जासूस चीन से नाराज नेपाल क्या तोड़ेगा बीआरआई का बंधन?
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

जासूस चीन से नाराज नेपाल क्या तोड़ेगा बीआरआई का बंधन?

चीन नेपाल की प्रचंड सरकार को कम्युनिस्ट पाठ पढ़ाते-पढ़ाते उसकी खुफिया जानकारी इकट्ठी कर रहा है। इसके लिए चीन की महत्वाकांक्षी बीआरआई प​​रियोजना की आड़ ली जा रही है

by WEB DESK
Nov 7, 2023, 05:49 pm IST
in विश्व
Representational Image

Representational Image

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पहाड़ों के उस तार से छनकर आ रहे ताजा आकलनों के अनुसार, हिमालयी देश नेपाल में कम्युनिस्ट सरकार भले है लेकिन वह अक्खड़ और चालबाज चीन से खासा नाराज चल रहा है जबकि बीजिंग में सब कुछ कम्युनिस्टों के हाथ ही है। इसके पीछे वजह क्या है? वजह सिर्फ चीन द्वारा नेपाल के सीमांत क्षेत्रों में घुसपैठ, वहां गैरकानूनी रूप से चीनी गांव बसाना और चीनी सैनिकों का घूमना ही नहीं है, वजह अब एक विशेष रिपोर्ट भी है। क्या है इस रिपोर्ट में?

हाल ही में सामने आई इस रिपोर्ट के अनुसार, चीन के बीआरआई के बहाने नेपाल की जासूसी किए जाने की कुछ जानकारियों सामने आई हैं। यानी चीन नेपाल की प्रचंड सरकार को कम्युनिस्ट पाठ पढ़ाते-पढ़ाते उसकी खुफिया जानकारी इकट्ठी कर रहा है। इसके लिए चीन की महत्वाकांक्षी बीआरआई प​​रियोजना की आड़ ली जा रही है।

उक्त रिपोर्ट में ही इस बात के पुख्ता कयास लगाए गए हैं कि चीन के इस दुर्भावनापूर्ण बर्ताव से नेपाल सरकार नाराज चल रही है। बताया गया कि नेपाल ने इस बात पर कम्युनिस्ट चीन के सामने कई बार विरोध तो दर्ज कराया है लेकिन ड्रैगन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।

वर्ष 2022 में नेपाल सरकार की एक रिपोर्ट आई थी इसमें था कि नेपाली इलाके में चीनियों की दखल बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट का दावा था कि हिमालयी देश के जिले हुम्ला में चीनी विशेष रूप से बढ़ते देखे गए हैं। चीन ने यहां कुछ इमारतें भी खड़ी कर ली हैं। उसने सीमा के उस ओर अर्थात नेपाल में सड़क और नहर बनाना शुरू किया था। लेकिन नेपाल वालों को चीनी बीआरआई से कई शिकायतें हैं जिनकी वजह से बढ़ते तनाव में फिलहाल वह निर्माण तो रुका हुआ है।

अभी पिछले महीने ही बीजिंग में चीन सरकार ने करीब 140 देशों के शीर्ष नेताओं को बुलाकर बीआरआई परियोजना की दसवीं सालगिरह मनाई थी। इस मौके पर हुए शीर्ष सम्‍मेलन में नेपाल की तरफ से उपप्रधानमंत्री नारायण काजी श्रेष्‍ठ शामिल हुए थे। नारायण को वहां की सरकार के सामने कई मुद्दों पर स्पष्ट चर्चा करनी थी, दोनों कम्युनिस्ट सत्ताओं के बीच तनाव का कारण बने इन पहलुओं पर पिछले काफी वक्त से तनातनी चली आ रही थी।

वर्ष 2022 में नेपाल सरकार की एक रिपोर्ट आई थी इसमें था कि नेपाली इलाके में चीनियों की दखल बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट का दावा था कि हिमालयी देश के जिले हुम्ला में चीनी विशेष रूप से बढ़ते देखे गए हैं। चीन ने यहां कुछ इमारतें भी खड़ी कर ली हैं। उसने सीमा के उस ओर अर्थात नेपाल में सड़क और नहर बनाना शुरू किया था। लेकिन नेपाल वालों को चीनी बीआरआई से कई शिकायतें हैं जिनकी वजह से बढ़ते तनाव में फिलहाल वह निर्माण तो रुका हुआ है।

