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देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि लखनऊ में 2 मार्च को भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार श्री नरेन्द्र मोदी के भाषण सुनने को उ.प्र. के कोने-कोने से पहुंचे लोगों के जनसैलाब से रमाबाई रैली स्थल केसरिया समुद्र के रूप में तब्दील हो गया था। उ.प्र. की सबसे बड़ी ऐतिहासिक विजय शंखनाद महारैली में युवा, किशोर, महिलाएं और बुजुर्ग और मुसलमान युवा भी अच्छी संख्या में आए थे। लाखों की संख्या में उमड़़े जनसैलाब का उत्साह देखते बन रहा था। श्री नरेन्द्र मोदी ने विजय शंखनाद महारैली में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस पार्टी पर अपने शब्दबाणों से जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा, ये पार्टियां सेकुलरिज्म की आड़ में सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करती हैं, जबकि भाजपा के लिए इसका मतलब लोगों को जोड़ना और विकास करना है। उनसे जब रोजगार, शिक्षा की व्यवस्था करने और महंगाई कम करने की बात की जाती है तो वे इन मुद्दों को छोड़कर ह्यसेकुलरिज्म के खतरेह्ण में होने की बातें करने लगते हैं।
श्री मोदी ने अपने अंदाज में कहा कि जो लोग हमें ललकारते हैं, उन्हें मेरी ललकार है-
आंधियों की जिद है जहां बिजली गिराने की,
मुझमें भी जिद है वहीं आशियां बनाने की।
श्री मोदी ने कहा कि अभी चुनावी सरगर्मी शुरू होनी बाकी है। इसके बावजूद यह विशाल केसरिया जनसागर देखकर साफ लग रहा है कि भाजपा की आंधी चल रही है। चुनाव घोषित होते ही यह सुनामी में परिवर्तित हो जाएगी, जिसमें ह्यसबकाह्ण ढहना तय है, यानी ह्यसह्ण का मतलब सपा, ह्यबह्ण का मतलब बसपा और ह्यकाह्ण का मतलब कांग्रेस। इस ह्यसबकाह्ण ने सबको लूटा है, इसलिए उनका विनाश तय है।ह्ण
श्री मोदी ने उसी दौरान इलाहाबाद में रैली कर रहे मुलायम सिंह यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ह्यनेताजी कहते हैं कि मोदी विकास के मुद्दे पर मुकाबला करें। मैं विकास की राजनीति का पक्षधर रहा हूं। मैं 10 साल से कह रहा हूं कि वोट बैंक की राजनीति छोड़ो, विकास के मुद्दे पर आओ। मुझे खुशी है कि नेताजी को अपने पुराने रास्ते को छोड़कर अपने भाषण में विकास की चर्चा करने को मजबूर होना पड़ा। यह उनकी दूसरी पराजय है। नेताजी गुजरात की आलोचना कर रहे हैं। अच्छा होता अगर वह एक बार गुजरात आकर विकास देख लेते और उत्तर प्रदेश में अपने बेटे की सरकार के काम का हिसाब देते। श्री मोदी ने कहा कि सपा सरकार के एक साल के कार्यकाल में ही 150 दंगे हुए हैं, जबकि गुजरात में 10 साल में एक भी दंगा नहीं हुआ, कहीं कर्फ्यू तक नहीं लगा। नेताजी शर्म से माथा झुक जाता है। आपके नेताओं की गुंडागर्दी के कारण पूरे देश में जितने भी गम्भीर गुनाह हुए हैं, उसमें 45 प्रतिशत गुनाह आपकी नाक के नीचे हुए हैं। प्रदेश में महिला उत्पीड़न की 20 हजार से ज्यादा घटनाएं हुई हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लखनऊ से सांसद रहे पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया और कहा कि लखनऊ को देखकर उन्हें श्री वाजपेयी और उनका नेतृत्व याद आता है। श्री वाजपेयी कहते थे कि दिल्ली का रास्ता लखनऊ से गुजरता है। समृद्घ भारत का सपना तभी पूरा होगा जब समृद्घ उत्तर प्रदेश की नींव तय होगी। अगर भारत का भाग्य बदलना है तो उसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से करनी होगी क्योंकि गरीबों, शोषितों का कल्याण करना ही भाजपा का लक्ष्य है और अगर एक बार उ.प्र. शक्तिशाली बन गया तो देश को ताकतवर बनने में देर नहीं लगेगी। प्रस्तुति : धीरज त्रिपाठी
नेता जी ने मुसलमानों को सिर्फ
वोट का टुकड़ा ही समझा
श्री मोदी ने कहा कि हजयात्रा करना हर मुसलमान की ख्वाहिश होती है। गुजरात में हर वर्ष सिर्फ 4800 लोगों को कोटा दिया गया है, लेकिन जब अर्जी मंगवाते हैं तो 38 हजार अर्जियां आती हैं लेकिन सेक्युलरिज्म की रेवडि़यां बांटने वाले नेता जी (मुलायम) के राज में 32 हजार के कोटे में अर्जियां सिर्फ आती हैं 35 हजार। उन्होंने कहा, अगर उत्तर प्रदेश में मुसलमानों की आर्थिक स्थिति अच्छी होती तो इतनी कम अर्जियां नहीं आतीं। नेता जी ने मुसलमानों को वोट ही बनाए रखा है।
भगवा के साथ तिरंगे का मेल
भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता प्र
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