उत्तराखंड : तीन सालों में मानव वन्यजीव संघर्ष से गई 161 लोगो की जान, जबकि आपदा में 400 से ज्यादा की हुई मौत
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होम भारत उत्तराखंड

उत्तराखंड : तीन सालों में मानव वन्यजीव संघर्ष से गई 161 लोगो की जान, जबकि आपदा में 400 से ज्यादा की हुई मौत

- जंगल से लगे गांवों में सोलर फेंसिंग तार बाड़ लगाई जा रही है ताकि जानवरों के हमले रोके जा सकें।

उत्तराखंड ब्यूरो by उत्तराखंड ब्यूरो
Nov 30, 2022, 02:35 pm IST
in उत्तराखंड
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https://panchjanya.com/wp-content/uploads/speaker/post-258803.mp3?cb=1669799124.mp3

उत्तराखंड राज्य में जंगली जानवर हिंसक हो रहे है, पिछले तीन सालो में 161 लोगो को वन्य जीवों में अपना निवाला बनाया है। विधानसभा में विधायको के सवालों के जवाब ने सरकार ने ये जानकारी सदन को दी है।

जानकारी के अनुसार 2020 से अब तक, लेपर्ड ने 66,हाथी ने 28, टाइगर ने 13,भालू ने 5,सांप ने 44 और अन्य जीवों ने 6 लोगो की जान ली है।सबसे ज्यादा तेंदुए ने 186 लोगो को अपने हमले में घायल किया है,भालू ने 178,हाथी ने 27,टाइगर ने 23, सांप ने 145,लोगो को चोट पहुंचाई है यानि 641 लोग वन्य जीवों के हमले में घायल हुए है।

वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि  राज्य में 65 फीसदी जंगल है ज्यादातर वन्यजीव के जंगली इलाके में जाने से और जंगल से सटे गांवों में ये घटनाएं हुई है , जंगल से लगे गांवों में सोलर फेंसिंग तार बाड़ लगाई जा रही है ताकि जानवरों के हमले रोके जा सकें।

आपदा से मारे गए है चार सौ से ज्यादा लोग

सरकार द्वारा सदन को ये भी जानकारी दी गई है,पिछले तीन सालो में बारिश, भूस्खलन,आदि से चार सौ एक लोगो की जान चली गई है।

Topics: uttarakhand newsउत्तराखंड समाचारमानव-वन्यजीव संघर्षउत्तराखंड में आपदा से मौत का आंकड़ाउत्तराखंड विधानसभा सत्रhuman wildlife conflictdisaster death toll in uttarakhanduttarakhand assembly session
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