मोदी से बंधी पाकिस्तानियों को आस
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गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी ने भारत में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के नाते देश-विदेश के मीडिया को आकर्षित तो किया ही है, पाकिस्तान के अखबार भी उनके कसीदे पढ़ने लगे हैं। वहां के अखबारों ने उम्मीद जताई है कि मोदी कुर्सी पर बैठे तो बहुत संभव है पाकिस्तान और भारत के बीच चुभने वाले मसलों की सलवटें सुलझ जाएं। उदाहरण के लिए, द न्यूज में संपादक आमिर जिया ने लिखा-लोग मानते हैं कि बीजेपी पाकिस्तान के साथ और अच्छे से बातचीत कर सकेगी और ठोस कदम उठाएगी। मोदी को दमदार नेता बताते हुए आगे लिखा कि उनमें कोई फैसला लेने की सामर्थ्य तो है। दूसरे अखबार भी अटल बिहारी वाजपेयी के जमाने और उनकी बस यात्रा को याद कर मोदी को दोस्ती बढ़ाने और गुजरात की तरह कारोबार और निवेश को आगे ले जाने में काबिल मानते हैं। अखबारों ही नहीं, दूसरे क्षेत्रों के प्रमुख लोगों में भी मोदी को लेकर चर्चा चल रही है। कुल मिलाकर उनके कुर्सी पर बैठने को पाकिस्तान के लिए फायदे का सौदा मानने वालों की वहां अच्छी खासी तादाद है।
लेकिन जहां अखबार इस आशय के लेख छाप रहे हैं तो वहीं पिछले दिनों दोस्ताना तराने गाकर भारत के नेताओं को लुभाने की कोशिश करते दिखे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने चुभने वाला बयान दिया कि कश्मीर पर फिर किसी भी वक्त भारत-पाकिस्तान जंग छिड़ सकती है। और कुछ नहीं, नवाज का यह बयान अमरीकियों के सामने कश्मीर राग अलापकर अंतरराष्ट्रीय बिरादरी का ध्यान खींचने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। बयान देते हुए नवाज दोनों देशों के परमाणु-सम्पन्न होने की याद दिलाते रहे। 3 दिसम्बर को पीओके की असेम्बली के बजट सत्र में भाषण देते हुए नवाज ने यह बात कही थी। लेकिन हैरानी की बात है कि देर रात जारी इस भाषण की प्रेस विज्ञप्ति में इस बयान का कोई जिक्र नहीं था। बस इतना ही लिखा था कि, ह्यकश्मीर मुद्दा लोगों की उम्मीदों और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के अनुसार सुलझाया जाएह्ण।
नाइजीरियाई वायुसेना हवाई अड्डे पर आतंकी हमला
2 दिसम्बर की भोर में सैकड़ों इस्लामी आतंकवादियों ने नाइजीरिया के वायुसेना हवाई अड्डे पर भीषण हमला बोलकर अपनी मौजूदगी का एक बार फिर अहसास कराया। वायुसेना हवाई अड्डे के साथ ही इस्लामी आतंकी गुट बोको हराम का गढ़ माने जाने वाले मैदुगुरी शहर के बाहरी इलाके में बने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी हमला बोला गया। पूर्व योजना के तहत हुए इस हमले में सैकड़ों की तादाद में इस्लामी आतंकी ट्रकों और चुराई हुईं बख्तरबंद गाडि़यों से पहंुचे थे। इसमें ढेरों जानें गईं और कई हवाई जहाज बर्बाद हो गए। ह्यअल्लाहू-अकबरह्ण के नारे लगाते हुए बोको हराम जिहादी बम धमाके और जबरदस्त गोलीबारी करते हुए हवाई अड्डे में दाखिल हुए और जो सामने पड़ा उसे ढेर करते गए। जिहादियों ने कई लोगों की गर्दन काट दी। इस हमले के पीछे नाइजीरिया सेना के एक हफ्ते पहले जंगल में मौजूद बोको हराम के गुप्त अड्डे पर हवाई और जमीनी हमले को वजह बताया जा रहा है। हवाई अड्डे पर हमले की योजना इतनी चाक-चौबंद थी कि 500 से ज्यादा आतंकी सेना से चुराई गाडि़यों में सैनिकों की वर्दी पहनकर कर्फ्यू लगे शहर से गुजरते हुए हवाई अड्डे पर पहंुचे और उन्हें कोई सुरक्षाकर्मी पहचान नहीं पाया।
सचिन की तारीफ से अखबारों पर बौखलाए तालिबानी
सचिन के क्रिकेट से संन्यास के वक्त जिन पाकिस्तानी अखबारों-चैनलों ने सचिन की तारीफों के पुल बांधे थे उनको तालिबानियों की धमकी सुननी पड़ी। पाकिस्तान में तालिबानी गुट तहरीके तालिबान ने मीडिया समूहों को सचिन को लेकर बाग बाग होने से मना किया है। तालिबानियों के प्रवक्ता शहीदुल्लाह शाहिद ने कहा कि उसके बजाय मीडिया और क्रिकेट के दीवाने लोग पाकिस्तानी कप्तान मिसबाह उल हक का हौसला बढ़ाएं। तालिबान के सचिन पर जारी फरमान को एक चुटकुला बताने वाले समा टीवी के शोएब कहते हैं कि आम पाकिस्तानी ने सोशल मीडिया पर इसे चुटकुले के तौर पर लिया है।
योग-ध्यान से दूर होता है तनाव-रोग
सऔर अब चलते चलते बात योग की। हार्वर्ड के वैज्ञानिकों ने ऐसे सबूत खोज निकाले हैं जो बताते हैं कि योग और ध्यान में तनाव और तमाम बीमारियों को दूर करने की जादुई ताकत है। भारत की बात करें तो, हार्वर्ड ने कोई बहुत बड़ी खोज नहीं कर ली है। हमारे प्राचीन शास्त्रों में वर्णित योग और ध्यान हमारी संस्कृति में रचे-बसे हैं। हमारे प्राचीन ऋषि-मुनियों ने योग को न केवल स्वास्थ्य के लिए आवश्यक बताया बल्कि इसे ईश्वर से तादात्म्य स्थापित करने का माध्यम भी बताया है। यूं ही नहीं स्वामी रामदेव की ख्याति दुनिया के तमाम देशों में फैली हुई है। वे जहां जाते हैं, बड़ी संख्या में योग साधक पहंुचते हैं। न्यूयार्क के टाइम्स स्क्वायर पर साल में एक रविवार सड़क पर चटाइयां बिछाकर हजारों न्यूयार्कवासी सामूहिक योग करते हैं और आनन्दित होते हैं। लेकिन हार्वर्ड के वैज्ञानिक, बताते हैं, पांच साल से इस अनुसंधान में जुटे हैं कि योग हमारे गुण सूत्रों और दिमागी गतिविधियों पर असर डालता है और उनमें बसे तनाव को दूर करता है। ध्यान से सिर्फ दिमाग नहीं, पूरे शरीर पर अच्छा असर होता है। नोबुल विजेता वैज्ञानिक एलिजाबेथ ब्लैकबर्न ने पिछले साल लिखा था कि 8 हफ्ते तक रोजाना 12 मिनट का योग-ध्यान तनाव से आने वाले बुढ़ापे को दूर करता है। आलोक गोस्वामी
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