सूली टांगने में ईरान और सऊदी अरब में आई सबसे ज्यादा तेजी!
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

सूली टांगने में ईरान और सऊदी अरब में आई सबसे ज्यादा तेजी!

मौत की सजा देने में इंडोनेशिया पहले स्थान पर है। रिपोर्ट में लिखा है कि 2022 के दौरान 70 फीसदी फांसी मध्य पूर्वी देशों तथा उत्तरी अफ्रीका में दी गई है

by WEB DESK
May 18, 2023, 12:00 pm IST
in विश्व
Representational Image

Representational Image

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

एक ताजा रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि दुनियाभर में फांसी देने के मामले कम होने की बजाय बढ़ रहे हैं। इसमें सबसे आगे हैं शिया मजहबी देश ईरान और सून्नी सऊदी अरब। रिपोर्ट बताती है कि 2021 के मुकाबले 2022 में सूली टांगने के मामलों में 53 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।

इसमें संदेह नहीं ​है कि अनेक देशों, विशेष रूप से इस्लामी देशों में कई अपराधों के लिए फौरन फांसी की सजा दी जाती है। उदाहरण के लिए, इस्लामी देश इंडोनेशिया में किसी की हत्या करने, आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त होने और नशे की तस्करी जैसे अपराधों में फांसी की सजा दी जानी आम बात है। एक अनुमान के अनुसार, इस वक्त भी इंडोनेशिया में ऐसे करीब 450 से ज्यादा अपराधी हैं जिन्हें सजाए—मौत सुनाई जा चुकी है।

अंतरराष्ट्रीय संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इस संबंध में अपनी ताजा रिपोर्ट में बताया है कि फांसी की सजा देने वाले देशों में ईरान तथा सऊदी अरब में सबसे आगे हैं। इन दोनों देशों में सजाए मौत के मामलों में वृद्धि देखी गई है।

एशिया की बात करें, तो मौत की सजा देने में इंडोनेशिया पहले स्थान पर है। रिपोर्ट में लिखा है कि 2022 के दौरान 70 फीसदी फांसी मध्य पूर्वी देशों तथा उत्तरी अफ्रीका में दी गई है। 2021 में जहां ईरान में 314 अपराधियों को फांसी पर टांगा गया था तो वर्ष 2022 में उसमें 83 फीसदी की बढ़त हुई और यह आंकड़ा 576 पर पहुंच गया, जिसके पीछे एक वजह तो वहां लंबा चला हिजाब विरोधी आंदोलन बताया जा रहा है।

सऊदी अरब में भी जहां 2021 में 65 अपराधियों को फांसी दी गई थी, तो वहीं 2022 में यह आंकड़ा 196 पर पहुंच गया था। इस तरह 2022 में ही सऊदी अरब में सूली टांगे जाने की सजा में तीन गुना वृद्धि दर्ज की गई है। जिन अन्य देशों में फांसी दिए जाने के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है उनमें हैं कुवैत, म्यांमार, फिलिस्तीन, अमेरिका और सिंगापुर।

इसी तरह सऊदी अरब में भी जहां 2021 में 65 अपराधियों को फांसी दी गई थी, तो वहीं 2022 में यह आंकड़ा 196 पर पहुंच गया था। इस तरह 2022 में ही सऊदी अरब में सूली टांगे जाने की सजा में तीन गुना वृद्धि दर्ज की गई है। जिन अन्य देशों में फांसी दिए जाने के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है उनमें हैं कुवैत, म्यांमार, फिलिस्तीन, अमेरिका और सिंगापुर।

कुल आंकड़े की बात करें तो वर्ष 2021 में दुनिया के 18 देशों में 579 अपराधियों को सजाए मौत दी गई थी। अगले साल, यानी 2022 में यह संख्या बढ़कर 20 देशों में कुल 883 अपराधियों को फांसी देने तक पहुंच गई थी। एमनेस्टी की रिपोर्ट बताती है कि विएतनाम, चीन और उत्तर कोरिया तैसे अनेक देशों में फांसी की सजा दिए जाने के आंकड़ों का ठीक—ठीक पता करना मुश्किल है, क्योंकि इन देशों द्वारा ऐसी चीजों की जानकारी छुपाई जाती है।

साल 2022 में इंडोनेशिया में जिन लोगों को फांसी दी गई उनमें से 94 फीसदी तो वे थे जिनको नशे की तस्करी व उससे जुड़े अन्य अपराधों में दोषी पाया गया था। एशिया प्रशांत इलाके में, बांग्लादेश में सबसे ज्यादा, 169 अपराधियों को सजाए—मौत दी गई थी। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 165 तथा पाकिस्तान में 127 लोगों को फांसी दी गई।

Topics: ईरानexecutionCourtसऊदीreporthangingIrangallowsdrugsAmnestyIndonesiacriminalsjail#hijabsaudiarabPakistanफांसी
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

ईरान से निकाले गए अफगान शरणा​र्थी   (फाइल चित्र)

‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के परखच्चे उड़ा रहे Iran-Pakistan, अफगानियों को देश छोड़ने का फरमान, परेशानी में ​Taliban

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि 'यदि भारत और पाकिस्तान के बीच समग्र वार्ता होती है, तो पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के प्रत्यर्पण का विरोध नहीं करेगा'

जिहादी हाफिज के बेटे तलहा ने Bilawal को बताया ‘नाम का मुसलमान’, बेनजीर पुत्र के विवादित बयान पर खिचीं तलवारें

DU के सिलेबस में बदलाव

DU के सिलेबस में बदलाव: अब पढ़ाया जाएगा सिखों की शहादत, हटाए गए इस्लाम-चीन-पाक चैप्टर

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

वैष्णो देवी यात्रा की सुरक्षा में सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies