नई दिल्ली। गाजियाबाद पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिये कन्वर्जन करने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। मामले का खुलासा तब हुआ था जब एक हिंदू अभिभावक ने पुलिस में शिकायत की थी कि उनका नाबालिग बेटा सुबह जिम जाने की बात कहकर घर से निकलता है और नमाज पढ़ने जाता है। पुलिस ने मामले को खंगाला तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। मुंबई में बैठा शाहनवाज खान उर्फ बद्दो इस गंदे रैकेट का मास्टरमाइंड निकला। वह अभी पकड़ा नहीं गया है लेकिन गाजियाबाद पुलिस ने अब एक और खुलासा किया है। गाजियाबाद पुलिस ने आशंका जताई थी कि इस रैकेट के तार विदेश से भी जुड़े हो सकते हैं। ऐसे में पाकिस्तान कनेक्शन सामने आता दिख रहा है। विदेश से फंडिंग को लेकर भी जांच की जा रही है। गृह मंत्रालय और यूपी सरकार ने भी इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।
गाजियाबाद के डीसीपी निपुन अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि 30 मई को थाना कविनगर क्षेत्र में एक जैन नाबालिग बच्चे के पिता ने तहरीर दी थी कि उनके बेटे का बहला-फुसलाकर धर्मांतरण किया गया है। इस मामले में हमने मौलवी को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया है। इसके अलावा शाहनवाज मकसूद खान की गिरफ़्तारी के लिए महाराष्ट्र में टीम भेज दी है। एक पीड़ित ने बताया कि वो यूथ क्लब नामक यूट्यूब चैनल देखता था जो पाकिस्तान आधारित है। हमें ये भी बताया जा रहा है कि इसमें कुछ ईसाई मत के लोग भी हैं जिन्होंने इस्लाम कबूल कर लिया, वो भी इसमें साथ में थे।
एनसीपीसीआर ने भी लिया संज्ञान
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है। आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट कर बताया कि गेमिंग ऐप के ज़रिए नाबालिगों के इस्लाम में परिवर्तित किए जाने का मामला पिछले सप्ताह एनसीपीसीआर के संज्ञान में आया। इसके बाद 2 जून को ग़ाज़ियाबाद पुलिस को कार्यवाही हेतु निर्देश जारी किए जा चुके हैं, तत्संबंध में आवश्यक कार्यवाही हेतु भारत सरकार के इलेक्ट्रानिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से भी संपर्क किया जा रहा है।
30 मई को थाना कविनगर में बहला-फुसलाकर धर्मांतरण का एक अभियोग पंजीकृत हुआ था। इसमें 2 लोग नामजद थे। एक मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया गया है। मुंबई के रहने वाले बद्दो उर्फ शाहनवाज मकसूद खान की तलाश की जा रही है। तीन हिंदू लड़कों को बहला फुसला कर धर्मांतरण कराने की कोशिश की गई।
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