केरल: त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड ने कनेर के फूलों के पूजा में इस्तेमाल पर लगाया प्रतिबंध, ये हैं कारण
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत केरल

केरल: त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड ने कनेर के फूलों के पूजा में इस्तेमाल पर लगाया प्रतिबंध, ये हैं कारण

कनेर के फूलों में ग्लाइकोसाइड्स होते हैं जो हृदय पर प्रभाव डालते हैं। पौधे के सभी भाग विषैले होते हैं।

by Kuldeep Singh
May 10, 2024, 08:53 am IST
in केरल
Travankor Devaswam board bans Arali flower

प्रतीकात्मक तस्वीर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

अरली यानि कि कनेर के पुष्प का प्रसादम और नैवेद्यम में इस्तेमाल को लेकर केरल स्थित त्रावणकोर देवास्वाम बोर्ड ने बड़ा फैसला लेते हुए इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। बोर्ड ने अरली के फूलों के जहरीले होने की प्रबल अटकलों को ध्यान में रखते हुए ये एक्शन लिया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड के अध्यक्ष पीएस प्रशांत इसके बारे में जानकारी देते हुए कहते हैं कि अरली के फूलो को लेकर समुदायों के चिंताओं को ध्यान में रखते हुए इस तरह का निर्णय लिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब से इसका फूल पूजा में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। बोर्ड का यह फैसला आज से प्रभावी हो गया है।

इसे भी पढ़ें: Uttarakhand: पवित्र केदारनाथ धाम के कपाट खुले, PM मोदी की तरफ से CM ने की पहली पूजा, 10,000 श्रद्धालु रहे उपस्थित

इस फूल के इस्तेमाल पर बैन लगाने के मुख्य कारणों में से एक ये भी रहा कि हरिपद के रहने वाले सूर्य सुरेंद्रन ने कनेर की पत्ती को चबा लिया था। इसके बाद उनकी मौत हो गई थी। इसी तरह से एक गाय और उसके बछड़े ने भी कनेर की पत्तियों को चबा लिया था। दरअसल, गाय और बछड़ा थेंगमम में मंजू भवन के वासुदेव कुरूप के थे। हुआ कुछ यूं कि उनके पड़ोसी ने अरली के पौधे को काटा था। जब गाय और बछ़ड़े को चरने के लिए छोड़ा तो उन्होंने चारा समझ कनेर के पत्तों को खा लिया।

इसके बाद दोनों को ही अपच हो गया, वक्त के साथ गाय और बछड़ा कमजोर हो गए। डॉक्टरों ने इलाज किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ दोनों की मौत हो गई।

क्यों जहरीला होता है कनेर का फूल

बताया जाता है कि कनेर के फूलों में ग्लाइकोसाइड्स होते हैं जो हृदय पर प्रभाव डालते हैं। पौधे के सभी भाग विषैले होते हैं। आयुर्वेद में, कुछ तेल बनाने के लिए अरली के फूल को संशोधित और विषहरण किया जाता है। पीली और गुलाबी अरली का उपयोग पहले गांवों में बाड़ के रूप में किया जाता है।

Topics: Kaner flowerKaner poisonousसनातन धर्मsanatana dharmaकेरलtravancore devaswom boardत्रावणकोर देवास्वम बोर्डकनेर का फूलकनेर जहरीलाKerala
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

स्वामी दीपांकर

1 करोड़ हिंदू एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने की “भिक्षा”

Swami Dipankar

सावन, सनातन और शिव हमेशा जोड़ते हैं, कांवड़ में सब भोला, जीवन में सब हिंदू क्यों नहीं: स्वामी दीपांकर की अपील

Supreme court OBC reservation

केरल की निमिषा प्रिया को यमन में फांसी पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई, केंद्र से जवाब तलब

आरोपी मौलाना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर

बलरामपुर: धर्म की भूमि पर जिहादी मंसूबों की हार

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिम युवक ने हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदू लड़की को फंसाया, फिर बनाने लगा इस्लाम कबूलने का दबाव

Azamgarh Tamannah Ghar wapsi in Sanatan dharma

घर वापसी: तमन्ना ने अपनाया सनातन धर्म, प्रेमी संग मंदिर में रचाई शादी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

सावन के महीने में भूलकर भी नहीं खाना चाहिए ये फूड्स

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ विश्व हिंदू परिषद का प्रतिनिधिमंडल

विश्व हिंदू परिषद ने कहा— कन्वर्जन के विरुद्ध बने कठोर कानून

एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त

Ahmedabad Plane Crash: उड़ान के चंद सेकंड बाद दोनों इंजन बंद, जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

पुलिस की गिरफ्त में अशराफुल

फर्जी आधार कार्ड बनवाने वाला अशराफुल गिरफ्तार

वरिष्ठ नेता अरविंद नेताम

देश की एकता और अखंडता के लिए काम करता है संघ : अरविंद नेताम

अहमदाबाद विमान हादसा

Ahmedabad plane crash : विमान के दोनों इंजन अचानक हो गए बंद, अहमदाबाद विमान हादसे पर AAIB ने जारी की प्रारंभिक रिपोर्ट

आरोपी

उत्तराखंड: 125 क्विंटल विस्फोटक बरामद, हिमाचल ले जाया जा रहा था, जांच शुरू

उत्तराखंड: रामनगर रेलवे की जमीन पर बनी अवैध मजार ध्वस्त, चला बुलडोजर

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

स्वामी दीपांकर

1 करोड़ हिंदू एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने की “भिक्षा”

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies