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केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे द्वारा कांग्रेस के जयपुर चिंतन शिविर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के शिविरों में आतंकवादी प्रशिक्षण दिये जाने जैसा गैरजिम्मेदार बयान दिए जाने से देशभर में हिन्दू समाज उद्वेलित है। इसका विरोध करते हुए गत 24 जनवरी को देश भर में विरोध प्रदर्शन किये गए, जिनमें भारी संख्या में लोगों ने शामिल होकर न केवल शिंदे की कठोर भर्त्सना की बल्कि उन्हें गृहमंत्री पद से हटाने की जबर्दस्त मांग उठी। इसी क्रम में नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर 'शिंदे को बर्खास्त करो, बर्खास्त करो', 'गृहमंत्री शिंदे इस्तीफा दो' आदि नारों की गूंज हर ओर से सुनाई दे रही थी। जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन के साथ गृहमंत्री का पुतला भी फूंका गया।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित इस प्रदर्शन में पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्रीमती सुषमा स्वराज ने कहा कि सुशील कुमार शिंदे का बयान अचंभित और उत्तेजित करने वाला है। जिस 'भगवा' रंग को शिंदे आतंकवाद से जोड़ रहे हैं वह त्याग बलिदान, संन्यास और सांस्कृतिक अवधारणा का प्रतीक है। भगवा और आतंकवाद का कोई संबंध ही नहीं हो सकता। शिंदे का यह बयान बलिदानी संस्कृति का अपमान है। उन्होंने कहा कि ऐसी राजनीति नहीं करनी चाहिए जिससे राष्ट्रहित की अनदेखी हो, लेकिन शिंदे ने तो राष्ट्रभक्ति का अपमान किया है। ऐसे समय में जब पाकिस्तान पर प्रहार करना चाहिये, कांग्रेस भाजपा और राष्ट्रभक्त संगठन रा.स्व.संघ पर प्रहार कर रही है। पाकिस्तान को यह बोलने का अवसर दे रही है कि भारत की संसद में आतंकवादी बैठते हैं। ऐसा गैरजिम्मेदाराना बयान देकर शिंदे ने देश के गृहमंत्री पद की गरिमा गिराई है, राष्ट्र का बहुत अहित किया है। अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत की साख गिराने का काम किया है। इस बयान के लिये सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह कांग्रेस और सरकार की ओर से माफी मांगें और शिंदे को बर्खास्त करें। जब तक यह नहीं होगा, हम चुप नहीं बैठेंगे।
भाजपा के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हर राजनीतिक दल का चिंतन शिविर होता है और वह इसमें देश की समस्याओं पर विचार तथा उन समस्याओं के समाधान पर चिंतन करता है। जयपुर में कांग्रेस का चिंतन शिविर हुआ, आशा थी कि इसमें देश की ज्वलंत समस्याओं पर चिंतन होगा और उनके समाधान पर विचार किया जाएगा। लेकिन कांग्रेस के चिंतन शिविर से निकले राहुल गांधी, और गृहमंत्री का यह बयान कि भाजपा और संघ के शिविरों में आतंकवाद का पाठ पढ़ाया जाता है। इस बयान के विरुद्ध सिर्फ भाजपा में ही गुस्सा नहीं है बल्कि पूरा देश उद्वेलित है। इस वक्तव्य ने पाकिस्तानी आतंकवादी हाफिज सईद को भारत को आतंकवादी देश कहने का मौका दे दिया है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार शिंदे को गृहमंत्री पद से बर्खास्त नहीं करती तो यह लड़ाई संसद तक जाएगी। श्री राजनाथ सिंह ने प्रश्न किया कि यदि भाजपा आतंकवादी है तो वे लोग (दिग्विजय सिंह और शिंदे) देश को आतंकवाद से कैसे बचा सकते हैं जो आतंकवादियों को 'ओसामा जी' और 'सईद साहब' कहकर संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम इस आंदोलन को तार्किक परिणाम तक ले जाएंगे। शिंदे को गृहमंत्री पद से जाना ही होगा।
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अनंत कुमार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री विजय गोयल, दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता, भाजपा दिल्ली प्रदेश के वरिष्ठ नेता डा. हर्षवर्धन, राष्ट्रीय सचिव सुश्री वाणी त्रिपाठी, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार मल्होत्रा, दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री जगदीश मुखी, दिल्ली की पूर्व महापौर सुश्री आरती मेहरा, युवा मोर्चा की राष्ट्रीय मंत्री सुश्री ध्वनि शर्मा आदि ने भी प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया और शिंदे की बर्खास्तगी की मांग की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में दिल्ली भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित थे। उद्बोधन के पश्चात श्री राजनाथ सिंह एवं अन्य नेताओं ने सुशील कुमार शिंदे के पुतले को आग के हवाले कर दिया। तरुण सिसोदिया
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