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एक है उषा रानी, जिसे मीडिया ने मजाक बना दियासुश्री उषा रानी को मीडिया ने “रहस्यमयी महिला” करार दिया। फिर पता चला कि वह एक कैन्सर पीड़ित महिला है। पति ने उसे त्याग दिया है। कांची पीठ के शंकराचार्य उसके गुरु हैं। गुरु ने कठिन समय में उसकी आर्थिक मदद की थी। एक कैन्सर पीड़ित, परित्यक्ता महिला को मीडिया द्वारा “रहस्यमयी महिला” “भगोड़ी महिला” कहना मानवीय अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है। वह सेकुलर भारत में रहती है और उसका नाम है उषा रानी कुमारी, जाहीरा शेख नहीं, इसलिए शायद किसी स्वयंसेवी संगठन ने उसके दु:ख को उठाने की जरूरत नहीं समझी।-वी.ए. गोपाल, बंगलौर11
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