अखण्ड मातृभूमि की अनन्य भक्ति हमारी राष्ट्रीयता का मुख्य आधार है : श्री मोहन भागवत
Tuesday, March 21, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम भारत

अखण्ड मातृभूमि की अनन्य भक्ति हमारी राष्ट्रीयता का मुख्य आधार है : श्री मोहन भागवत

हिंदू राष्ट्र की अवधारणा की चर्चा हर तरफ हो रही है। कई लोग अवधारणा से सहमत हैं लेकिन 'हिंदू' शब्द के विरोध में हैं और दूसरे शब्दों का उपयोग करना पसंद करते हैं। हमें इससे कोई दिक्कत नहीं है। अवधारणा की स्पष्टता के लिए हम अपने लिए हिंदू शब्द पर जोर देते रहेंगे।

WEB DESK by WEB DESK
Oct 5, 2022, 05:34 pm IST
in भारत, संघ
Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail
https://panchjanya.com/wp-content/uploads/speaker/post-252895.mp3?cb=1664971497.mp3

विजयदशमी पर्व पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री डॉ. मोहन भागवत ने बुधवार को नागपुर में अपना उद्बोधन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा- प्रजातंत्र में प्रजा के मनोयोग से सहयोग का महत्व सर्वश्रुत है ही । नियमों का बनना, स्वीकार होना तथा अपेक्षा परिणाम ‌तक पहुँचना उसी से होता है। जिन नियमों से त्वरित लाभ होते हैं, अथवा कालांतर में कोई लाभ अथवा स्वार्थसिद्धि दिखाई देती हो उन्हें समझाना नहीं पड़ता। परन्तु जब देश के हित में या दुर्बलों के हित में अपने स्वार्थ को छोड़ना पड़े, वहाँ इस त्याग के लिए जनता सदैव तय्यार रहे इस लिए समाज में स्व का बोध व गौरव जगाए रखने की आवश्यकता होती है।

यह स्व हम सबको जोड़ता है। क्यों कि वह हमारे प्राचीन पूर्वजों ने प्राप्त किये सत्य की प्रत्यक्षानुभूति का सीधा परिणाम है। “सर्व यद्भूतं यच्च भव्यं” उसी एक शाश्वत अव्यय मूल की अभिव्यक्ति मात्र है, इसीलिए अपनी विशिष्टता पर श्रद्धापूर्वक दृढ़ रहते हुए सभी की विविधता, विशिष्टता का सम्मान व स्वीकार करना चाहिए, यह  बात सबको सिखाने वाला केवल भारत है। सब एक हैं इसलिए सबको मिलजुलकर चलना चाहिए, मान्यताओं की विविधता हमको अलग नहीं करती। सत्य, करुणा, अंतर्बाह्य शुचिता, तथा तपस् का तत्वचतुष्टय सभी मान्यताओं को साथ चलाता है। सभी विविधताओं को सुरक्षित व विकासमान रखते हुए जोड़ता है। उसी को हमारे यहां धर्म कहा गया। इन्हीं चार तत्वों के आधार पर सम्पूर्ण विश्व के जीवन को समन्वय, संवाद, सौहार्द तथा शान्ति पूर्वक चला सकने‌ वाले संस्कार देने वाली संस्कृति हम सबको जोड़ती है, विश्व को कुटुम्ब के नाते जोड़ने की प्रेरणा देती है। सृष्टि से लेकर हम सभी जीते हैं, फलते फूलते हैं। जीवने यावदादानं स्यात्प्रदानं ततोऽधिकम् की भावना हमें उसी से मिलती है। “वसुधैव कुटुंबकम्” की यह भावना तथा “विश्वं भवत्येकं नीडम्” यह भव्य लक्ष्य हमें पुरुषार्थ की प्रेरणा देता है।

हमारे राष्ट्रीय जीवन का यह सनातन प्रवाह प्राचीन समय से इसी उद्देश्य से इसी रीति से चलता आया है । समय व परिस्थिति के अनुसार रूप, पथ तथा शैली बदलती गयी परन्तु मूल विचार, गन्तव्य तथा उद्देश्य निरन्तर वही रहे हैं। इस पथ पर यह निरन्तर गति हमें अगणित वीरों के शौर्य और समर्पण से, असंख्य कर्मयोगियों के भीमपरिश्रम से तथा ज्ञानियों की दुर्धर तपस्या से प्राप्त हुई है । उनको हम सब अपने जीवन में अनुकरणीय आदर्शों का स्थान देते हैं। वे हम सबके गौरव निधान हैं। वे हमारे समान पूर्वज हमारे जुड़ने का एक और आधार हैं।

उन सभी ने हमारी पवित्र मातृभूमि भारत वर्ष के ही गुणगान किये है । प्राचीन काल से सभी प्रकार की विविधता को ससम्मान स्वीकार कर साथ चलाने का हमारा स्वभाव बना; भौतिक सुख की परमावधि पर ही न रुकते हुए अपने अन्तरतम की गहराइयों को खंगालकर हमने अस्तित्व के सत्य को प्राप्त किया; विश्व को अपना ही परिवार मानकर सर्वत्र ज्ञान, विज्ञान, संस्कृति व भद्रता का प्रसार किया इसका कारण यह हमारी मातृभूमि भारत ही है। प्राचीन काल में सुजल सुफल मलयजशीतल इस भारत जननी ने प्राकृतिक रीति से सर्वथा सुरक्षित अपनी चतु:सीमा में जो सुरक्षा व निश्चिंतता हमें दी उसी का यह फल है। उस अखण्ड मातृभूमि की अनन्य भक्ति हमारी राष्ट्रीयता का मुख्य आधार है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री डॉ. मोहन भागवत ने बुधवार को नागपुर में आयोजित विजय दशमी कार्यक्रम में शक्ति की साधना का आह्वान किया। इस अवसर पर उन्होंने शस्त्र पूजा भी की इस दौरान उनके साथ पहली बार महिला मुख्य अतिथि संतोष यादव मौजूद रहीं। संतोष दो बार माउंट एवरेस्ट फतेह करने वाली दुनिया की एक मात्र महिला हैं।

Topics: Mohan Bhagwat on Vijay Dashamiराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघसरसंघचालक श्री डॉ. मोहन भागवतEducation in mother tongueRashtriya Swayamsevak Sanghविजयदशमी पर सरसंघचालक का उद्बोधनअखण्ड मातृभूमि की अनन्य भक्तिNational NewsVijayadashamiसंघ की राष्ट्रीयता का मुख्य आधार हैराष्ट्रीय समाचारSarsanghchalak Shri Dr. Mohan Bhagwatहिन्दू राष्ट्र पर सरसंघचालकसंघ समाचारSarsanghchalak's speech on Vijayadashamiहिन्दू राष्ट्र पर मोहन भागवतSangh Newsविजयदशमी पर संघ का सन्देशin Nagpur The speech of the SarsanghchalakTrending Newsविजय दशमी पर मोहन भागवतthe exclusive devotion to the unbroken motherlandट्रेंडिंग समाचारमातृभाषा में शिक्षाis the main basis of the nationality of the Sanghश्री मोहन भागवतनागपुर में सरसंघचालक का उद्बोधनSarsanghchalak on the Hindu nationShri Mohan BhagwatSangh's message on VijayadashamiMohan Bhagwat on the Hindu nationविजयदशमी
Share7TweetSendShareSend
Previous News

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सनातन धर्म दोनों का भाव एकसमान है : पद्मश्री संतोष यादव

Next News

“ना भय देत काहू को ना भय जानत आप” ऐसा हिन्दू समाज खड़ा हो यह समय की आवश्यकता है : श्री मोहन भागवत

संबंधित समाचार

ISI के समर्थन से अमृतपाल बना रहा था “आनंदपुर खालसा फोर्स”

ISI के समर्थन से अमृतपाल बना रहा था “आनंदपुर खालसा फोर्स”

पंजाब में अलगाववादी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ पर कार्रवाई जारी, आज 34 लोग गिरफ्तार

पंजाब में अलगाववादी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ पर कार्रवाई जारी, आज 34 लोग गिरफ्तार

असम में टीका नहीं लगवाने वाले अस्‍पताल के अलावा कहीं नहीं जा सकेंगे

जरूरत से ज्यादा बोलते हैं राहुल गांधी : हिमंत बिस्व सरमा

भाजपा सबसे बड़ी पार्टी लेकिन ताकत को और चार गुना बढ़ाना है : जेपी नड्डा

भाजपा सबसे बड़ी पार्टी लेकिन ताकत को और चार गुना बढ़ाना है : जेपी नड्डा

ईंधन पाइपलाइन शुरू होने पर बांग्लादेश ने भारत को बताया सच्चा दोस्त

ईंधन पाइपलाइन शुरू होने पर बांग्लादेश ने भारत को बताया सच्चा दोस्त

असम : उग्रवादी संगठन ने बीटीआर में धन उगाही के लिए भेजा एसएमएस

असम : उग्रवादी संगठन ने बीटीआर में धन उगाही के लिए भेजा एसएमएस

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

उमेश पाल हत्याकांड : 5 लाख के इनामी शूटर गुलाम मोहम्मद के घर पर चला बुलडोजर

उमेश पाल हत्याकांड : 5 लाख के इनामी शूटर गुलाम मोहम्मद के घर पर चला बुलडोजर

मध्यप्रदेश : बारिश-ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान, चार दिन में आकाशीय बिजली गिरने से 22 की मौत

मध्यप्रदेश : बारिश-ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान, चार दिन में आकाशीय बिजली गिरने से 22 की मौत

साख के सौदागरों का सच से सामना

साख के सौदागरों का सच से सामना

पूर्व विधायक विजय मिश्रा की 1 करोड़ 84 लाख की संपत्ति कुर्क

बाहुबली विजय मिश्र को 5 साल की सजा

तिहाड़ से सत्येंद्र जैन का चौथा वीडियो आया सामने

ईडी ने सत्येंद्र जैन की जमानत का किया विरोध, कहा- गवाहों की जान को हो सकता है खतरा

श्रद्धा मर्डर केस : नार्को टेस्ट में सब राज उगलेगा आफताब, कोर्ट ने पुलिस को दिए ये आदेश

“आफताब खोज लेगा और मार देगा”, टुकड़ों में काटने की धमकी देता था, कोर्ट में चला श्रद्धा का वीडियो

महाराष्ट्र के बागी विधायकों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत

रामसेतु मामले पर जल्द सुनवाई करेगा सु्प्रीम कोर्ट, राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की है मांग

दिल्ली की कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को 4 मार्च तक सीबीआई रिमांड पर भेजा

दिल्ली आबकारी नीति घोटालाः मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 3 अप्रैल तक बढ़ी

गृह मंत्रालय ने हर्ष मंदर के एनजीओ की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा

गृह मंत्रालय ने हर्ष मंदर के एनजीओ की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा

खालिस्तान समर्थकों ने ब्रिटेन के बाद अब अमेरिका में भारतीय दूतावास को बनाया निशाना, अमृतपाल के समर्थकों ने की तोड़फोड़

खालिस्तान समर्थकों ने ब्रिटेन के बाद अब अमेरिका में भारतीय दूतावास को बनाया निशाना, अमृतपाल के समर्थकों ने की तोड़फोड़

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • राज्य
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • जीवनशैली
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • संविधान
  • पर्यावरण
  • ऑटो
  • लव जिहाद
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies