उत्तराखंड : MDDA की लापरवाही हुई उजागर, नदी किनारे सरकारी जमीन पर हुए अवैध कब्जे
July 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तराखंड

उत्तराखंड : MDDA की लापरवाही हुई उजागर, नदी किनारे सरकारी जमीन पर हुए अवैध कब्जे

- सौ एकड़ भूमि पर होना था रिवर फ्रंट का काम, बाहरी प्रदेशों से आए लोगो ने किए कब्जे, सौ रु के स्टांप पेपर पर बिक रही है जमीन

by दिनेश मानसेरा
May 4, 2024, 10:21 am IST
in उत्तराखंड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

उत्तराखंड ब्यूरो / देहरादून । राजधानी के बीचों बीच बहने वाली रिस्पना नदी को सजाने संवारने और इसे साबरमती रिवर फ्रंट की तरह बनाए जाने की योजना को मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है। खूबसूरती तो क्या निखारी जाती उल्टा नदी किनारे सरकारी जमीनों पर बाहरी प्रदेशों  से आए लोगो ने राजनीतिक संरक्षण में अवैध कब्जे कर लिए और अब उसी जमीन को सौ सौ रू के स्टांप पेपर पर बेचा जाने लगा है।

कभी देहरादून में बारह मास बहने वाली रिस्पाना नदी को पुन जीवन देने के उद्देश्य से पिछली बीजेपी सरकार ने एक वृहद योजना तैयार की थी, इस नदी को साबरमती रिवर फ्रंट की तरह सजाया संवारा जाना था। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने नदी के दोनो तरफ अतिक्रमण हटाने और  बाग बचीचे बनाने का काम शुरू करवाया था।इस योजना में सौ एकड़ भूमि नदी किनारे की एमडीडीए को ट्रांसफर भी की गई थी ताकि वो यहां स्थल विकास का काम कर सके।

सीएम त्रिवेंद्र रावत के जाते ही ये योजना ठंडे बस्ते में दफन हो गई और जो भूमि एमडीडीए को दी गई थी वहां बाहरी राज्यों से आए लोगो द्वारा कब्जा ली गई ।इस भूमि को खुर्दबुर्द करने के लिए स्थानीय राजनीति संरक्षण ने भी बड़ी भूमिका निभाई और ये जमीन सौ सौ रू के स्टांप पेपर पर खरीदी बेची जाने लगी।

हालात इतने बत्तर हो गए कि रिस्पना नदी एक नाले में तब्दील हो गई और अवैध कब्जो से और भी बदसूरत हो गई। नदी की बदसूरती को छिपाने के लिए मुख्य मार्गो के पुलो पर पीडब्ल्यूडी एमडीडीए ने बोर्ड लगा दिए।फिलहाल ये नदी अवैध बस्ती बन गई जिसमे ज्यादातर एक विशेष समुदाय के लोगो ने  सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है।

एमडीडीए की लापवाही

मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण ने अवैध मलिन बस्तियों में हो रहे अतिक्रमण पर आंखे मूंदे रखी, जिला प्रशासन, नगर निगम ,सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी और राजस्व विभाग ने मिलकर सरकारी भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करना था जोकि उसने नही किया।

129 अवैध मलिन बस्तियों में है अवैध कब्जे

राजधानी देहरादून में  नगर निगम द्वारा किए गए एक सर्वे में 129 मलिन बस्तियों को चिन्हित किया गया है जिनमे एक वर्ग विशेष के लोग यूपी बिहार से आकर अवैध रूप से सरकारी जमीनों पर बस गए है। करीब एक लाख लोगो के 40 हजार मकान यहां नदियों नालों की जमीनों पर अवैध रूप से बन गए है।

नगर निगम जे चुनाव नजदीक है लिहाजा इन दिनों निगम परिसर में राजनीतिक गतिविधियां एका एक बढ़ गई है।देहरादून जिला प्रशासन इन अवैध बस्तियों को हटाने के लिए कमर कसे हुए है लेकिन राजनीतिक संरक्षण उन्हे फिलहाल काम नही करने दे रहा है।

Topics: uttarakhand newsउत्तराखंड समाचारअवैध कब्जाillegal occupationरिस्पना नदी पर अतिक्रमणencroachment on Rispana river
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Operation Kalanemi : साधु वेश में लगातार पकड़े जा रहे बांग्लादेशी, पाञ्चजन्य की मुहिम का बड़ा असर

उत्तराखंड : सीएम धामी ने की केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री से मुलाकात, जल विद्युत परियोजनाओं के क्रियान्वयन का किया अनुरोध

उत्तराखंड : PM मोदी से मिले सीएम धामी, उत्तराखंड के लिए मांगी सहायता

आरोपी

उत्तराखंड: 125 क्विंटल विस्फोटक बरामद, हिमाचल ले जाया जा रहा था, जांच शुरू

उत्तराखंड: रामनगर रेलवे की जमीन पर बनी अवैध मजार ध्वस्त, चला बुलडोजर

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

PM मोदी का मिशन : ग्लोबल साउथ के नेतृत्व के लिए तैयार भारत

अमृतसर : हथियारों और ड्रग्स तस्करी में 2 युवक गिरफ्तार, तालिबान से डरकर भारत में ली थी शरण

पंजाब : पाकिस्तानी जासूस की निशानदेही पर एक और जासूस आरोपित गिरफ्तार

छांगुर का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क बेनकाब : विदेशों में भी 5 बैंक अकाउंट का खुलासा, शारजाह से दुबई तक, हर जगह फैले एजेंट

Exclusive: क्यों हो रही है कन्हैयालाल हत्याकांड की सच्चाई दबाने की साजिश? केंद्र सरकार से फिल्म रिलीज की अपील

एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था  (File Photo)

अमदाबाद Boing दुर्घटना की रिपोर्ट ने कई देशों को चिंता में डाला, UAE और S. Korea ने दिए खास निर्देश

भारत में रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठिए

पूर्वोत्तर में फिर से अवैध घुसपैठ पर बड़ा प्रहार : दो दलों ने बाहर बाहर निकलने की उठाई मांग

राहुल गांधी खुद जमानत पर हैं और हमें जेल भेजने आये थे: हिमंत बिस्वा

आइए भारतीय सेना का हिस्सा बनिए : अग्निवीर से चिकित्सा कोर में भर्ती होकर करें देश की सेवा

…तो मैं आत्महत्या कर लूंगी : सामने आया ओडिशा पीड़िता का पत्र, लिखा- वो बार-बार मुझे धमकी दे रहे हैं

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies