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23, 24 एवं 25 दिसम्बर, 2012 को उदासीन आश्रम, पहाड़गंज, नई दिल्ली में त्रिदिवसीय गीता जयन्ती महोत्सव आयोजित हुआ। महोत्सव का उद्घाटन 23 दिसम्बर को विश्वविख्यात योग गुरु स्वामी रामदेव ने भगवान श्रीकृष्ण के चित्र के समक्ष आरती करके किया। इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता डा. मुरली मनोहर जोशी, नागा बाबा दर्शन मुनि जी, महामण्डलेश्वर हंसदेवाचार्य जी और स्वामी राघवानन्द, समाजसेवी श्री जयनारायण खण्डेवाल सहित अनेक गण्यमान्यजन उपस्थित थे। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता श्री मनोहरलाल कुमार ने की। वक्ताओं ने कहा कि गीता निष्क्रिय होने की बात नहीं कहती है, बल्कि सक्रिय होने की बात कहती है। 24 दिसम्बर को गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द जी, स्वामी अनुभूतानन्द जी और स्वामी योगानन्द (श्री अशोक अरोड़ा) ने गीता पर प्रवचन दिए। जबकि 25 दिसम्बर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री इन्द्रेश कुमार, स्वामी राघवानन्द, महन्त नवल किशोर दास आदि के उद्बोधन हुए। इस अवसर पर स्वामी राघवानन्द जी का 77वां जन्म दिन भी मनाया गया। 7 गरीब कन्याओं का विवाह, गरीब महिलाओं को ऋण वितरण और रक्तदान शिविर जैसे जनोपयोगी कार्यक्रम भी हुए। महोत्सव का आयोजन श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा दिल्ली और कुछ अन्य संगठनों ने किया था। दप्रतिनिधि
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