रांची पुलिस ने तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी )के जोनल कमांडर और दस लाख का इनामी भीखन गंझू और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है। दोनों की गिरफ्तारी सदर थाना क्षेत्र के डेलाटोली से की गई है। गिरफ्तार उग्रवादियों में भीखन गंझू उर्फ दीपक उर्फ नेताजी और राहुल कुमार मुंडा शामिल है। इनके पास से 12 लाख 32 हजार 270 रुपये, सात मोबाइल, दो राउटर, उग्रवादी संगठन का छह लेटर पैड, एक लैपटॉप, एक पैन कार्ड, एक आधार कार्ड, पांच डेबिट कार्ड, चेक बुक, पासबुक और एक स्कूटी बरामद किया गया है।
एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि झारखंड सरकार ने राज्य को नक्सल मुक्त राज्य बनाने का संकल्प लिया है। इसी संकल्प को धरातल पर उतारने के लिए डीजीपी और आईजी अभियान के नेतृत्व में झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ, झारखंड जगुआर और कोबरा बटालियन सभी नक्सली संगठनों के खिलाफ चौतरफा कार्रवाई कर रहे है। इसी क्रम में दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी ने बताया कि 26 मामलों में फरार चल रहे मोस्ट वांटेड दस लाख का इनामी उग्रवादी भीखन गंझू की तलाश वर्षों से झारखंड पुलिस के साथ-साथ एनआईए को भी थी। एसएसपी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर दोनों को गिरफ्तार किया गया। भीखन गंझू पर चतरा जिला के पिपरवार, टंडवा, लावालौंग और पत्थलगड़ा, जबकि रांची जिला के खलारी, बुढ़मू मैक्लुस्कीगंज और कांके थाना में कुल 26 मामले दर्ज हैं। भीखन गंझू टेरर फंडिंग और विदेशी हथियार की तस्करी मामले में झारखंड पुलिस के साथ-साथ एनआईए के भी रडार पर था। एनआईए ने भीखन को मोस्ट वांटेड घोषित कर रखा था।
इन बड़ी वारदात को दिया था अंजाम
- साल 2002 में भाकपा माओवादी संगठन में रहते हुए खलारी में लेवी के लिए पेटी कॉन्ट्रैक्टर की हत्या।
- साल 2007 में चूरी कोलियरी के कर्मचारी से मारपीट कर विस्फोटक लूटने की घटना।
- साल 2015 में विजन के राजेंद्र राम की हत्या।
- साल 2017 में करमटांड़ जंगल में प्रदीप महतो की हत्या।
- साल 2017 में बीजीआर कंपनी के कार्यों में विस्फोट लगाकर उड़ाने की घटना।
- साल 2018 में चतरा जिला के पत्थलगड़ा में नागेश्वर गंझू की हत्या।
- साल 2020 में मैक्लुस्कीगंज में मदन साहू की हत्या।
- साल 2021 में नरेश गंझू की हत्या।
- साल 2021 में बबलू मुंडा की हत्या की साजिश।
मोस्टवांटेड होने के बावजूद कोयला कारोबार में सक्रिय
एसएसपी ने बताया कि भीखन गंझू सीसीएल कर्मी है। उग्रवादी संगठन में वह कमांडर है। पिपरवार के अशोका, टंडवा की मगध-आम्रपाली परियोजना में टेरर फंडिंग मामले में एनआइए ने चार्जशीट दायर की है। जबकि नागालैंड से हथियार की तस्करी में भी एनआइए ने भीखन पर चार्जशीट दायर की है। इन मामलों में वह फरार चल रहा था। मोस्टवांटेड होने के बावजूद वह इन दिनों कोयला के कारोबार में सक्रिय था। हाल में टंडवा में हुई आगजनी की घटना में भी भीखन का नाम सामने आया था। इतना ही नहीं भीखन ने कई कोल ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों पर दबाव डालकर अपने आदमी को ट्रांसपोर्ट का काम भी दिलाया है।
एनआईए का भी है मोस्ट वांटेड
एसएसपी ने बताया कि चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र में रहने वाला टीपीसी उग्रवादी भीखन गंझू के एनआईए के रडार पर था। एनआईए ने भीखन गंझू पर टेरर फंडिंग के मामले में कांड संख्या आरसी 05/2019/ और आरसी 06/2018 में मामला दर्ज किया है। मगध आमप्राली कोल परियोजना में टेरर फंडिंग, उग्रवादी परमेश्वर गंझू के यहां से लेवी राशि की बरामदगी और पूर्णिया आर्म्स रैकेट केस में भीखन को एनआइए तलाश कर रही थी।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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