पुतिन का आदेश, 'अधिकारी न विदेशी शब्द बोलेंगे, न विदेशी कारों में चलेंगे और न विदेशी तकनीक प्रयोग करेंगे'
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

पुतिन का आदेश, ‘अधिकारी न विदेशी शब्द बोलेंगे, न विदेशी कारों में चलेंगे और न विदेशी तकनीक प्रयोग करेंगे’

रूस द्वारा एपल के आईफोन और तकनीक से मुंह मोड़ने के पीछे यह मान्यता है कि इनके जरिए अमेरिका रूसी सत्ता अधिष्ठान की जासूसी करता है

by WEB DESK
Aug 22, 2023, 12:25 pm IST
in विश्व
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

रूस की यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को कोई ओर—छोर नजर नहीं आ रहा है। दोनों ही पक्ष, अपनी अपनी ‘सफलताओं’ के दावे कर रहे हैं। दोनों पक्षों का जबरदस्त नुकसान हो चुका है। लेकिन पश्चिमी गुट की बैसाखियों के सहारे यूक्रेन भी नित नए पैंतरे रच रहा है। यह युद्ध कब थमेगा इसका कोई अंदाजा तक नहीं लग पा रहा है। ऐसी परिस्थिति में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने सरकारी अधिकारियों को आदेश जारी किया है कि विदेशी शब्दों, विदेश में बनी कारों और एपल के उपकरणों सहित पश्चिम की तकनीक का किसी तरह भी प्रयोग न करें।

मास्को से एक रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन ने आदेश भले ही कुछ दिन पहले दिया था, लेकिन उनके यहां के अधिकारी इस आदेश की पालना नहीं कर रहे हैं। खुद रूस के राष्ट्रपति रहे दिमित्री मेदवेदेव हाल में एक कार्यक्रम में विदेशी कारों के काफिले में पहुंचे थे। वह लक्जरी मर्सिडीज कार में आते—जाते हैं। ये और ऐसे कई उदाहरण हैं जिनमें अधिकारी विदेशी कारों का प्रयोग करते दिखते रहे हैं।

हैरानी की बात यह भी है कि भले राष्ट्रपति पुतिन के अधिकारियों को विदेशी कारें छोड़ने को कहा है, लेकिन पिछले ही दिनों रूस की कई सरकारी एजेंसियों ने विदेश में बनी कारें खरीदने के लिए 53 मिलियन से ज्यादा रूबल दिए हैं। रिपोर्ट बताती है कि रूस के रक्षा मंत्रालय, कृषि मंत्रालय तथा प्रौद्योगिकी रोस्टेक कॉर्पोरेशन के अधिकारी मोटे तौर पर पिछले माह जारी हुए आदेश के बाद भी एपल के गजेट्स प्रयोग करते देखे गए हैं।

विश्लेषक ओलेग इग्नाटोव का कहना है कि विदेश निर्मित कारों तथा एपल के उपकरणों का इस्तेमाल रोक देने के आदेश का लागू हो पाना कठिन होगा। इसकी वजह बताते हुए वे कहते हैं कि बाजार में इनको छोड़कर बहुत ज्यादा विकल्प नहीं हैं। बहुत सी विदेशी कंपनियां, पश्चिम की कंपनियां और कोरियाई कंपनियां, ये सब रूस के बाजार से जा चुकी हैं।

रूस के एक विश्लेषक हैं ओलेग इग्नाटोव, इनका कहना है कि विदेश निर्मित कारों तथा एपल के उपकरणों का इस्तेमाल रोक देने के आदेश का लागू हो पाना कठिन होगा। इसकी वजह बताते हुए वे कहते हैं कि बाजार में इनको छोड़कर बहुत ज्यादा विकल्प नहीं हैं। बहुत सी विदेशी कंपनियां, पश्चिम की कंपनियां और कोरियाई कंपनियां, ये सब रूस के बाजार से जा चुकी हैं। इसलिए किसी को सस्ती कार खरीदनी होती थी तो वह कोरियाई कार खरीदता था। लेकिन अब तो यह भी नहीं हो सकता है, क्योंकि रूस के बाजार में अब कोरियाई कंपनियां बची ही नहीं हैं। रूस की अपनी कारों के अलावा वहां के बाजार में चीनी कारें मौजूद हैं। ओलेग का कहना है कि रूस में अपनी कारों का उत्पादन अभी पर्याप्त नहीं है।

रूस द्वारा एपल के आईफोन और तकनीक से मुंह मोड़ने के पीछे यह मान्यता है कि इनके जरिए अमेरिका रूसी सत्ता अधिष्ठान की जासूसी करता है। अधिकारियों के साथ ही सरकारी कामकाज में एपल के गजेट्स को प्रतिबंधित करके राष्ट्रपति पुतिन एक तरह से उस आशंका को खत्म करना चाहते हैं। रूस की राज्य प्रोद्यौगिकी कंपनी ‘रोस्टेक’ ने अपने यहां इन उपकरणों का प्रयोग करना बहुत समय पहले से प्रतिबंधित कर रखा है। इस कंपनी को अमेरिका ने प्रतिबंधित किया हुआ है क्योंकि इसने यूक्रेन के विरुद्ध युद्ध में तकनीकी सहायता उपलब्ध कराई है।

रूस की सुरक्षा और गुप्तचर एजेंसियों ने बहुत पहले सावधान किया था कि अमेरिका एपल गजेट्स के माध्यम से रूस के महत्वपूर्ण सरकारी संस्थानों की जानकारियां उड़ा सकता है। खुद रक्षा अधिष्ठान ने इसे लेकर चिंता जताई थी। यूक्रेन पर हमला बोलने के एक महीने के अंदर ही इस तरह की बातें सुनाई देने के बाद पुतिन ने भी सरकार के विभागों में अमेरिकी फोन व अन्य गेजेट्स प्रतिबंधित करने की बात की थी।

Topics: moscowtechnologyपुतिनरूसiphonebanapplerussiaEspionageputinएपलukraincarsforeignsecurityDefence
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

रूस के राष्ट्रपति पुतिन: रूस ईरान के साथ खड़े होने का संकेत दे रहा है

क्या मॉस्को Iran को दे सकता है हथियार? प्रधानमंत्री Modi की ईरानी राष्ट्रपति से फोन पर बात के मायने क्या?

भारत में ईरान के उपराजदूत मोहम्मद जावेद होसैनी

‘ग्लोबल साउथ की आवाज भारत युद्धविराम कराए’-ईरानी राजदूत की अपील, पुतिन और किम ने धमकाया अमेरिका को

शौर्य में भी साथ बेटियां

ब्रह्मोस मिसाइल

दुनिया ने देखा S400 और Brahmos का कमाल, कई देशों से उठी ब्रह्मोस खरीदने की मांग

Iran Executed a man

ईरान में मोहसेन लैंगरनेशिन को फांसी: इजरायल के लिए जासूसी के झूठे आरोपों और यातना का दावा

रूस के राष्ट्रपति पुतिन एमनेस्टी इंटरनेशनल के क्रियाकलापों पर कड़ी नजर रखे हुए थे

रूस ने लगाई ‘एमनेस्टी’ पर रोक, देश विरोधी प्रोजेक्ट्स चलाने के आरोप में ताला जड़ा अंतरराष्ट्रीय ‘मानवाधिकार’ संगठन पर

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

गंभीरा पुल बीच में से टूटा

45 साल पुराना गंभीरा ब्रिज टूटने पर 9 की मौत, 6 को बचाया गया

पुलवामा हमले के लिए Amazon से खरीदे गए थे विस्फोटक

गोरखनाथ मंदिर और पुलवामा हमले में Amazon से ऑनलाइन मंगाया गया विस्फोटक, आतंकियों ने यूज किया VPN और विदेशी भुगतान

25 साल पहले किया था सरकार के साथ फ्रॉड , अमेरिका में हुई अरेस्ट; अब CBI लायेगी भारत

Representational Image

महिलाओं पर Taliban के अत्याचार अब बर्दाश्त से बाहर, ICC ने जारी किए वारंट, शीर्ष कमांडर अखुंदजदा पर भी शिकंजा

एबीवीपी का 77वां स्थापना दिवस: पूर्वोत्तर भारत में ABVP

प्रतीकात्मक तस्वीर

रामनगर में दोबारा सर्वे में 17 अवैध मदरसे मिले, धामी सरकार के आदेश पर सभी सील

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिम युवक ने हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदू लड़की को फंसाया, फिर बनाने लगा इस्लाम कबूलने का दबाव

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies