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भोपाल में 1 और 2 मार्च को द्वितीय अंतरराष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मलेन का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और पाली एवं संस्कृत भाषा में मंत्रोच्चारण के साथ हुआ। सांची बौद्ध विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इस धर्म-धम्म सम्मेलन की मुख्य अतिथि थीं भूटान की राजकुमारी आशी सोनम डेकन वांगचुक। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। सम्मेलन में श्रीलंका और भूटान के वरिष्ठ मंत्रियों समेत लगभग 20 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए भूटान की राजकुमारी आशी सोनम डेकन वांगचुक ने कहा कि मानव के भौतिक विकास के आकलन के बजाय भूटान में आंतरिक प्रसन्नता के आकलन को तरजीह दी जाती है। भूटान में बुद्ध का दर्शन भाईचारे, परस्पर सम्बन्ध, सुशासन के साथ ही सुखद अनुभूति प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि धर्म और धम्म के उपदेश का पालन करके भारत और भूटान के सम्बन्ध और बेहतर होंगे।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूरी दुनिया में इन दिनों युद्ध और शोषण का माहौल है। दुनिया के कुछ देश दादागिरी करने पर उतारू हैं, लेकिन जरूरत इस बात की है कि %E
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