दिल्ली के पुराने किले में मिले महाभारत काल के साक्ष्य, मिट्टी के बर्तनों के साथ निकली देवताओं की मूर्तियां
July 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

दिल्ली के पुराने किले में मिले महाभारत काल के साक्ष्य, मिट्टी के बर्तनों के साथ निकली देवताओं की मूर्तियां

एएसआई के निदेशक वसंत स्वर्णकर के मुताबिक साइट से भगवान विष्णु, गज लक्ष्मी, भगवान गणेश की प्रतिमाओं के साथ स्लेटी रंग के मिट्टी के बर्तन मिले हैं।

by Masummba Chaurasia
Jun 4, 2023, 08:08 pm IST
in भारत, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिल्ली के पुराने किले से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को महाभारत काल से जुड़े सबूत मिले हैं। एएसआई के निदेशक वसंत स्वर्णकर के मुताबिक साइट से भगवान विष्णु, गज लक्ष्मी, भगवान गणेश की प्रतिमाएं मिली हैं। इतना ही नहीं पेंटेड ग्रे वेयर कल्चर (पीजीडब्लू) से जुड़े हुए कुछ मिट्टी के बर्तन भी मिले हैं।

आपको बतादें, पीजीडब्लू यानि चित्रित धूसर मृदभांड संस्कृति है, जो उत्तर भारत की तांबे और लोहे से संबंधित संस्कृति है। इस संस्कृति से जुड़े स्थानों पर लोहे के प्रयोग के सबूत मिलते हैं। इतना ही नहीं मिट्टी के ग्रे कलर के बर्तनों पर काले रंग से कुछ डिजाइन निर्मित होती है। एएसआई के निदेशक स्वर्णकर ने कहा कि अलग-अलग युगों को भिन्न-भिन्न मिट्टी के बर्तनों की शैलियों से दिखाया जाता है। उन्होंने बताया कि जो ग्रे कलर के बर्तन मिले हैं, उन पर काले धब्बे और स्ट्रोक डिजाइन के रूप में नर्मित हैं।

महाभारत काल से कैसे जुड़े हैं, ये मिट्टी के बर्तन ?
पहली बार 1940 से 1944 के बीच पीजीडब्लू के बारे में ज्ञात हुआ था। जिसके बाद पुरातत्वविद बीबी लाल को इससे जुड़ी कुछ जानकारी मिली थी, साल 1950 से 52 के बीच हस्तिनापुर में खुदाई के दौरान उन्हें इससे जुड़े सबूत मिले थे। जिसके बाद इस संस्कृति की 1100-800 बीसीई के बीच की तारीख को निर्धारित किया गया। आपको बतादें, महाभारत का युद्ध इसी दौरान ही हुआ था।

क्यों मान रहे महाभारत काल से जुड़ी हैं, ये चीजें ?
वसंत स्वर्णकर के अनुसार, वर्ष 1970 के दशक में पुरातत्वविद बीबी लाल ने दिल्ली के पुराने किले में पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ को खोजने के उद्देश्य से खुदाई प्रारंभ करवाई थी। जिसके बाद से सदियों से जमीन के नीचे दबी कई जगहें और उसने जुड़े प्रमाण खुदाई के बाद अब दिखाई दे रहे हैं। ये धरती की कई अलग-अलग तह में मिल रहे हैं। बीबी लाल के अनुसार, धरती की सबसे गहरी परत पेंटेड ग्रे वेयर कल्चर (पीजीडब्लू) ही मिली है, यही वजह है, कि उन्होंने पीजीडब्लू कल्चर को महाभारत के साथ जोड़ा है। एएसआई के निदेशक वसंत स्वर्णकर ने कहा कि इसी कारण से साइट पर जो चीजें प्राप्त हुईं हैं, उसे हम महाभारत काल की मान रहे हैं।

साइट पर कितने वर्षों तक चलेगी खुदाई ?
जानकारी के मुताबिक खुदाई वाले स्थान को इंद्रप्रस्थ एक्‍सकेवेशन साइट नाम दिया गया है। क्योंकि ये माना जाता है कि इंद्रप्रस्थ पांडवों की राजधानी था। वहीं वसंत स्वर्णकर ने बताया कि हमें कितने ही महाभारत काल से जुड़े सबूत क्यों न मिल गए हों, लेकिन हम फिर भी ये नहीं घोषित कर सकते हैं, कि ये साइट ही इंद्रप्रस्थ है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की उद्घोषण से पहले पूरी तरह जांच होनी जरूरी है। उन्होंने आगे बताया कि पूरी साइट की खुदाई होने में दो वर्षों का समय लगेगा। जिसके बाद ही किसी भी तरह के निष्कर्ष पर पहुंचेंगे।

Topics: खुदाई में महाभारत काल से जुड़े सबूत मिलेभारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभागएएसआई के निदेशक वसंत स्वर्णकरदिल्ली समाचारArchaeological Survey of Indiaदिल्ली का पुराना किलाDelhi Old FortMahabharata period evidenceLord VishnuGaja LakshmiLord Ganesha SculpturesPainted Gray Ware Culture
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Puri Jgannath temple renovation

पुरी श्रीजगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार का मरम्मत कार्य पूर्ण, 100 वर्षों तक सुरक्षित रहेगी संरचना

भरतपुर जिले में बहज गांव (राजस्थान) में हुई खुदाई, जहां सरस्वती नदी के प्रमाण मिले हैं

सामने आई सरस्वती!

अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री

दिल्ली में ‘ई-जीरो एफआईआर’ पहल लॉन्च, गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- साइबर अपराधियों पर अब होगी तुरंत कार्रवाई 

Bhagwan Narsingh Jayanti

भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु बने नृसिंह

अरविन्द केजरीवाल

सलाहकार नियुक्त कर बुरी फंसी AAP पार्टी : कोरोना काल में खजाने से लुटाए लाखों रुपए, अब होगी जांच

अदालत ने संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने का दिया था आदेश

संभल की मस्जिद जुमा, जामी या फिर जामा, कई नाम पर ASI ने जतायी आपत्ति, मुस्लिम पक्ष को लग सकता है झटका

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

छत्रपति शिवाजी महाराज

रायगढ़ का किला, छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदवी स्वराज्य

शुभांशु की ऐतिहासिक यात्रा और भारत की अंतरिक्ष रणनीति का नया युग : ‘स्पेस लीडर’ बनने की दिशा में अग्रसर भारत

सीएम धामी का पर्यटन से रोजगार पर फोकस, कहा- ‘मुझे पर्यटन में रोजगार की बढ़ती संख्या चाहिए’

बांग्लादेश से घुसपैठ : धुबरी रहा घुसपैठियों की पसंद, कांग्रेस ने दिया राजनीतिक संरक्षण

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies