नेपाल पर कसने लगा चीन का 'प्रचंड' कब्जा!
July 17, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

नेपाल पर कसने लगा चीन का ‘प्रचंड’ कब्जा!

पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड के नेपाल का प्रधानमंत्री बनने के दूसरे ​ही दिन यह चीनी टीम नेपाल में आई है। इससे उन कयासों को बल मिला है कि चीन अब सिर्फ रेल ही नहीं, बल्कि हर क्षेत्र में नेपाल पर अपनी चलाएगा

by WEB DESK
Dec 28, 2022, 12:00 pm IST
in विश्व
प्रचंड और शी जिनपिंग   (फाइल चित्र)

प्रचंड और शी जिनपिंग (फाइल चित्र)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नेपाल में जैसी कि आशंका थी, अब ठीक उसी के अनुरूप होता दिखने लगा है। एक माओवादी नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता की कमान हाथ में लेने के साथ ही चीन ने हिमालयी देश पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। नेपाल की प्रचंड सरकार के होते अब उसे वैसे भी कोई खटका नहीं रहा है। प्रचंड नेपाल के ही हस्तक माने जाते हैं और विशेषज्ञों के अनुसार, कम्युनिस्ट विचारधारा के अनुसार ही चलते हुए वे चीन को हर तरह की छूट दे सकते हैं। काठमांडू से आया ताजा समाचार यह है कि वहां चीन के विशेषज्ञों का एक दल पहुंचा है, ‘नेपाल—चीन रेल लाइन बिछाने की संभावनाएं तलाशने’ के लिए।

काठमांडू स्थित चीनी दूतावास ने बाकायदा एक बयान जारी करके कहा है कि चीन-नेपाल क्रॉस-बॉर्डर रेलवे के सर्वेक्षण हेतु विशेषज्ञों की टीम काठमांडू पहुंच चुकी है।

27 दिसम्बर को यह चीनी टीम नेपाल-चीन क्रॉस-बॉर्डर रेलवे लाइन के बनने की संभावनाओं पर काम करने काठमांडू पहुंची

चीन अब सिर्फ रेल ही नहीं, बल्कि हर क्षेत्र में नेपाल पर अपनी चलाएगा। हिमालयी राष्ट्र पर अब कम्युनिस्ट चीन के कथित हस्तकों का राज जो है। 27 दिसम्बर को यह चीनी टीम नेपाल-चीन क्रॉस-बॉर्डर रेलवे लाइन के बनने की संभावनाओं पर काम करने काठमांडू पहुंची है।

नेपाल में पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड के प्रधानमंत्री बनने के दूसरे ​ही दिन यह चीनी टीम नेपाल में आई है। इससे उन कयासों को बल मिला है कि चीन अब सिर्फ रेल ही नहीं, बल्कि हर क्षेत्र में नेपाल पर अपनी चलाएगा। हिमालयी राष्ट्र पर अब कम्युनिस्ट चीन के कथित हस्तकों का राज जो है। 27 दिसम्बर को यह चीनी टीम नेपाल-चीन क्रॉस-बॉर्डर रेलवे लाइन के बनने की संभावनाओं पर काम करने काठमांडू पहुंची है। 26 दिसम्बर को ही चीन के करीबी कहे जाने वाले कम्युनिस्ट नेता प्रचंड ने उस देश में तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है।

इसके बाद से ही चीनी दूतावास में गहमागहमी बढ़ना भी संकेत करता है कि वहां बड़ा सुकून सा महसूस किया जा रहा है। चीनी दूतावास ने ट्विटर पर लिखा है कि ‘चीन-नेपाल क्रॉस-बॉर्डर रेलवे की व्यावहारिकता के अध्ययन तथा सर्वेक्षण के लिए विशेषज्ञ टीम के मंगलवार को काठमांडू पहुंचने पर मिशन प्रमुख वांग शिन ने उनका स्वागत किया’। चीनी दूतावास के प्रवक्ता का ट्वीट कहता है, ‘यह दोनों देशों के बीच एक खास परियोजना है। चीन सीमा से सटे नेपाल को बदलने की दिशा में यह एक ठोस कदम है’।

नेपाल सीमा पर चीन के कब्जे के स्पष्ट दस्तावेजी सबूत मिलने के बावजूद वह पहले भी नेपाल में परोक्ष दखत देने की कोशिशें करता रहा है। इसी साल फरवरी में नेपाल की संसद ने अमेरिका के बहुचर्चित 500 मिलियन डॉलर के सहायता कार्यक्रम-मिलेनियम चैलेंज कॉरपोरेशन—को स्वीकृति दी थी। तब चीन ने नेपाली नेताओं पर जबरदस्त दबाव डाला था कि अमेरिका को किसी तरह के काम में शामिल न करें, लेकिन देउबा सरकार उस दबाव को अनदेखा करने में कामयाब रही थी।

चीन की प्रतिक्रिया थी कि, अमेरिका को ‘दबदबे की कूटनीति’ करके दूसरे देशों की संप्रभुता को कमजोर नहीं करना चाहिए। विशेषज्ञ मानते हैं कि चीन अपनी महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड परियोजना के अंतर्गत ट्रांस-हिमालयी कनेक्टिविटी तथा अन्य बुनियादी ढांचे जैसे कामों के माध्यम से कभी हिन्दू राष्ट्र रहे नेपाल में अपनी जड़ें गहराता जा रहा है।

Topics: प्रचंडrailनेपालnetworkचीनamericabeijingnepalprachandPMChinacommunistkathmandu
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

एससीओ में जयशंकर

SCO में Jaishankar ने​ की पहलगाम जिहादी हमले की चर्चा, कहा-आतंकवाद पर नरम रवैया नहीं, तीखा प्रहार जरूरी

धर्मशाला में परम पावन दलाई लामा से आशीर्वाद लेते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री किरन रिजीजू

चीन मनमाने तरीके से तय करना चाहता है तिब्बती बौद्ध गुरु दलाई लामा का उत्तराधिकारी

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

Nepal Rasuwagadhi Flood

चीन ने नहीं दी बाढ़ की चेतावनी, तिब्बत के हिम ताल के टूटने से नेपाल में तबाही

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मदरसे के नाम पर चंदा मांगता था याकूब

उत्तराखंड: आठ और ‘कालनेमि’ गिरफ्तार, मदरसे के नाम पर चंदा वसूलता था याकूब, आस्था से खिलवाड़ करने वाले छोड़ रहे देवभूमि

बारिश के दौरान सुबह खाली पेट हल्दी वाला पानी पीने के फायदे

बोरोप्लस के भ्रामक विज्ञापन को लेकर इमामी कंपनी पर लगा जुर्माना

‘विश्व की नंबर वन क्रीम’ बताना बोरोप्लस को पड़ा महंगा, लगा 30 हजार का जुर्माना

एयर डिफेंस सिस्टम आकाश

चीन सीमा पर “आकाश” का परीक्षण, ऑपरेशन सिंदूर में दिखाई थी भारत की ताकत

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

10 लाख लोगों को मिलेगा मुफ्त AI प्रशिक्षण, गांवों को वरीयता, डिजिटल इंडिया के लिए बड़ा कदम

केंद्र सरकार ने ‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’ को मंज़ूरी दी है।

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना को मंज़ूरी, कम उत्पादन वाले 100 जिलों में होगी लागू

PM मोदी का मिशन : ग्लोबल साउथ के नेतृत्व के लिए तैयार भारत

अमृतसर : हथियारों और ड्रग्स तस्करी में 2 युवक गिरफ्तार, तालिबान से डरकर भारत में ली थी शरण

पंजाब : पाकिस्तानी जासूस की निशानदेही पर एक और जासूस आरोपित गिरफ्तार

छांगुर का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क बेनकाब : विदेशों में भी 5 बैंक अकाउंट का खुलासा, शारजाह से दुबई तक, हर जगह फैले एजेंट

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies