जलमग्न इलाकों में सेवामग्न स्वयंसेवक
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

जलमग्न इलाकों में सेवामग्न स्वयंसेवक

दशकों बाद लगभग आधा गुजरात बाढ़ की चपेट में आया। कई शहरों में 10-11 फुट पानी भर गया। इसके बावजूद संघ के स्वयंसेवकों और कई धार्मिक संगठनों ने बाढ़ पीड़ितों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी

by अरुण कुमार सिंह
Sep 5, 2024, 08:26 am IST
in भारत, विश्लेषण, संघ, गुजरात
बाढ़ पीड़ितों के बीच भोजन वितरित करते डॉ. हेडगेवार सेवा समिति के कार्यकर्ता

बाढ़ पीड़ितों के बीच भोजन वितरित करते डॉ. हेडगेवार सेवा समिति के कार्यकर्ता

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

इस समाचार के लिखे जाने तक गुजरात के कई जिले भयानक बाढ़ की चपेट में हैं। कई दिनों तक लगातार भारी वर्षा होने के कारण वडोदरा, द्वारका, मोरबी, राजकोट, आणंद, खेड़ा, अमदाबाद जैसे जिलों में जबरदस्त तबाही हुई। वडोदरा, राजकोट, द्वारका के कुछ क्षेत्रों में तो 10-11 फीट पानी खड़ा हो गया। सारे मकान जलमग्न हो गए। इस कारण लोगों को बड़ी परेशानी हुई। लगभग 30 लोगों की मौत हो चुकी है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बाढ़ की विभीषिका की जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने उन्हें हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।

इस बीच राज्य प्रशासन के साथ ही सेना के जवान भी बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में लगे। कई जगह लोगों को हेलिकॉप्टर से निकाला गया। इस आपदा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक और आनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ता अपने परिवारों के साथ सुरक्षित स्थानों पर जाने के बजाय, बाढ़ में फंसे नागरिकों, माताओं, बच्चों आदि को बाहर निकालने में लगे। दूर-दराज की झोपड़ियों में रहने वाले निवासियों के लिए भोजन पहुंचाया। राष्ट्रीय  स्वयंसेवक संघ, सौराष्ट्र के वरिष्ठ कार्यकर्ता पंकज रावल ने बताया कि स्वयंसेवकों ने जामनगर में 80 से अधिक लोगों को बचाया।

भोजन तैयार करते संत

उन्होंने यह भी कहा कि लालपुर, कलावड, पदधरी आदि इलाकों में कई ऐसी कई गर्भवती महिलाएं थीं, जिन्हें अस्पताल पहुंचाना आवश्यक था। स्वयंसेवकों ने इन महिलाओं को कैसे भी अस्पताल पहुंचाया। जामनगर में लगभग 2,000 भोजन के पैकेट वितरित किए गए। इसके अलावा राजकोट में एक रसोईघर शुरू किया गया, जिसमें हर दिन लगभग 1,000 लोगों को खाना खिलाया जा रहा है। टंकारा और जामनगर में लगभग 150 स्वयंसेवकों ने भोजन वितरित किया। वडोदरा में डॉ. हेडगेवार सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के साथ ही उनके लिए भोजन की भी व्यवस्था की। समिति से जुड़े दीप अग्रवाल ने बताया, ‘‘वडोदरा में ऐसी बाढ़ शायद ही पहले कभी आई होगी। इस कारण हर व्यक्ति परेशान है। डॉ. हेडगेवार सेवा समिति के कार्यकर्ता अपने डूबे घरों की चिंता छोड़कर अन्य लोगों की मदद कर रहे हैं। उन तक पानी और भोजन पहुंचा रहे हैं।’’

सामाजिक संगठनों के अलावा धार्मिक संगठन भी बाढ़ पीड़ितों की सेवा में लगे हैं। वडोदरा में बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामिनारायण संस्था (बी.ए.पी.एस.) के संत और अनुयायी बाढ़ पीड़ितों की सेवा में लगे। संतों ने भोजन तैयार करने से लेकर उसके वितरण में भी भूमिका निभाई। इन संतों की देखरेख में अनुयायियों ने वडोदरा के सामा, कलाली, वडसर, चपाल, चांसद, वाघोडिया आदि क्षेत्रों में भोजन पैकेट वितरित किए। बी.ए.पी.एस. के मीडिया प्रभारी स्वामी ज्ञानानंद ने बताया, ‘‘28 अगस्त तक बी.ए.पी.एस. के संतों और अनुयायियों ने लगभग 25,000 लोगों के बीच भोजन के पैकेट बांटे, वहीं करीब 10,000 लोगों के लिए खिचड़ी की व्यवस्था की।’’



स्वामिनारायण संस्था, वडतालधाम से जुड़े ‘गोकुलधाम’ के संचालक संत शुकदेव प्रसाद दास जी ने बताया, ‘‘गोकुलधाम की ओर से जरूरतमंद परिवारों को 4,400 भोजन थाली के साथ 3,200 लोगों को सूखा भोजन और 140 लोगों को अनाज की किट दी गई।’’

वडतालधाम के कोठारी स्वामी संत वल्लभदास जी ने बताया कि जन्माष्टमी की रात से ही संत और साधक बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे हैं। वडतालधाम में भोजन तैयार कर नाव के जरिए बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाया जा रहा है। प्रतिदिन 5,000 से अधिक भोजन पैकेट बांटे जा रहे हैं। स्वामिनारायण संस्था के साथ ही कुछ जैन संगठन भी बाढ़ पीड़ितों की सेवा कर रहे हैं। ये कार्यकर्ता जगह-जगह राहत कार्य कर रहे हैं। द्वारका जिले का मुख्यालय खंभालिया भी बाढ़ की चपेट में है। विहिप के कार्यकर्ता प्रवीण सिंह कंछावा ने बताया कि खंभालिया में अनेक संगठनों के कार्यकर्ता बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए। 29 अगस्त को मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल ने खंभालिया सहित कुछ नगरों का हवाई सर्वेक्षण किया। उम्मीद है कि सरकार और सामाजिक संगठनों के सहयोग से गुजरात में जल्दी ही जनजीवन सामान्य हो जाएगा।

Topics: अक्षर पुरुषोत्तम स्वामिनारायण संस्थाDr. Hedgewar Seva SamitiAkshar Purushottam Swaminarayan Sansthaराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघRashtriya Swayamsevak Sanghपाञ्चजन्य विशेषडॉ. हेडगेवार सेवा समिति
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

Marathi Language Dispute

‘मराठी मानुष’ के हित में नहीं है हिंदी विरोध की निकृष्ट राजनीति

विरोधजीवी संगठनों का भ्रमजाल

वरिष्ठ नेता अरविंद नेताम

देश की एकता और अखंडता के लिए काम करता है संघ : अरविंद नेताम

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies