फिर से जातीय लहर पर सत्तासीन होने की थी तैयारी, उच्च न्यायालय ने निकाली हवा
July 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

फिर से जातीय लहर पर सत्तासीन होने की थी तैयारी, उच्च न्यायालय ने निकाली हवा

by संजीव कुमार
May 5, 2023, 08:21 pm IST
in भारत
पटना उच्च न्यायालय

पटना उच्च न्यायालय

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बिहार में जातीय उन्माद पैदा कर राजद के सत्तासीन होने के सपने पर पटना उच्च न्यायालय ने अल्पविराम लगा दिया है। गत 6 माह से महागठबंधन के नेताओं द्वारा लगातार जातीय उन्माद वाले वक्तव्य दिए जा रहे थे। जातिगत जनगणना के प्रथम चरण के शुरू होते ही राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ चंद्रशेखर ने रामायण पर विवादित बयान दिया। दूसरे चरण के प्रारंभ होने पर आचार्य धीरेंद्र शास्त्री उपाख्य बागेश्वर बाबा के बिहार प्रवास पर बेतुके बयानों की होड़ लग गई। राज्य के दो दो मंत्रियों ने अपने दम पर उन्हें कार्यक्रम करने पर रोक देने की धमकी तक दे डाली। सवर्णों और विशेषकर ब्राह्मणों पर उल्टे पुल्टे बयान दिए जाने लगे। लगता था कि जातीय उन्माद के लहर पर महागठबंधन 2024 का लोकसभा चुनाव और 2025 का बिहार विधान सभा चुनाव में अपनी नैया पार कराने का जुगाड़ लगा रहा है। परन्तु पटना उच्च न्यायालय ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है। 

पटना उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कहा है कि जाति आधारित गणना पर अगले आदेश तक  तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाती है। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति के विनोद चंद्रन और न्यायमूर्ति मधुरेश प्रसाद की खंडपीठ ने एक साथ 5 याचिका पर सुनवाई कर यह फैसला सुनाया है। अपने फैसले में जाति आधारित जनगणना के तहत अब तक जुटाए गए डेटा को शेयर करने और इस्तेमाल करने पर भी पाबंदी लगा दी है। पटना उच्च न्यायालय का यह अंतरिम आदेश है। अगली सुनवाई 3 जुलाई को होगी।

पटना उच्च न्यायालय का मानना है कि जाति आधारित सर्वे एक प्रकार की जनगणना है। जनगणना करने का अधिकार सिर्फ केंद्र सरकार के पास है। राज्य सरकार जाति आधारित जनगणना नहीं करा सकती है। यह मौलिक अधिकार से जुड़ा मसला है। सर्वे और जनगणना में अंतर होता है। सर्वे में किसी खास समूह का डाटा एकत्रित कर उसका विश्लेषण किया जाता है, जबकि जनगणना में प्रत्येक व्यक्ति का विवरण इकट्ठा किया जाता है। जाति आधारित सर्वे एक प्रकार की जनगणना है और इसका अधिकार सिर्फ केंद्र सरकार के पास है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसे लगातार सही ठहराते रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा जाकर जातिगत जनगणना के दूसरे चरण की शुरुआत की थी। मुख्यमंत्री बार बार 1931 की जातिगत जनगणना का उद्धरण देते हैं। परंतु उस समय बिहार में सिर्फ 83 जातियां थीं। तथाकथित प्रगतिशील, स्वयंभू समाजवादी और वामपंथी दल समाज में जातिगत भेद के लिए ब्राह्मण को दोषी मानते हैं। लेकिन समय समय पर जातियों को अपने हिसाब से बांटने की साजिश कांग्रेस और समाजवादी व वामपंथी विचारधारा के राजनैतिक दल ही करते रहे हैं। 7 जनवरी, 2023 से प्रारंभ हुई जातिगत जनगणना में 214 जातियों का सर्वेक्षण हो रहा है। इसमें मुस्लिमों की 29 जातियां हैं। इसमें किन्नर को भी एक जाति माना गया है। जेपी आंदोलन से निकले राजनेता ही जाति उन्माद फैला रहे हैं। जबकि जेपी ने ‘जाति तोड़ो, समाज जोड़ो’ का नारा दिया था।

पूर्व विधान पार्षद और स्तंभकार हरेंद्र प्रताप पांडेय जातिगत जनगणना के स्वरूप पर सवाल उठाते हैं। उनका मानना है कि जिस प्रकार 1990 में आरक्षण के पक्ष – विपक्ष में सामाजिक विभाजन और सामाजिक कटुता का दंश देश ने झेला था, वैसा ही माहौल फिर से बनाने की कोशिश हो रही है।

Topics: caste politics in Biharबिहार न्यूज़caste politics
Share13TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर जारी किया गया स्मारक डाक टिकट

मृतक आर्यन

हत्या के आरोप में लालू यादव के भाई के दो पोते हुए गिरफ्तार

नौकरी के बदले जमीन लिखाने वाले बिहार को आगे नही बढा सकते : पीएम मोदी

Himanta Biswa sarma

लालू यादव के मुस्लिम आरक्षण वाले बयान पर हिमंत बिस्व सरमा का हमला, कहा-मुस्लिमों को आरक्षण देना है तो पाकिस्तान जाओ

Bihar bomb madarsa NCPCR

बिहार: धमाके के बाद मदरसे से गायब 14 बच्चे, 2 मौलवी गायब, NCPCR ने बम बनाने का सामान जब्त करने का दिया आदेश

दरभंगा मूर्ति विसर्जन जुलूस पर पथराव मामले में 13 आरोपी गिरफ्तार, पुलिस व्हॉट्सएप ग्रुप के 7 एडमिन की तलाश में जुटी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

प्रतीकात्मक तस्वीर

बलूचिस्तान में हमला: बस यात्रियों को उतारकर 9 लोगों की बेरहमी से हत्या

Chmaba Earthquake

Chamba Earthquake: 2.7 तीव्रता वाले भूकंप से कांपी हिमाचल की धरती, जान-माल का नुकसान नहीं

प्रतीकात्मक तस्वीर

जबलपुर: अब्दुल रजाक गैंग पर बड़ी कार्रवाई, कई गिरफ्तार, लग्जरी गाड़ियां और हथियार बरामद

China Rare earth material India

चीन की आपूर्ति श्रृंखला रणनीति: भारत के लिए नया अवसर

भारत का सुप्रीम कोर्ट

बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पर रोक लगाने से SC का इंकार, दस्तावेजों को लेकर दिया बड़ा सुझाव

भगवंत मान, मुख्यमंत्री, पंजाब

CM भगवंत मान ने पीएम मोदी और भारत के मित्र देशों को लेकर की शर्मनाक टिप्पणी, विदेश मंत्रालय बोला- यह शोभा नहीं देता

India US tariff war

Tariff War: ट्रंप के नए टैरिफ और भारत का जवाब: क्या होगा आर्थिक प्रभाव?

रील बनाने पर नेशनल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या कर दी गई

गुरुग्राम : रील बनाने से नाराज पिता ने टेनिस खिलाड़ी की हत्या की, नेशनल लेवल की खिलाड़ी थीं राधिका यादव

Uttarakhand Kanwar Yatra-2025

Kanwar Yatra-2025: उत्तराखंड पुलिस की व्यापक तैयारियां, हरिद्वार में 7,000 जवान तैनात

Marathi Language Dispute

Marathi Language Dispute: ‘मराठी मानुष’ के हित में नहीं है हिंदी विरोध की निकृष्ट राजनीति

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies