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द पवनशबरी मलय-2चित्रकथा : कुमार मोहन चलम, चित्रांकन : अजयन, प्रस्तुति: मलय फीचर्सभारत-भाग्य बदलने का आह्वान समाज से विषमता, जाति और वर्णभेद मिटाकर समरसता लाएंबुश के स्वागत में लाल कालीन बिछाने वाले इस्लामी आतंक की ओर आंखें मूंदे हुए क्यों? इधर पाकिस्तान उधर बंगलादेश हरे आतंक से घिरा भारत बंगलादेश में भारत विरोधी अड्डों और उसके कृतघ्न मंसूबों पर विशेष आयोजन -रविन्द्र घोषकश्मीर पर जगमोहन की पुस्तक का परिवर्धित संस्करण पाकिस्तानी आतंकवाद पर अमरीकी खामोशी क्यों? अमरीका कश्मीर में आतंकवाद समझता तो 9/11 न होता -तरुण विजयराजेन्द्र सच्चर का मुस्लिम अंकगणित -आलोक गोस्वामीशक्तिपीठ हिंगलाज की थारौ पंथ खड्गों धार ए। हींगोल बेड़ौ पार ए।। -तरुण विजयबिहार की कनबतियाविचार-गंगाऐसी भाषा-कैसी भाषा संस्कृत लेक्चरर पोस्ट के इंटरव्यू 10 कोमंथन उन्हें उन्माद नहीं, विवेक दो देवेन्द्र स्वरूपगहरे पानी पैठ इधर मिजाजपुर्सी उधर बमबारीतेजस्विनी श्रीमती विमला पोद्दार का संकल्प बहती रहे ज्ञान-गंगा- मंगल पाण्डेयमंगलम, शुभ मंगलम साईं इतना दीजिए….स्त्री “क्या भारतीय पुरुष स्वभावत: स्त्री विरोधी होता है ” फैशन और संस्कृति में टकराव कहां? मेरी सास, मेरी मां, मेरी बहू, मेरी बेटी ममता की छांह मेंगहराते संकट, ढीली सरकार – प्रतिनिधिवंदेमातरम् की ऊर्जा”संविधान नहीं कुरान चाहिए ” प्रतिनिधिहिरण्यमय कार्लेकर की पुस्तक- “बंगलादेश-द नेक्स्ट अफगानिस्तान” सिर्फ चीत्कार…और बहरे कानबंगलादेश बस चिंता और चर्चा? -वासुदेव पालकेन्द्रीय गृह मंत्रालय ने भी माना खतरा गंभीरसिंधु दर्शन समिति की बैठक सम्पन्नकेरल – बढ़ते जिहादी खतरे -तिरुअनंतपुरम से प्रदीप कुमारसच क्यों छिपायाशबरी कुंभ के अवसर पर प्रख्यात गांधीवादी विचारक, सर्वोदयी कार्यकर्ता घेलू भाई नायक ने कहा- मिशनरियों की नीयत समझने लगे हैं लोगशबरी कुंभ में यज्ञ-हवन कराने वाले ब्राह्मणों ने कहा- शबरी कुंभ जब-जब लगेगा, हम आएंगेआर्सेलर कम्पनी के अधिग्रहण का नस्लवादी विरोध क्योंकि मित्तल की लक्ष्मी भारतीय है? -प्रतिनिधि2कृपालु पाठक इस स्तम्भ हेतु हिन्दी की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अंग्रेजी के अस्वीकार्य प्रयोग के उदाहरण हमें भेजें। भेजने का तरीका यह है कि जिस लेख, सम्पादकीय, समाचार आदि में अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग खटकने वाला और अनावश्यक प्रतीत हो, उसकी एक कतरन अथवा मूल अंश की छायाप्रति हमें भेज दें। कतरन या छायाप्रति के नीचे समाचारपत्र या पत्रिका का नाम, उसके प्रकाशन की तिथि तथा पत्र-पत्रिका के प्रकाशन के स्थान का स्पष्ट उल्लेख करना आवश्यक है। साथ में अपना पता भी साफ-साफ लिखकर भेजें। प्रत्येक प्रकाशित उदाहरण पर 50 रुपए का पुरस्कार है। जो पाठक अस्वीकार्य शीर्षक के स्थान पर प्रयुक्त हो सकने वाले शीर्षक का स्वीकार्य सुझाव भी भेजेंगे, उन्हें 50 रु. का अतिरिक्त पुरस्कार दिया जाएगा। -सं.संस्कृत लेक्चरर पोस्ट के इंटरव्यू 10 कोयह शीर्षक है नई दिल्ली से प्रकाशित दैनिक विराट वैभव के 8 फरवरी, 2006 के अंक में प्रकाशित एक समाचार का। इसे भेजने वाले हैं- श्री अजय कुमार मिश्र, निगम प्राथमिक बाल विद्यालय नं.1, तिगड़ी, नई दिल्ली-110062और इनका सुझावउक्त पंक्ति इस प्रकार भी लिखी जा सकती थी-संस्कृत व्याख्याता पद के साक्षात्कार 10 कोपताऐसी भाषा-कैसी भाषा?पाञ्चजन्य, संस्कृति भवन, देशबंधु गुप्ता मार्ग, झण्डेवाला, नई दिल्ली-1100553
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