Taiwan को बेचे हथियार तो चिढ़े China ने लगा दी पांच अमेरिकी कंपनियों पर पाबंदी
July 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Taiwan को बेचे हथियार तो चिढ़े China ने लगा दी पांच अमेरिकी कंपनियों पर पाबंदी

चीन ने इस कार्रवाई से अमेरिका की कंपनियों और कुछ लोगों को एक चेतावनी जैसी दी है कि ताइवान को किसी तरह की मदद न दी जाए, न उससे किसी तरह की नजदीकी दिखाई जाए

by WEB DESK
Jan 9, 2024, 05:50 pm IST
in विश्व
Representational Image

Representational Image

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

चीन ने पांच अमेरिकी कंपनियों पर अपनी अमेरिका विरोधी भड़ास निकाली है। इन कंपनियों ने ताइवान को हथियार बेचने की ‘हिमाकत’ जो की थी। चीन के विदेश विभाग ने बताया है कि चीन के विदेशी प्रतिबंध विरोधी कानून के तहत पांच अमेरिकी सैन्य उत्पाद कंपनियों पर पाबंदी लगाई जा रही है।

पिछले दिनों अमेरिका की ओर से ताइवान को हथियार बेचने की एक नई पहल हुई थी। इसके साथ ही, गत कुछ समय में अमेरिकी प्रशासन ने कई चीनी कंपनियों तथा लोगों पर प्रतिबंध लगाए थे। इसी की प्रतिक्रिया के तौर पर चीन ने अमेरिकी रक्षा कंपनियों और उनसे जुड़े अधिकारियों पर पाबंदी का कदम उठाया है। एक तरह से चीन ने इस कार्रवाई से अमेरिका की कंपनियों और कुछ लोगों को एक चेतावनी जैसी दी है कि ताइवान को किसी तरह की मदद न दी जाए, न उससे किसी तरह की नजदीकी दिखाई जाए, क्योंकि वह ‘वन चाइना का हिस्सा’ है। ऐसा करना चीन के अंदरूनी मामलों में दखल की तरह लिया जाएगा।

चीन ने जिन पांच अमेरिकी कंपनियों पर पाबंदी लगाई है वे हैं—बेई लैंड एंड वेपन्स सिस्टम्स, यूनाइटेड टेक्नोलॉजीज सिस्टम्स ऑपरेशंस, एयरोवायरनमेंट, वायासैट तथा डाटा लिंक सॉल्यूशंस। ये सभी नामी कंपनियां हैं और पांचों ने ताइवान को अमेरिकी हथियार बिक्री परियोजना के तहत रक्षा उपकरणों के करार किए हैं।

जैसे, बेई कंपनी इसी साल बख्तरबंद वाहन और नए हाइब्रिड लड़ाकू वाहन ताइवान को देने की तैयारी में है। इसी कंपनी की ताइवान सेना से स्वचालित हॉवित्जर तोपों को लेकर भी बात चल रही है। एयरोवायरनमेंट कंपनी ताइवान को स्विचब्लेड मिसाइलें बेचने जा रही है। डाटा लिंक सॉल्यूशंस के लिंक-16 सामरिक डाटा लिंक का ताइवान सेना के कई लड़ाकू कमांड विभाग इस्तेमाल कर रहे हैं। वाईसेट कंपनी ने ताइवान की सेना को एक अनेक प्रकार से काम करने वाली सूचना वितरण प्रणाली बेची है, जो युद्ध के दौरान गुप्त इलेक्ट्रॉनिक जानकारियां दे सकती है।

चीन की ओर से पहले भी अनेक अवसरों पर कहा गया है कि ताइवान का मुद्दा चीन के मूलभूत हितों से जुड़ा है। ताइवान को अमेरिकी हथियारों की बिक्री से बिफरे चीन ने इधर कुछ साल में लॉकहीड मार्टिन, बोइंग डिफेंस तथा रेथियॉन जैसी बड़ी अमेरिकी सैन्य-औद्योगिक कंपनियों पर अनेक बार पाबंदियां लगाई हैं। इस बार चीन ने प्रतिबंधों को कड़ा करते हुए चीन में उन अमेरिकी कंपनियों की चल, अचल संपत्ति तथा अन्य सभी प्रकार की संपत्तियों को फ्रीज किया है, चीन की कंपनियों और व्यक्तियों को उनके साथ लेन—देन से मना किया है और उनके साथ किसी भी तरह का सहयोग वर्जित किया है।

दिसंबर 2023 के मध्य में अमेरिका के रक्षा विभाग ने कहा था कि ताइवान को 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर के रक्षा उपकरणों की बिक्री को मंजूरी दी गई है। वर्तमान बाइडन प्रशासन के सत्ता में आने के बाद से यह अमेरिकी हथियारों की ताइवान को 12वीं बार बिक्री हो रही है।

चीन ने कहा है कि अमेरिका का यह चलन ‘एक-चीन नीति’ तथा चीन-अमेरिका संयुक्त समझौतों, विशेषकर ’17 अगस्त समझौते का उल्लंघन करता है। यह बर्ताव चीन और अमेरिका की सान फ्रांसिस्को में हुई शिखर बैठक में तय हुईं राजनीतिक प्रतिबद्धताओं के भी इतर है। यह दर्शाता है कि अमेरिका के कुछ लोगों ने ताइवान को लेकर वादा खिलाफी की है।

इधर अमेरिका के रक्षा विभाग से जुड़ी एक एजेंसी ने कहा है कि ताइवान को हथियार देने के पीछे मकसद है ताइवान की सैन्य कमान, नियंत्रण, संचार तथा अन्य क्षमताओं को बढ़ाना तथा ताइवान की रक्षा क्षमताओं को और दृढ़ करना।

जानकारों का कहना है कि पहले अमेरिका ताइवान को मुख्य रूप से विमान, मिसाइल, ड्रोन तथा अन्य मुख्य युद्ध हथियार ही देता था। जबकि एक संपूर्ण प्रणाली बनाने के लिए लड़ाकू ताकत का गठन संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स, कमांड, नियंत्रण तथा नेटवर्क जरूरी है।

चीन की ओर से पहले भी अनेक अवसरों पर कहा गया है कि ताइवान का मुद्दा चीन के मूलभूत हितों से जुड़ा है। ताइवान को अमेरिकी हथियारों की बिक्री से बिफरे चीन ने इधर कुछ साल में लॉकहीड मार्टिन, बोइंग डिफेंस तथा रेथियॉन जैसी बड़ी अमेरिकी सैन्य-औद्योगिक कंपनियों पर अनेक बार पाबंदियां लगाई हैं। इस बार चीन ने प्रतिबंधों को कड़ा करते हुए चीन में उन अमेरिकी कंपनियों की चल, अचल संपत्ति तथा अन्य सभी प्रकार की संपत्तियों को फ्रीज किया है, चीन की कंपनियों और व्यक्तियों को उनके साथ लेन—देन से मना किया है और उनके साथ किसी भी तरह का सहयोग वर्जित किया है।

चीन का साफ संकेत है कि अमेरिका ‘एक-चीन नीति’ को माने तथा “ताइवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करे। इसके साथ ही अमेरिका चीन के साथ तय हुईं अपनी प्रतिबद्धताओं को लागू करे।

Topics: policyताइवानtaiwandealsweaponsone chinaचीनअमेरिकाamericasanctionsarmyChinaहथियारDefence
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

धर्मशाला में परम पावन दलाई लामा से आशीर्वाद लेते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री किरन रिजीजू

चीन मनमाने तरीके से तय करना चाहता है तिब्बती बौद्ध गुरु दलाई लामा का उत्तराधिकारी

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और जनरल असीम मुनीर: पाकिस्तान एक बार फिर सत्ता संघर्ष के उस मोड़ पर खड़ा है, जहां लोकतंत्र और सैन्य तानाशाही के बीच संघर्ष निर्णायक हो सकता है

जिन्ना के देश में तेज हुई कुर्सी की मारामारी, क्या जनरल Munir शाहबाज सरकार का तख्तापलट करने वाले हैं!

Nepal Rasuwagadhi Flood

चीन ने नहीं दी बाढ़ की चेतावनी, तिब्बत के हिम ताल के टूटने से नेपाल में तबाही

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

न्यूयार्क के मेयर पद के इस्लामवादी उम्मीदवार जोहरान ममदानी

मजहबी ममदानी

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

छत्रपति शिवाजी महाराज

रायगढ़ का किला, छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदवी स्वराज्य

शुभांशु की ऐतिहासिक यात्रा और भारत की अंतरिक्ष रणनीति का नया युग : ‘स्पेस लीडर’ बनने की दिशा में अग्रसर भारत

सीएम धामी का पर्यटन से रोजगार पर फोकस, कहा- ‘मुझे पर्यटन में रोजगार की बढ़ती संख्या चाहिए’

बांग्लादेश से घुसपैठ : धुबरी रहा घुसपैठियों की पसंद, कांग्रेस ने दिया राजनीतिक संरक्षण

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies