उत्तर-पूर्व के युवाओं का दर्द समझें
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छात्र की मौत से भी सबक नहीं, मुनीरका में मणिपुरी बच्ची से दुष्कर्म, अम्बेडकर नगर व महरौली में युवकों को पीटा
राहुल शर्मा
राजधानी में एक बार फिर से पूर्वोत्तर राज्यों से आए छात्रों और लोगों को चुन-चुन कर शिकार बनाया जा रहा है। छात्र नीदो तानियाम की मौत बर्बरता का एक मात्र उदाहरण नहीं है। हैरानी की बात यह है कि केन्द्र सरकार, पुलिस और उनके समर्थक संगठनों के प्रयासों के बावजूद भी लोग उत्तर-पूर्व के लोगों को निशाना बना रहे हैं।
दिल्ली-एनसीआर में लाखों पूर्वोत्तर से आए छात्र और नौकरीपेशा लोग रहते हैं। इनमें से अधिकांश पर आज भी ह्यचीनीह्ण या ह्यनेपालीह्ण बोलकर अभद्र टिप्पणी का जाती है। दुख: की बात यह है कि देश क ो आजादी दिलाने के लिए पूर्वोत्तर राज्यों से बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के अतुलनीय योगदान के बारे में दूसरे राज्यों के लोग अनभिज्ञ हैं। यही नहीं पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के नाम तक उत्तर भारत या दूसरे राज्यों के लोगों को आमतौर पर मालूम नहीं हैं। इन लोगों से नस्लीय भेदभाव किया जाता है, जैसे कि ये किसी दूसरे देश के निवासी हों। ऐसा करने वाले शायद यह भूल जाते हैं कि स्वतंत्रता सेनानियों के अलावा फिल्म जगत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डैनी, महिला मुक्केबाज मैरीकॉम और फुटबाल खिलाड़ी बाइचुंग भूटिया भी पूर्वोत्तर के रहने वाले हैं जिन्होंने न केवल देश, बल्कि विदेशों तक में अपनी प्रतिभा का परचम लहराकर भारतवासियों का नाम रोशन किया।
सही मायने में समाज इस बढ़ती दूरी की खाई को पाटने के लिए आगे आना होगा। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की पाठ्य पुस्तकों में उत्तर-पूर्व के राज्यों और देश का नाम करने वाले वहां के लोगों के बारे में विस्तार से बताना होगा, ताकि भविष्य में उत्तर-पूर्व के लोगों को सौतेला मानकर चलने वालों की मानसिकता में बदलाव लाया जा सके।
मणिपुरी बच्ची से दुष्कर्म
दिल्ली के वसंत विहार इलाके में मणिपुर की रहने वाली नाबालिग बच्ची से बलात्कार का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने आरोपी मकान मालिक के बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके विरोध में उत्तर-पूर्व और जेएनयू के छात्रों ने वसंत विहार थाने के सामने सड़क जाम कर धरना-प्रदर्शन किया। मुनीरका के रामा बाजार में दुकान चलाने वाली मणिपुरी महिला की 14 साल की भांजी भी उनके साथ रहती है। वह अपनी मौसी के काम में भी हाथ बंटाती है। गत 8 फरवरी की रात पुलिस को जानकारी मिली थी कि रात में किशोरी दवा लेने दवाई की दुकान पर जाने के लिए घर से निकली थी। तभी उनके मकान मालिक के 18 वर्षीय लड़के विक्की ने लड़की को देख लिया। विक्की उसे बहलाकर नजदीकी एक मकान के खाली कमरे में ले गया। वहां उसने नाबालिग से दुष्कर्म किया। इस दौरान उसे काफी चोट आई है। यही नहीं आरोपी ने दो घंटे तक किशोरी को जबरन कमरे में बंद रखा। वहां से घर लौटकर उसने पूरे मामले की जानकारी परिजनों को दी। फिर वसंत विहार पुलिस से शिकायत की गई। पुलिस ने किशोरी की मेडिकल जांच कराई जिसमें बलात्कार की पुष्टि हो गई। पुलिस ने बलात्कार का मामला दर्ज कर आरोपी विक्की को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके विरोध में उत्तर-पूर्व राज्यों के संगठनों ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ वसंत विहार थाने के बाहर धरना-प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि पहले लाजपत नगर में अरुणाचल प्रदेश के छात्र नीदो तानियाम की हत्या और अब किशोरी से हुए बलात्कार से साबित हो गया है कि दिल्ली में उत्तर-पूर्व के निवासियों से भेदभाव किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस विरोधी नारे लगाकर प्रदर्शन भी किया और कुछ समय के लिए नेल्सन मंडेला मार्ग को बंद भी कर दिया था।
पूर्वोत्तर के तीन युवकों पर हमला
राजधानी में उत्तर-पूर्व के लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने के केन्द्र सरकार के सभी दावे महज आश्वासन साबित हो रहे हैं। अभी नीदो तानियाम की मौत का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अम्बेडकर नगर इलाके में दो अन्य युवकों को मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने शिकार बना डाला।
9 फरवरी की रात 10 बजे मदनगीर इलाके में रहने वाले मणिपुरी युवक गिनखानसुआम नौलक (24) और वुमसुआन मुंग (25) बाजार से अपने घर की ओर जा रहे थे। विराट सिनेमा के निकट अचानक पीछे से एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए तीन लड़के उनके पास आकर रुक गए। ये सभी हॉकी और डंडे लिए हुए थे, जिन्होंने दोनों युवकों पर हमला बोलकर उन्हें बुरी तरह से घायल कर दिया। मारपीट के बाद तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए। घायलों को उपचार के लिए एम्स ले जाया गया। अम्बेडकर नगर पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। मणिपुरी युवकों ने पुलिस को बताया कि वे आरोपियों को नहीं जानते हैं। दूसरी वारदात साकेत इलाके की है। यहां गत 11 फरवरी की सुबह 5-6 हमलावरों ने ड्यूटी से घर लौट रहे मणिपुरी युवक को रोककर लूटपाट की। विरोध करने पर बदमाशों ने उन पर चाकुओं से हमला कर दिया। वारदात के बाद हमलावर युवक का मोबाइल फोन सहित अन्य कीमती सामान लूटकर फरार हो गए। पुलिस ने जख्मी युवक को साकेत सिटी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां हालत गंभीर होने से युवक का ऑपरेशन भी किया गया।
पुलिस ने हत्या की कोशिश और लूटपाट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले ने पुलिस ने तीन आरोपियों सनी, आसिफ और राहुल को गिरफ्तार कर लिया है। इनके कब्जे से लूटा गया मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस इनसे बाकी साथियों के बारे में पूछताछ कर रही है।
वहीं दिल्ली पुलिस का दावा है कि इन राज्यों के निवासियों के साथ होने वाले अपराध की जांच को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। इसके लिए संयुक्त पुलिस आयुक्त रोबिन हिब्बू की देखरेख में सात पुलिस उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं।
नौ जगह आई थी चोट
छात्र नीदो मौत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, नीदो की मौत सिर और चेहरे पर आई गंभीर चोटों की वजह से हुई थी। उसके शरीर पर नौ जगह गंभीर पिटाई के निशान मिले थे। पुलिस ने दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा कि अरुणाचल प्रदेश के छात्र की मौत सिर और फेफड़े में गंभीर चोट लगने से हुई थी। पुलिस ने अदालत को बताया कि चारों आरोपियों सुंदर, पवन, सन्नी और फरमान के खिलाफ हत्या की धारा-302 लगा दी है। इस मामले में तीन आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके थे।
समिति ने मांगे सुझाव
गृह मंत्रालय ने पूर्वोत्तर के लोगों की चिंता को ध्यान में रखकर पूर्व आईएएस अधिकारी बेजबरुआ की अध्यक्षता में 5 फरवरी को एक समिति का गठन किया है। समिति देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले उत्तर-पूर्व राज्यों के लोगों की समस्याओं के निदान के लिए उनसे सुझाव मांग रही है। समिति ने समूहों, लोगों और संगठनों से इस बाबत सुझाव मांगे हैं। इस संबंध में सुझाव या विचार एस. साहा, सदस्य सचिव और उप सचिव, गृह मंत्रालय, कमरा नंबर 172 सी, नॉर्थ ब्लॉक में 28 फरवरी तक सुझाव भेजे जा सक ते हैं।
प्रधानमंत्री से मृत्युदण्ड की मांग
गृह मंत्रालय ने छात्र की हत्या की जांच का मामला सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया। 14 फरवरी को नीदो के माता-पिता प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिले और उन्होंने आरोपियों के लिए मृत्युदण्ड की मांग की। उन्होंने प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा है। दिल्ली नहीं, देश के अन्य हिस्सों में रहने वाले नागरिकों को उत्तर-पूर्व के प्रति आत्मीयता दर्शाते हुए यह समझना होगा कि वहां के लोग हमारे अपने ही तो हैं। हमें उनसे किसी भी तरह का भेदभाव न रखते हुए उनके दर्द को निकट से समझना होगा।
प्रतिक्रियाएं
स्र छात्र नीदो तानियाम की मौत का मामला पूरे देश के लिए शर्मनाक है। केन्द्र और दिल्ली सरकार को आरोप-प्रत्यारोप से हटकर दिल्ली में रह रहे पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
-नरेन्द्र मोदी
गुजरात के मुख्यमंत्री
स्र बहुत से लोग पूर्वोत्तर के लोगों को स्वीकार करते हैं, उनका सम्मान भी करते हैं, लेकिन बहुत बड़ी तादाद ऐसे लोगों की भी है जिन्हें यह तक नहीं मालूम कि उत्तर-पूर्व भारत का ही हिस्सा है।
-निरुपम बोरबोरु वा
कलाकार, असम
स्र उत्तर-पूर्व के लोग सबसे भिन्न दिखाई पड़ते हैं। इन प्रदेशों की जानकारी के अभाव में लोग उनसे गलत तरीके से पेश आते हैं।
-मोइरंगथम गोरामंगी
फुटबाल खिलाड़ी, मणिपुर
स्र हमें मालूम है कि हर जगह की संस्कृति का सम्मान करना चाहिए, लेकिन बदले में हमारे साथ भी सम्मानजनक व्यवहार होना चाहिए। अब यह समझने का समय आ चुका है कि उत्तर-पूर्व में एक समुदाय है, जो कि दिखने में हमसे भिन्न है, लेकिन वह हमारे देश का अंग है।
-उपेन्द्रजीत. आर. के.
छात्र, फाइन आर्ट्स, असम
स्र बालों पर हुई झड़प पर छात्र को पीटा गया। हम जब स्वयं को भारत का हिस्सा मानते हैं तो हमारे साथ तथाकथित मूल निवासी ऐसा व्यवहार क्यों करते हैं?
-जेसिका ईवा
छात्रा, फाइन आर्ट्स, शिलांग
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