नेपाल सरकार का मानना है कि अब पानी सिर के ऊपर से बहने लगा है। लेकिन चीन हिमालयी देश की सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं को हल्के में लेता आ रहा है। तनाव की इस असली वजह पर नारायण कई चीनी अधिकारियों से बात करने के मूड से गए थे। लेकिन वहां उनकी अचानक तबियत खराब हो गई और अस्पताल में भर्ती हो गए। इस वजह से वह बहुत महत्वपूर्ण चर्चा हो ही नहीं पाई।

लेकिन तब भी नारायण चीन के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री और सीपीसी सैक्रेटेरिएट के सदस्य वांग ज्याओहांग से मिल लिए थे। उनसे उन्‍होंने कानून व्यवस्था की चिंता करने और सीमा पार सुरक्षा सहयोग बढ़ाने को लेकर लंबी बात की। इससे पूर्व इसी वर्ष मार्च में नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल उर्फ प्रचंड ने चीन सरकार से अपील की थी नेपाल के कारोबार के लायक उत्पादों को बीजिंग के खुले बाजारों तक पहुंच उपलब्ध कराएं।

इधर, चीन की बीआरआई परियोजना यूं तो अनेक सदस्य देशों के लिए सिरदर्द साबित हो रही है, लेकिन नेपाल के सीमांत दुर्गम क्षेत्रों में तो इसके अनेक दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। इस परियोजना के रास्ते चीन की कारोबार पर एकाधिकारवादी महत्वाकांक्षाएं साफ झलकती हैं। लेकिन इससे भी बड़ी चीन की शरारत, जो कई देशों के साथ वह कर रहा है, यहां भी चल रही है। सीमा क्षेत्रों का अतिक्रमण चीन का चिर—परिचित शगल बन चुका है। नेपाल और चीन के बीच सीमा पर दो स्थान मिलते हैं। दूसरे, नेपाल में भी चीनी लोग की बहुतायत देखने में आ रही है। दुकानों, बाजारों, दफ्तरों में चीनियों का दिखना आम होता जा रहा है।

कुछ रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि नेपाल के दुर्गम पहाड़ी इलाकों में नेपाल सरकार उतनी चौकसी नहीं कर पा रही है। वहां बढ़ती जा रही चीनियों की तादाद भी चिंता जगा रही है। पता चला है कि, चीन इस स्थिति का फायदा उठा रहा है। वह घुसपैठ और सीमांत इलाकों में जासूसी करवा रहा है।

वर्ष 2022 में नेपाल सरकार की एक रिपोर्ट आई थी इसमें था कि नेपाली इलाके में चीनियों की दखल बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट का दावा था कि हिमालयी देश के जिले हुम्ला में चीनी विशेष रूप से बढ़ते देखे गए हैं। चीन ने यहां कुछ इमारतें भी खड़ी कर ली हैं। उसने सीमा के उस ओर अर्थात नेपाल में सड़क और नहर बनाना शुरू किया था। लेकिन नेपाल वालों को चीनी बीआरआई से कई शिकायतें हैं जिनकी वजह से बढ़ते तनाव में फिलहाल वह निर्माण तो रुका हुआ है। लेकिन, काठमांडू और बीजिंग में, बेशक, छत्तीस का आंकड़ा गहराता जरूर जा रहा है।

Topics: cpcnepalbriborderIndiadiplomacyChinaनेपालचीन
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

Nepal Rasuwagadhi Flood

चीन ने नहीं दी बाढ़ की चेतावनी, तिब्बत के हिम ताल के टूटने से नेपाल में तबाही

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

माता वैष्णो देवी में सुरक्षा सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

four appointed for Rajyasabha

उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला समेत चार हस्तियां राज्यसभा के लिए मनोनीत

Kerala BJP

केरल में भाजपा की दोस्तरीय रणनीति

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies