‘उनकी पत्नियों के पास कितनी भारतीय साड़ियां हैं? अगर वो लोग अपने दफ्तर के बाहर अपनी पत्नियों की साड़ियों को जलाएंगे तो ही ये बात सिद्ध होगी कि वो लोग भारतीय सामानों का बहिष्कार कर रहे हैं।’ ये शब्द हैं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद के, जिन्होंने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के द्वारा चलाए जा रहे ‘इंडिया आउट’ पर ये तंज कसे हैं।
क्या है पूरा मामला
अगर आप इस पूरे मामले को समझने की कोशिश करेंगे तो एक बात निकलकर सामने आती है कि बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी यानि कि BNP इस्लामिक कट्टरपंथियों के समर्थन वाली पार्टी है। देश में आम चुनावों के वक्त से बीएनपी लगातार इंडिया आउट कैंपेन चला रही है। ये कैंपेन मालदीव के इंडिया आउट कैंपेन से मिलता जुलता है।
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द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश की विपक्षी पार्टी भी मालदीव से प्रेरित होकर इंडिया आउट कैंपेन चलाने की कोशिश कर रही है। इस कैंपेन को इसी साल 17 जनवरी को शुरू किया गया था। उस दौरान इसे भारत विरोधी मानसिकता से सने कुछ कथित एक्टिविस्ट और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने शुरू किया था। इसके जरिए इन सभी ने सोशल मीडिया पर भारत और भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की मांग की। हालांकि, इन लोगों को इनके ही देश में इनकी ही सरकार का समर्थन हासिल नहीं है।
भले ही बांग्लादेश में मालदीव से प्रेरित होकर इंडिया आउट कैंपेन चलाया जा रहा है। जबकि, वो मालदीव का हाल वो भूल गया कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू ने भारत विरोधी कैंपेन चलाया तो भारत ने लक्षद्वीप को प्रमोट कर दिया और उसकी परिणति ये हुई कि बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को 30 फीसदी अर्थव्यवस्था को नुकसान हो गया।
भारत से क्या लेता है बांग्लादेश
गौरतलब है कि इंडिया आउट का कैंपेन चलाने वाली विपक्षी पार्टियों को ये समझने की जरूरत है कि वो रोजमर्रा की चीजों तक के लिए भारत पर आश्रित हैं। बांग्लादेश के लोग रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भारत से भेजे जाने वाले सामानों पर निर्भर हैं। इनमें सब्जियां, तेल, कॉस्मेटिक, कपड़े, मोबाइल और गाड़ियां शामिल हैं। देश की बड़ी आबादी भारत से आने वाले लग्जरी आइटम जैसे- ज्वेलरी और फैशनेबल कपड़े भी खरीदती है। इतना ही नहीं, बांग्लादेश की इंडस्ट्री में भारत से एक्सपोर्ट होने वाले कच्चे माल से लेकर कॉटन और कुशल कारीगरों की भी काफी डिमांड है।
उल्लेखनीय है कि चीन के बाद भारत बांग्लादेश का दूसरा सबसे व्यापारिक साझीदार है। बांग्लादेश कुल मिलाकर 6.8 लाख करोड़ की वस्तुओं का आयात करता है, जिसमें से 1.15 लाख करोड़ रुपए का इम्पोर्ट बांग्लादेश भारत से करता है।
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