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विविध

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Apr 28, 2012, 12:00 am IST
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दिंनाक: 28 Apr 2012 14:22:22

सिरमौर में तीन दिवसीय 'राष्ट्रीय चिंतन यज्ञ' पर व्याख्यानमाला

विज्ञान के क्षेत्र में भी विश्वगुरु रहा है भारत

–डा. सदानंद सप्रे, सह संयोजक, विश्व विभाग, रा.स्व.संघ

मध्य प्रदेश के सिरमौर में गत दिनों बहुभाषी संवाद समिति हिन्दुस्थान समाचार व प्रबुद्ध नागरिक मंच के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय 'राष्ट्रीय चिंतन यज्ञ' व्याख्यानमाला सम्पन्न हुई। 20-22 अप्रैल तक चली व्याख्यानमाला में विद्वानों ने विभिन्न विषयों पर विचार व्यक्त किए।

व्याख्यानमाला के पहले दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विश्व विभाग के सह संयोजक डा. सदानन्द सप्रे ने भारत की उज्ज्वल वैज्ञानिक परम्परा पर दिए सारगर्भित व्याख्यान में कहा कि अध्यात्म और विज्ञान में हमेशा भारत विश्वगुरु रहा है। वर्तमान में जानकारी के अभाव में लोग भारत को विज्ञान में पिछड़ा हुआ मानते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में इंटरनेट से तरह-तरह की जानकारियां सामने आती हैं जिसके माध्यम से लोग हर चीज से अवगत हो जाते हैं। अब तो विश्वभर में इस बात की स्वीकार्यता बढ़ रही है कि भारत विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में आ चुका है। सत्र की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महाकौशल प्रांत के सह प्रांत प्रचारक श्री नागेन्द्र ने की।

दूसरे दिन 'श्रमकालीन राजनीतिक प्रदेश एवं पत्रकारिता' विषय पर संबोधित करते हुए नव स्वदेश, सतना के प्रधान संपादक डा. शिव बरुआ ने कहा कि आजादी के पहले का भारत देखें। हर किसी का उद्देश्य देश को स्वतंत्र कराना था। इस बुनियादी बात के लिए सब एकमत हो गए। आजादी के पहले भारतीय राजनीति में अंग्रेजों का दखल था। अंग्रेज चाहते थे कि आजादी के आन्दोलन में दरार पैदा हो और वे इसमें सफल भी रहे। पत्रकारिता पर बोलते हुए डा. बरुआ ने कहा कि आजादी तक उसका भी एक ही एजेंडा था, राष्ट्रवाद और स्वाधीनता। लेकिन अब नैतिक संस्कारों के विपरीत घटनाओं को प्रमुखता से स्थान दिया जाता है।

अंतिम दिन हिन्दुस्थान समाचार के सह प्रभारी श्री लक्ष्मी नारायण भाला ने संबोधित करते हुए कि जब अंग्रेजों ने भारत पर कब्जा किया तो सबसे पहले मनुष्य के अन्दर के मनुष्य को मार दिया। मैकाले का सिद्धांत था 'शिशु खाली गिलास है इसे भरना है', लेकिन हमारे देश के विद्वानों के मुताबिक शिशु में बीज रूप में सबकुछ मौजूद है, उसे प्रस्फुटित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सर्वांगीण विकास का मूल शिक्षा है। गर्भावस्था से लेकर अंतिम क्षण तक मनुष्य विकासशील है। लेकिन यह शिक्षा से ही संभव है। शरीर में अगर प्राण नहीं है तो उसे घर में चौबीस घंटे भी रखना मुश्किल होता है। श्री भाला ने कहा कि हमें संस्कारित बनाना शिक्षा का काम है।

व्याख्यानमाला के समापन पर संबोधित करते हुए संस्कार भारती के कार्यकर्ता प्रशिक्षण के संयोजक प्रो. गोविन्द गन्धे ने कहा कि आज हर वर्ग तर्कशील है। विज्ञान के युग में वह हर बात पर तर्क करता है, जब तक कि वह संतुष्ट नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि अज्ञानी मनुष्य शिशु के समान है। ज्ञान पशुओं की अपेक्षा मनुष्यों में ज्यादा होता है, जब वह सांस्कृतिक चेतना की बात करता है तब वह मनुष्य कहलाता है। तीन दिवसीय इस व्याख्यानमाला में 'भारतीय लोकतंत्र, विकास और चुनौतियां' नाम से प्रकाशित स्मारिका का लोकार्पण भी किया समाचार

पश्चिम बंगाल में इमामों को मासिक भत्ता दिए जाने पर विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष डा. प्रवीण भाई तोगड़िया का मुख्यमंत्री से प्रश्न?

हिन्दुओं का गुनाह क्या?

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राज्य के तीस हजार इमामों को मासिक भत्ता दिए जाने की घोषणा पर कटाक्ष करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष डा. प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा कि हिन्दू पुरोहित, बेरोजगार युवा तथा गरीब हिन्दू छात्र-छात्राओं ने हिन्दू होकर कौन सा गुनाह किया है जो राज्य की मुख्यमंत्री सिर्फ मुसलमानों पर मेहरबान हैं। वे गत 20 अप्रैल को कोलकाता में विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

डा. तोगड़िया ने प्रश्न किया कि भारत में मुसलमानांे ने 500 साल राज किया। ईसाइयों ने भी करीब 150 साल राज किया, फिर वे गरीब कैसे रहे? यह कौन सा न्याय है? डा. तोगड़िया ने कहा कि मुसलमान, हिन्दुओं के साथ मिलकर नहीं रह सकते, इसलिए पाकिस्तान बना था। आज फिर से घुसपैठ और जन विस्फोट से वर्तमान भारत को मुगलिस्तान बनाने की साजिश चल रही है। मुस्लिम वोट बैंक के लालच में तुष्टीकरण की राजनीति हो रही है। इस वोट बैंक के लिए आज के राजनेता नाच रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग के 27 प्रतिशत आरक्षण में से 4.5 प्रतिशत आरक्षण मुसलमानों के लिए लागू कर दिया है। विहिप इसका लगातार विरोध कर रही है।

उत्तर प्रदेश में राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा मुस्लिम लड़कियों को दिए जाने वाली आर्थिक मदद के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए डा. तोगड़िया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने यह फैसला करके हिन्दू समाज की अनदेखी की है। विहिप उ.प्र. सरकार के इस फैसले के विरुद्ध सम्पूर्ण राज्य में आंदोलन करेगी। कार्यक्रम में भारत सेवाश्रम संघ सहित पश्चिम बंगाल की कई हिन्दू संस्थाओं के संन्यासियों ने भाग लिया। पाल

जरूरतमंद की सेवा करना ही सामाजिक उत्तरदायित्व

–कुप्.सी. सुदर्शन,, निवर्तमान सरसंघचालक, रा.स्व.संघ

रा.स्व.संघ के निवर्तमान सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शन ने गत दिनों सेवा भारती चिकित्सालय, उदयपुर का अवलोकन किया। इस अवसर पर उनके साथ अ.भा. सम्पर्क प्रमुख श्री हस्तीमल भी उपस्थित थे। दोनों ने चिकित्सालय के सभी विभागों में घूमकर विविध चिकित्सा पद्धतियों के बारे में जाना तथा आवश्यक निर्देश दिए।

अवलोकन के पश्चात उपस्थित गण्यमान्य नागरिकों से बातचीत करते हुए श्री सुदर्शन ने कहा कि भारतीय समाज में सेवा हमेशा श्रेष्ठ मानी गई है। इसे कर्तव्य का दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद की सेवा करना ही सामाजिक उत्तरदायित्व है। इससे सामाजिक संगठन व समरसता सुदृढ़ होती है।

इस अवसर पर चिकित्सालय के प्रबंध प्रमुख श्री यशवंत पालीवाल ने बताया कि निर्धन, असहाय व सेवा बस्ती के रोगियों की नि:शुल्क चिकित्सा सेवा करने वाला यह उदयपुर का पहला चिकित्सालय है। उन्होंने कहा कि यहां एलोपैथी, होम्योपैथी, आयुर्वेद तथा अन्य चिकित्सा पद्धतियों की सुविधा उपलब्ध है। यहां हर महीने विविध रोगों के चिकित्सा शिविर भी आयोजित किए जाते हैं। इस अवसर पर चिकित्सालय से जुड़े कार्यकर्ता तथा समाज के प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे। 'अग्नि– 5' के सफल प्रक्षेपण पर रा.स्व.संघ के सरकार्यवाह श्री भैयाजी जोशी ने देशवासियों को बधाई देते हुए कहा

इससे देश को गौरव प्राप्त हुआ है

देश में पिछले दिनों हुए 'अग्नि-5' मिसाइल के सफल प्रक्षेपण पर रा.स्व.संघ के सरकार्यवाह श्री सुरेशराव उपाख्य भैयाजी जोशी ने वैज्ञानिकों तथा देशवासियों को बधाई देते हुए इसे देश को गौरव प्राप्त कराने वाला बताया।

गत 21 अप्रैल को रा.स्व.संघ के अ.भा. प्रचार प्रमुख श्री मनमोहन वैद्य द्वारा जारी वक्तव्य में श्री भैयाजी ने कहा है कि 'अग्नि- 5' का सफलतापूर्वक परीक्षण भारतीय वैज्ञानिकों की अभूतपूर्व उपलब्धि है। इसलिए मैं भारतीय नागरिकों, विशेषकर डी.आर.डी.ओ. के वैज्ञानिकों को हार्दिक बधाई देता हूं। 'अग्नि- 5' के परीक्षण से भारतीय सेना का बलवर्धन एवं देश को गौरव प्राप्त हुआ है।

रामसेतु मामले में विहिप ने की

केन्द्र सरकार की कड़ी निंदा

पिछले दिनों सर्वोच्च न्यायालय में रामसेतु मामले की सुनवाई के दौरान केन्द्र सरकार द्वारा रामसेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किए जाने पर सहमति न दिए जाने पर विश्व हिन्दू परिषद ने सरकार की कड़ी निंदा की है। इस विषय पर चर्चा के लिए गत 20 अप्रैल को विहिप के प्रदेश कार्यालय में एक बैठक सम्पन्न हुई जिसमें सभी कार्यकर्ताओं ने संप्रग सरकार के इस फैसले को हिन्दू विरोधी कदम करार दिया।

बैठक में इस विषय से संबंधित पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि हिन्दू समाज प्राचीन काल से ही रामसेतु की पूजा करता आया है और आज भी यह स्थान हिन्दुओं के लिए देवता तुल्य है, पूज्य है। इस सबके बावजूद केन्द्र सरकार ने इसे राष्ट्रीय धरोहर न मानते हुए जो बात सर्वोच्च न्यायालय को बताई है उससे सरकार की हिन्दू विरोधी मानसिकता जाहिर होती है। इससे यह भी साबित होता है कि सरकार की रामसेतु को तोड़ने की कुटिल मन: स्थिति अभी भी है।

प्रस्ताव में कहा गया है कि इस संदर्भ में गठित पचौरी समिति की सिफारिशों को सार्वजनिक किया जाए और हिन्दू समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों से सरकार दूर न भागे। प्रस्ताव के अंत में मांग की गई है कि सरकार न्यायालय में एक शपथ पत्र देकर सेतु समुद्रम् परियोजना को रद्द करे तथा रामसेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करे।

बैठक में पारित एक अन्य प्रस्ताव में 'अग्नि-5' के सफल परीक्षण पर देश के वैज्ञानिकों, सामरिक विशेषज्ञों व देश की जनता को बधाई देते हुए कहा गया है कि यह देशवासियों के लिए गौरव का प्रतीक

पृथ्वी की रक्षा के लिए यज्ञ का आयोजन

विश्व पृथ्वी दिवस व छत्रपति शिवाजी महाराज के जन्मदिवस की पूर्व संध्या पर गत 22 अप्रैल को दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित आर्य समाज मन्दिर में पृथ्वी व राष्ट्र रक्षा हेतु यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में उपस्थित लोगों ने यज्ञ में आहुतियां देकर पर्यावरण रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट की।

यज्ञ के उपरान्त आयोजित भजन-प्रवचन के कार्यक्रम में सातवीं कक्षा की कुमारी विदुषी की वीर शिवाजी के जीवन पर आधारित स्वरचित कविता ने सबको तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। कुमारी वाणी ने पर्यावरण की रक्षा पर अपने विचार रखे।

इस अवसर पर इन्द्रप्रस्थ विश्व हिन्दू परिषद के मीडिया प्रभारी श्री विनोद बंसल ने संबोधित करते हुए कहा कि वेदों के ज्ञान व यज्ञ के प्रसार से ही पृथ्वी की रक्षा होगी। यदि सही अर्थों में पृथ्वी का मूल्य और उसके रक्षण के उपाय खोजकर प्राणी मात्र का कल्याण करना है तो हमें वेदों की ओर लौटना ही होगा।

कार्यक्रम में आर्य समाज के कोषाध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सूद, श्रीमती राज सूद, श्रीमती कान्ता, श्रीमती प्रतिभा व विहिप के जिला उपाध्यक्ष श्री अनिल चतुर्वेदी सहित अनेक गण्यमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती विमलेश आर्य ने किया।

विहिप ने किया पुरोहितों का सम्मान

विश्व हिन्दू परिषद, पूर्व आंध्र प्रांत के तत्वावधान में गत दिनों पुरोहित सम्मान समारोह आयोजित किया गया। सम्मेलन में 18 गांवों के कुल 70 पुरोहितों ने भाग लिया। समारोह में 22 पुरोहितों को सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित प्रांत धर्म प्रसार प्रमुख श्री डी. संजीवरथ ने कहा कि हम सब भारतमाता की संतान हैं, इसलिए मतांतरण की जरूरत नहीं है। मतांतरण को रोकना बहुत जरूरी है और जो लोग मतांतरित हो गए हैं उन्हें दोबारा स्वधर्म में वापस लाने के प्रयास होने चाहिए। इसके अलावा विजयवाड़ा में विहिप द्वारा मजहब आधारित आरक्षण के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में सह जिला अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा।

महिला रामायण मंडली सम्मेलन

मध्य प्रदेश के कटनी में गत दिनों महिला रामायण मंडली सम्मेलन सम्पन्न हुआ। विश्व हिन्दू परिषद के तत्वावधान में आयोजित सम्मेलन में मुख्य रूप से निर्मोही अखाड़े की साध्वी प्रज्ञा भारती, पूर्व सांसद श्री विजय सोनकर शास्त्री, सामाजिक समरसता अभियान, मध्य क्षेत्र के संगठन मंत्री श्री विश्वनाथ सिंह आदि ने संबोधित किया।

सम्मेलन में 39 मंडलियों की 387 महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर स्थानीय विधायक श्री गिरिराज किशोर पोद्दार ने सभी 39 मंडलियों को 1100 रुपए का सहयोग देने की घोषणा की। सम्मेलन में सभी वक्ताआंे के उद्बोधन का सार था कि 'सेवा बस्तियों में नियमित रूप से जाकर रामायण व भजनों द्वारा समरसता का भाव निर्माण करें तथा हिन्दू समाज को टूटने से बचाएं'।

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