पिछले कई सालों की तरह पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हमले का सिलसिला साल 2022 में भी जारी रहा। पिछले एक साल में हिंदू समुदाय पर अमानवीय अत्याचार का स्तर सारी हदें पार कर गया। पिछले कुछ वर्षों में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ बलात्कार, हत्या, हिंदू धार्मिक संस्थानों पर हमले, जमीन हड़पना, जबरन मतांतरण एक सामान्य घटना बन गई थी।
2022 में बांग्लादेश में इस्लामवादियों द्वारा 154 हिंदू लोगों की हत्या कर दी गई और 424 हिंदू लोगों को इस्लामिक बदमाशों द्वारा मारने का प्रयास किया गया। इसी अवधि के दौरान 849 लोगों को जान से मारने की धमकी दी गई और उन हमलों में 360 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। इनमें से 62 लोग अब भी लापता हैं। 2022 में बांग्लादेश में 39 हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया और 27 हिंदू महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। 17 हिंदू महिलाओं की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई और 55 अन्य महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और बलात्कार करने का प्रयास किया गया। बांग्लादेश में 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2022 के दौरान 152 हिंदू महिलाओं को जबरन इस्लाम कबूल कराया गया।
बांग्लादेश हिंदू जातीय संघ के महासचिव गोविंद चंद्र प्रमाणिक द्वारा हस्ताक्षरित एक बयान में कहा गया है कि 2022 में बांग्लादेश में इस्लामवादियों द्वारा 128 हिंदू मंदिरों में आग लगा दी गई और तोड़फोड़ की गई। इसी अवधि के दौरान 481 हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी उपद्रवियों ने तोड़ दिया। विभिन्न मंदिरों से 72 हिंदू मूर्तियों की चोरी हुई। पिछले कई वर्षों में देश में हिंदू समुदाय पर अत्याचार के स्तर में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। 2022 में 40 लोगों को इस्लाम में कन्वर्ट के लिए मजबूर किया गया। 127 हिंदू व्यक्तियों का अपहरण कर लिया गया। 333 हिंदू लोगों को बीफ खाने के लिए मजबूर किया गया। 179 धार्मिक संस्थानों में बीफ फेंका गया।
इस्लामवादियों ने इसी अवधि में 129 बार हिंदू त्योहारों के आयोजन में बाधा डाली। इसके अलावा, बांग्लादेश में इस्लामवादियों द्वारा 51 हिंदू मंदिरों की भूमि पर कब्जा कर लिया गया। इस्लामवादी बदमाशों ने 319 मंदिरों को लूटा था। 2022 में हिंदू परिवारों के 519 घरों को इस्लामवादी बदमाशों ने आग के हवाले कर दिया था और 891 परिवारों पर हमला किया था। हिंदू परिवारों की 8990 एकड़ जमीन इस्लामवादियों ने हड़प ली, जिसमें से 6550 एकड़ संताल और त्रिपुरी पहाड़ी जनजातियों की थी। 35818 हिंदू परिवारों को उनकी पैतृक संपत्ति से इस्लामवादी द्वारा बेदखल करने की धमकी दी गई थी और पिछले साल 572 हिंदू परिवारों को बेदखल कर दिया गया था।
15115 हिंदू परिवारों को इस्लामवादी द्वारा बांग्लादेश छोड़ने की धमकी दी गई और 445 हिंदू परिवारों को देश छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। कुल 1 लाख 96 हजार हिंदू परिवारों ने सूचित किया है कि उन्हें इस्लामवादी द्वारा धमकी दी जा रही है और वे अपने स्थान पर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इनके अलावा अक्टूबर 2022 में इस्लामवादियों द्वारा दुर्गा पूजा उत्सव पर 35 हमले किए गए। 91 दुर्गा मूर्तियों को बांग्लादेश में कट्टरपंथियों द्वारा तोड़ दिया गया। पड़ोसी देश में दशकों से हिंदू समुदाय के खिलाफ उत्पीड़न जारी है, जिसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश में हिंदू आबादी में तेजी से कमी आई है। 1971 में 22 प्रतिशत से घटकर 2022 में हिंदू आबादी 7.9 प्रतिशत हो गई है। लेकिन अभी भी बांग्लादेश में हिंदू समुदाय द्वारा सामना की जाने वाली कठोर चुनौतियों का दस्तावेजीकरण करने के लिए कोई यूरोपीय प्रचार मीडिया नहीं है।
गौरतलब है कि 2021 में भी 46 हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया, और 411 से अधिक हिंदू महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की गई। 32 हिंदू लोगों को कट्टरपंथियों द्वारा गोमांस खाने के लिए मजबूर किया गया और उसी वर्ष 252 हिंदुओं को मार दिया गया।
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