलवर के निर्वाणा होटल के सभागार में संपन्न हुआ। 22 महाकाव्यों के सृजन के विश्व रिकॉर्डधारी महाकवि आचार्य देवेंद्र देव की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में नीरा आर्य स्मारक एवं पुस्तकालय खेकड़ा उप्र के संस्थापक तेजपालसिंह धामा एवं मधु धामा को सम्मानित भी किया गया है। कार्यक्रम में हिन्दी के प्रसिद्ध साहित्यकार और राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर के डीन प्रो नंदकिशोर पांडेय, दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रो डॉ नीलम राठी, गोरखपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध प्रो. डॉ चारुशीला सिंह, वीरांगना कविता सामोता जी, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य एवं महाकवि बलवीरसिंह करुण, पृथ्वी सिंह मील, ओज के राष्ट्रीय स्वर विनीत चौहान ने नीरा आर्य को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाए जाने की सरकार से मांग की।

उल्लेखनीय है कि नीरा आर्य आज़ाद हिन्द फ़ौज की स्वतंत्रता सेनानी रही थी और दानवीर सेठ छाजूराम लांबा इनके धर्म पिता थे। कालपानी की सजा से लेकर अनेक घोर यातनाएँ इन्होंने झेली थीं। बलवीर सिंह करुण के महाकाव्य बलिदानी नीरा से इनका व्यक्तित्व हम सबके सामने आ पाया है। दक्षिण भारत में कक्षा 4 की हिन्दी की पुस्तक में नीरा आर्य के जीवन पर एक अध्याय पढ़ाया जाता है, लेकिन विद्वानों ने देशभर में नीरा आर्य के जीवन को छात्रों को पढ़ाने की वकालत की है।

Topics: Rajasthan NewsAlwar newsस्वतंत्रता सेनानीनीरा आर्यNeera Arya
Share22TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

हिंदू छात्रों से पढ़वाया गया कलमा

कोटा: स्कूल में हिंदू छात्रों से कलमा पढ़वाने का वीडियो वायरल, जांच शुरू

Mangluru Love jihad with a hindu girl

लव जिहाद: अजमेर में नाबालिग हिन्दू युवती के इस्लामिक कन्वर्जन की कोशिश नाकाम, हिन्दू संगठनों ने बचाया

प्रतीकात्मक तस्वीर

राजस्थान हाईकोर्ट: शैक्षणिक रिकॉर्ड में मां का नाम सिर्फ विवरण नहीं, बच्चे की पहचान का आधार है

बांग्लादेशियों पर भारत का एक्शन शुरू : जोधपुर से डिपोर्ट किए गए 148 बांग्लादेशी, जानिए कैसे आए पकड़ में..?

प्रतीकात्मक तस्वीर

घर वापसी: इस्लाम त्यागकर अपनाया सनातन धर्म, घर वापसी कर नाम रखा “सिंदूर”

2003 में जारी हुआ यह डाक टिकट

‘अभयारानी’ महारानी अबक्का

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies