आवरण कथा संबंधित – तृतीय सत्र
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गोष्ठी के तीसरे सत्र में श्री आलोक बंसल ने कहा कि इमाम अली चौथे पैगंबर थे, हजरत अली ने कभी युद्ध नहीं किया। पहले कुरान हाथ में लेकर चलने वालों पर गोलियां नहीं चलाई जाती थीं लेकिा अब पाकिस्तान में ऐसा हाल आम है। बसरा में अकबरियों का प्रभुत्व है और बाकी क्षेत्रों में बसूली हैं। इस्लामिक राज्य शियाओं को एक अवसर देना चाहता है। बोकोहराम, जिहाद और खिलाफत को आवश्यकता बना दिया गया है। तालिबान के पास अपना कोई क्षेत्र नहीं है जबकि आईएसआईएस के पास व्यापक सल्तनत है। पश्चिम के मुसलमान अहले कुरान की बात पर जोर देते हैं। जिस प्रकार स्वामी दयानन्त सरस्वती ने पुराण के खंडन के स्थान पर वेद की स्थापना पर जोर दिया उसी प्रकार पश्चिम के मुसलमान हदीस की नहीं अहले कुरान (केवल कुरान) की बात करते हैं।
डा. शक्ति सिन्हा ने कई उदाहरणों के साथ तर्क प्रस्तुत किया कि आज के सभी उग्रवादी विज्ञान और तकनीकी विषयों में निपुण हैं, विशेषकर 9/11 के प्रकरण के बाद। समय के साथ नए परिप्रेक्ष्य में इस्लामी राज्य भी स्वयं को बदल रहे हैं, पढ़े लिखे टेक्नोक्रेट उग्रवाद में संलिप्त होकर मानव जाति के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं।
श्री अनिल चैत ने कहा कि पश्चिमी ऐशिया में जो हो रहा है और भारत को भी जिसमें लक्षित किया जा रहा है उसकी अनदेखी नहीं की जानी चाहिए। हम सोशल मीडिया में कोई सरकारी हस्तक्षेप की बात नहीं करते लेकिन हमारे तंत्र को नजर रखनी चाहिए कि कहीं हमारा कोई युवा इन मानव विरोधी छलियों के बहकावे में न आ जाए।
पाञ्चजन्य के संपादक श्री हितेश शंकर ने कहा कि इराक की समस्या से स्थानीय स्तर पर ही निपटना होगा, जो हत्याएं और बर्बर कृत्य हो रहे हैं उनकी भर्त्सना होनी चाहिए, दुर्भाग्य से हर चीज पर पैनी नजर का दावा रखने वाले वामपंथी इराक के घटनाक्रम पर कुछ भी नहीं कहते। मोसुल में मात्र 4 प्रतिशत लोगों का समर्थन आईएसआईएस को प्राप्त है।
आर्गनाइजर के संपादक श्री प्रफुल्ल केतकर ने कहा कि सऊदी अरब और ईरान इसमें मुख्य खिलाड़ी हैं और अमरीका की शह पाकर इजरायल भी इस दौड़ से अलग नहीं है।
श्री आलोक बंसल ने इसी बिन्दु के साथ अपनी बात को जोड़ते हुए कहा कि बोकोहराम ही आईएसआईएस में परिवर्तित हुआ है। सीरिया में अल मूसरा का क्षेत्र संकुचित हो रहा है जिसे कि अल जवाहिरी का समर्थन प्राप्त था। विचारधारा जितनी उग्र होगी तात्कालिक जुड़ाव उतना बढ़ेगा, इसलिए तालिबान से ज्यादा आकर्षण इनके प्रति बढ़ रहा है।
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