|
जोगेन्द्र सिंह सिलोरराजस्थान की भूमि की गौरव गाथाओं को भला कौन नहीं जानता। भारतीय सभ्यता-संस्कृति को अपने दिल में संजोने वाले हर व्यक्ति को यहां की लोक गाथाएं बरबस ही लुभातीं हैं। यह दुर्भाग्य है कि इन दिनों राज्य में जनता की गरीबी का फायदा उठाकर, उन्हें चंद रुपयों का लालच देकर राष्ट्र विरोधी शक्तियां देशद्रोही कार्यों को अंजाम देने में जुटी हुई हैं। राज्य में ईसाई मिशनरियों द्वारा चलाए जा रहे सामाजिक कार्यों की आड़ में धर्म परिर्वतन का धंधा बदस्तूर तेजी से फैल रहा है। पिछले दिनों गरीब बस्तियों व वनवासी क्षेत्रों में घटित घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। ईसाई बनने की जिद पर चंद रुपयों के लालच में श्रीगंगा नगर में जीजा द्वारा साली की गोली मारकर की गयी हत्या ने समाज का ध्यान ईसाई मिशनरियों की करतूतों की ओर खींचा ही था कि दूसरे राज्यों से मतान्तरण हेतु कोटा लाए गए सैकड़ों गरीब हिन्दुओं ने मीडिया से मुखातिब होकर राज्य की जनता को इस खतरे से सावधान कर दिया। राज्य में यदि जल्द ही इस पर अंकुश न लगा तो ईसाइयत हिन्दुत्व के लिए चुनौती के रूप में खड़ा हो सकता है। दूसरी ओर जिहादी मुसलमान भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई.एस.आई. के लिए काम कर रहे हैं। जयपुर के साथ-साथ सिरोही जिले में पकड़े गए आई.एस.आई. एजेंटों ने इस बात को स्वीकारा है। राज्य में सैनिक ठिकानों के आस-पास खुल रहे मदरसे भी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि वास्तव में वह जिहाद का प्रशिक्षण सैन्य ठिकानों के आस-पास रहकर ही लेते हैं। उन्हें सेना से जुड़ी गतिविधियों के बारे में गहरायी से जानकारी उपलब्ध हो जाती है। बाड़मेर एवं जैसलमेर जिलों में दिन-ब-दिन बढ़ रहे मदरसों व उनकी गतिविधियों को मात्र पांथिक समझना राज्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। पिछले दिनों जिहादियों और असामाजिक तत्वों द्वारा राज्य के हिन्दुत्वनिष्ठ लोगों पर सरेआम हमले किए गए, उनकी हत्याएं की गई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता सत्यनारायण की हत्या, श्रीगंगानगर के नगर प्रचारक पर तलवारों से हमला सहित अनेक घटनाएं यह दर्शाती हैं कि राज्य में हिन्दुत्व विरोधी, राष्ट्र विरोधी ताकतों ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है।NEWS
टिप्पणियाँ