'गरीबी' पर 'तरक्की' का मुलम्मा चढ़ाने में लगा है चालाक चीन!
May 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

‘गरीबी’ पर ‘तरक्की’ का मुलम्मा चढ़ाने में लगा है चालाक चीन!

चीन के लोग चीन में गरीबी पर बात तक नहीं कर सकते। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की कुल जमा कोशिश यही है कि उसकी छवि पर आंच न आने पाए

by WEB DESK
May 10, 2023, 02:30 pm IST
in विश्व
चीन की तरक्की दिखाती एक तस्वीर    (फाइल फोटो)

चीन की तरक्की दिखाती एक तस्वीर (फाइल फोटो)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

विस्तारवादी चीन की कम्युनिस्ट सत्ता नहीं चाहती कि देश जिन की काफी जनता गरीबी के जिन हालात से गुजर रही है वह दुनिया के सामने आए। लेकिन तो भी कुछ ‘गरीब’ मौका देखकर ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर देते हैं और अपना दुखड़ा सुना देते हैं ताकि दुनिया इसे जाने और हो सके तो उनकी तरफ से बहरी सत्ता के सामने मदद की गुहार लगाए। इधर चीन के चालाक शासक भी असली तस्वीर को दुनिया के सामने नहीं आने देने पर आमादा हैं। वे सोशल मीडिया से ‘गरीबी’ वाले वीडियो हटाने में जुटे हैं।

अमेरिका के एक बड़े अखबार ने चीनियों की इस चाल की पोल खोली है। इस अखबार की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने सोशल मीडिया से अपने यहां की गरीबी को दुनिया के सामने लाने वाले वीडियो हटा दिए हैं। इतना ही नहीं, अधिकारियों ने सख्त हिदायत दी हुई है कि कोई ऐसी हिमाकत न करे।

लेकिन क्या लोग मानेंगे? नहीं मानेंगे, इसी लिए ऐसे ‘गरीब’ चीनी लोगों पर बीजिंग की कड़ी नजर है और जहां तक जानकारी मिली है, उन पर सरकार शिकंजा कस रही है। रिपोर्ट आगे बताती है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जो नीतियां बनाई हैं उनकी वजह से आर्थिक रूप से लोगों को दिक्कतें आई हैं और सरकार के कान बंद होने की वजह से वे सोशल मीडिया पर अपना दुखड़ा रोते हैं। अब सरकार ने उस ‘दुखड़े’ को ही मिटाए डाल रही है। न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी! न दिखेगी ‘गरीबी’ तो ‘चमकेगी तरक्की’।

हू ने जो वीडियो बनाया उसमें वह चीनी महिला खाने को चावल तक नहीं खरीद पाने की पीड़ा सुनाते हुए रोती दिखाई गई है। उसमें उसके संघर्षमय जीवन की एक झलक दिखती है। प्रशासन ने हरकत में आते हुए फौरन वह वीडियो सोशल मीडिया से हटाया। इतना ही नहीं, कम्युनिस्ट राज का गुस्सा तब थमा जब हू के खातों को चीन के दो मशहूर वीडियो प्लेटफॉर्म से हमेशा के लिए बंद ही नहीं, प्रतिबंधित भी कर दिया गया।

हैरानी की बात है कि चीन अपने नागरिकों पर भरोसा भी नहीं करती है। वहां के ‘साइबरस्पेस’ के अधिकारियों ने गत मार्च में घोषणा करवा दी थी कि यदि कोई नागरिक सोशल मीडिया पर कोई वीडियो अथवा पोस्ट डालता है जिसमें जानते—बूझते तथ्यों को ‘जोड़-तोड़कर’ दिखाता है, गुटबाजी की बात करता है, कम्युनिस्ट पार्टी तथा सरकार की गलत छवि दिखाता है, नुकसानदेह जानकारी फैलाता है तथा आर्थिक व सामाजिक उन्नति को बाधा पहुंचाता है तो उसे सजा दी जाएगी। इतना ही नहीं, घोषणा यह भी की गई है कि चीन में अमीरी—गरीबी में अंतर या दिक्कतों को झेल रहे नागरिकों को भी किसी पोस्ट में दिखाना अपराध माना जाएगा।

आखिर यह मामला उभरा कहां और कैसे? यह मामला तब उभरा जब एक कंटेंट बनाने वाले हू नाम के एक आदमी ने चीन के शहर चेंगदू में रहने वाली 78 साल की एक विधवा का साक्षात्कार लिया। हू ने जो वीडियो बनाया उसमें वह चीनी महिला खाने को चावल तक नहीं खरीद पाने की पीड़ा सुनाते हुए रोती दिखाई गई है। उसमें उसके संघर्षमय जीवन की एक झलक दिखती है। प्रशासन ने हरकत में आते हुए फौरन वह वीडियो सोशल मीडिया से हटाया। इतना ही नहीं, कम्युनिस्ट राज का गुस्सा तब थमा जब हू के खातों को चीन के दो मशहूर वीडियो प्लेटफॉर्म से हमेशा के लिए बंद ही नहीं, प्रतिबंधित भी कर दिया गया।

और एक दिलचस्प बात। एक पोस्ट में कमेंट में जहां लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया में चीन की गरीबी का जिक्र किया तो उसे भी काटछांट दिया गया। यानी चीन के लोग चीन में गरीबी पर बात तक नहीं कर सकते। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की कुल जमा कोशिश यही है कि उसकी छवि पर आंच न आने पाए। शायद दिखाने को, कम्युनिस्ट पार्टी ने ‘गरीबी उन्मूलन’ की अपनी कोशिश तेज की है। 2021 में पार्टी ने जिनपिंग के राज में ‘गरीबी के विरुद्ध संघर्ष’ में चीन की ‘जीत’ का उत्सव मनाया था।

Topics: actionकम्युनिस्टcyberChinapartypovertystrictxinpingचीनcommunitbeijingcensorsocialmediapost
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और राष्ट्रपति शी जिनपिंग  (File Photo)

क्या जिनेवा वार्ता से नरम पड़ेंगे Tariff पर भिड़े US-China के तेवर? क्या सीधी होंगी ट्रंप और जिनपिंग की टेढ़ी नजरें?

रोबोट ने मचाया तांडव

चीन की फैक्ट्री में रोबोट ने मचाया तांडव, बेकाबू मशीन ने किए हमले, कई मजदूर घायल

Representational Image

पाकिस्तान विरोधी मोर्चे में भारत के साथ आया रूस, जिन्ना के देश के छूटे पसीने, फौरन अपना दूत मॉस्को रवाना किया

Encounter between army and terrorist

इस कांग्रेसी नेता ने कहा-युद्ध हुआ तो हार जाएगा भारत

Representational Image

क्या सीआईए करने जा रही है म्यांमार में बड़ी फौजी हलचल? वाशिंगटन गए हैं बांग्लादेश के इंटेलिजेंस अधिकारी!

पोखरा हवाईअड्डा परियोजना न केवल नेपाल की आर्थिक स्थिति पर खराब असर डाल रही है, बल्कि चीन की कर्ज जाल की रणनीति को भी उजागर कर रही है

चीन के चक्कर में अपना खजाना लुटा रहा गरीब नेपाल, करोड़ों के पोखरा हवाईअड्डा प्रोजेक्ट में बीजिंग की धांधली

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन

तुर्किये को एक और झटका: स्वदेशी जागरण मंच ने आर्थिक, उड़ान प्रतिबंध और पर्यटन बहिष्कार का किया आह्वान

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग   (फाइल चित्र)

भारत के खिलाफ चीन की नई चाल! : अरुणाचल प्रदेश में बदले 27 जगहों के नाम, जानिए ड्रैगन की शरारत?

मिर्जापुर के किसान मुन्ना लाल मिश्रा का बेटा राजकुमार लंदन में बना मेयर, गांव में खुशी की लहर

पेट में बच्चा था… पर रहम नहीं आया! : दहेज में कार ना मिलने पर बेरहम हुआ नसीम, बेगम मरियम को मार-पीटकर दिया 3 तलाक

अमृतसर में नहीं थम रहा जहरीली शराब का कहर : दिन-प्रतिदिन बढ़ रही मृतकों की संख्या, अब तक 24 की मौत

उत्तराखंड : जौनसार बावर जनजाति क्षेत्र में भी डेमोग्राफी चेंज, लोगों ने मुखर होकर जताया विरोध

‘ऑपरेशन केलर’ बना आतंकियों का काल : पुलवामा-शोपियां में 6 खूंखार आतंकी ढेर, जानिए इनकी आतंक कुंडली

सेलेबी की सुरक्षा मंजूरी रद, भारत सरकार का बड़ा एक्शन, तुर्किये को एक और झटका

आतंकी आमिर नजीर वानी

आतंकी आमिर नजीर वानी की मां ने कहा था सरेंडर कर दो, लेकिन वह नहीं माना, Video Viral

Donald trump want to promote Christian nationalism

आखिरकार डोनाल्ड ट्रंप ने माना- ‘नहीं कराई भारत-पाक के बीच मध्यस्थता’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies