नई दिल्ली। लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) यानी लिट्टे के प्रमुख प्रभाकरण के जीवित होने का दावा किया गया है। वर्ष 2009 में श्रीलंका की सरकार ने उसके मारे जाने की घोषणा की थी। लेकिन सोमवार को भारत के तंजावुर में एक नेता ने उसके जीवित होने का दावा किया है। तमिल नेशनलिस्ट मूवमेंट के नेता पाझा नेदुमारने ने कहा कि प्रभाकरण जल्द दुनिया के सामने आएगा। वह जिंदा है और स्वस्थ भी। उम्मीद है कि इससे प्रभाकरण की मौत की अफवाहों पर विराम लगेगा। वहीं, श्रीलंका सरकार ने बताया कि इस मामले की जांच की जाएगी।
नेदुमारन ने कहा कि श्रीलंका के मौजूदा हालात शासन के खिलाफ विद्रोह को देखते हुए प्रभाकरण का सामने आना जरूरी है। वह जल्द ही तमिलों के लिए नई योजना की घोषणा करेंगे। नेदुमारन ने तमिल समाज से सहयोग करने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार श्रीलंका में चीन को पैर जमाने से रोके। लिट्टे जब मजबूत था तो किसी भी देश को श्रीलंका में पैर जमाने की अनुमति नहीं दी थी। वहीं श्रीलंका के विदेश मंत्री की ओर से कहा गया है कि मंत्रालय रिपोर्ट की जांच करेगा।
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