उत्तराखंड ब्यूरो
उत्तरकाशी से आगे त्रिशूल चोटी को फतेह करने निकले नौसेना दल पर हिमस्खलन होने के हादसे में 4 जवानों के शवों को खोज लिया गया है,जबकि एक जवान और एक पोर्टेर अभी भी लापता है।
उत्तरकाशी से आगे त्रिशूल चोटी को फतेह करने निकले नौसेना दल पर हिमस्खलन होने के हादसे में 4 जवानों के शवों को खोज लिया गया है,जबकि एक जवान और एक पोर्टेर अभी भी लापता है। बता दें कि त्रिशूल चोटी के पास हुए हिमस्खलन की घटना के बाद 6 जवान लापता थे। ये सभी नौसेना के जवान हैं, जो 23 दिन पहले त्रिशूल फतह करने निकले थे।
जानकारी के अनुसार त्रिशूल पर्वत की 7120 मीटर ऊंची चोटी को फतह करने नौसेना के 15 सदस्यों का दल गया था। हिमस्खलन होने से दस जवान लापता बताए गए। बाद में 4 जवानों को बचा लिया गया। शेष 6 सदस्यों की लापता की खबर मिलने के बाद नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्राचार्य अमित बिष्ट रेस्क्यू टीम के साथ त्रिशूल बेस कैम्प की तरफ रवाना हो गये थे, जिनके द्वारा 4 शवों को खोज निकाला गया। 2 जवान अभी भी लापता हैं, जिनमे एक पोर्टेर भी शमिल है।
इन जवानों की खोज में हैलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है। सेना और आईटीबीपी के दल भी खोज कार्य में जुटे हैं। सभी के पार्थिव शरीर को नौसेना मुख्यालय ले जाया गया है।
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