गत जनवरी को पटना के राजेंद्र नगर स्थित ‘विजय निकेतन’ में सेवा भारती द्वारा हित-चिंतक संगोष्ठी आयोजित की गई। इसे संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह श्री रामधर चक्रधर ने कहा कि राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होते ही पिछले 500 वर्ष के संघर्ष पर विराम लग गया।
22 जनवरी को राष्ट्रीय एकता का अनूठा दृश्य देखने को मिला। अयोध्या में उस दिन संपूर्ण देश का प्रतिनिधित्व था। सभी मत-संप्रदाय और समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोग उस दिन उपस्थित थे। वह दिन पूरे विश्व में ऊर्जा का संचार करने वाला दिन था। देश के हर कोने में सभी वर्गों के लोगों ने दीपावली मनाई। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है इस देश को समर्थशाली बनाना। सेवा का कार्य कोई उपकार नहीं, बल्कि हमारा दायित्व है।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा भारती के उपाध्यक्ष श्रवण कुमार, पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश दास, अलंकार आटो सेल्स के निदेशक कैप्टन उदयन प्रियरूप, विजया नेत्र अस्पताल के प्रबंधक डॉ. देवेंद्र नाथ निराला, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, दक्षिण बिहार के संघचालक राजकुमार सिन्हा, क्षेत्र कार्यवाह डॉ. मोहन सिंह इत्यादि उपस्थित थे।
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