बिहार में 'तालिबानी' राज, एक सोशल पोस्ट पर अधिकारी की गिरफ्तारी
Friday, July 1, 2022
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • Subscribe
होम भारत

बिहार में ‘तालिबानी’ राज, एक सोशल पोस्ट पर अधिकारी की गिरफ्तारी

सोशल मीडिया में वायरल एक व्यंग्य को एक विशेष मजहब से जोड़कर देखा गया और इसके बाद मुख्य सचिव आमिर सुबहानी के इशारे पर बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के एक अधिकारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

संजीव कुमार by संजीव कुमार
Jun 21, 2022, 10:07 am IST
in भारत, बिहार
आलोक कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में संवाददाता सम्मलेन करते बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के पदाधिकारी

आलोक कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में संवाददाता सम्मलेन करते बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के पदाधिकारी

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

ऐसा लगता है कि बिहार में ‘तालिबानी’ राज चल रहा है। सोशल मीडिया में वायरल किसी भी पोस्ट को जबरन एक मजहब से जोड़ कर उसे मुख्य सचिव आमिर सुबहानी के पास भेज दिया जाता है और फिर इसके बाद जो होता है, वह तालिबानी राज की याद दिला देता है। एक ऐसी ही घटना बिहार प्रशासनिक सेवा के एक अधिकारी आलोक कुमार के साथ हुई है। बीपीएससी 41 वीं बैच के अधिकारी आलोक कुमार की छवि एक शांत और संयमित अधिकारी की है। अभी पटना के निर्वाचन विभाग में पदस्थापित हैं। हृदय रोग से पीड़ित आलोक कुमार ने 17 जून को बिहार प्रशासनिक सेवा संघ (बासा) के अधिकारियों के व्हाट्सएप ग्रुप में एक पोस्ट फॉरवर्ड किया था। ग्रुप के ही एक सदस्य ने आपत्ति व्यक्त की तो उन्होंने 10 मिनट के अंदर उस पोस्ट को हटा भी लिया। इसी बीच ग्रुप के ही एक अन्य सदस्य ने मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को वह पोस्ट फारवर्ड कर दिया। सुबहानी उस समय धर्मशाला में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल थे। बता दें कि आमिर सुबहानी अपनी मजहबी कट्टरता के लिए चर्चित हैं। उन्होंने आनन-फानन में सक्षम प्राधिकार को उक्त पोस्ट को फारवर्ड कर दिया। मुख्य सचिव की धमक ऐसी है कि उनके फारवर्ड पोस्ट को ही आदेश समझा गया और बगैर किसी जांच के आलोक कुमार को जेल में डाल दिया गया। उन पर आपत्तिजनक वाह्टसएप्प पोस्ट के माध्यम से सांप्रदायिक उन्माद व दंगा फैलाने तथा सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया गया है। यह एक संज्ञेय अपराध है। आलोक कुमार को आई.पी.सी.के धारा 353 ‘ए’ एवं आई.टी एक्ट, 2000 के 66 के तहत आरोप भी गठित कर दिया गया।

*चर्चित कार्टून में क्या है*

पुलिस की रिपोर्ट में एक बुजुर्ग व्यक्ति एक बच्ची को ट्रॉली में बिठाकर घुमा रहा है। उसी क्रम में एक अन्य व्यक्ति द्वारा प्रश्न किया जाता है- “पोती है“ तो ट्रॉली को धक्का देता व्यक्ति जवाब देता है- “नहीं मेरी नई बीबी“। इसे ही एक मजहब विशेष से जोड़ दिया गया।

Download Panchjanya App

*बासा पदाधिकारियों ने काला बिल्ला लगाकर विरोध किया*

बिहार प्रशासनिक सेवा संघ (बासा) के अधिकारियों ने इस तालिबानी फैसले का जमकर विरोध किया है। बासा के महासचिव सुनील कुमार तिवारी ने इसे अत्यंत खेदजनक बताया और पुलिस की रिपार्ट का जिक्र करते हुए बताया कि पुलिस ने आनन-फानन में यह निर्णय ले लिया। तथाकथित आपत्तिजनक पोस्ट कहीं से नागवार नहीं और न ही इससे दंगा फैलने का खतरा था। बिहार सरकार के पदाधिकारी कोई चोर, उच्चके या आतंकवादी नहीं हैं जो बिना किसी कारण जेल में डाल दिए जाएं। सरकारी पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने का एक प्रावधान होता है। संबंधित पदाधिकारी से बगैर पूछताछ किये सीधे जेल में डाल देना अत्यंत निंदनीय है।
बासा के पदाधिकारियों ने 20 जून को इस अविवेकी निर्णय के खिलाफ पूरे बिहार में काला बिल्ला लगाकार सरकारी कार्यों का निष्पादन किया। जब बासा के अधिकारी मुख्य सचिव से मिले तो उन्होंने इस घटना पर दुःख व्यक्त किया। बासा के पदाधिकारी भी मुख्य सचिव के आश्वासन पर तीन-चार दिन निगरानी के बाद आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।

Topics: बिहार'तालिबानी'आलोककुमारगिरफ्तारी
Share1TweetSendShareSend
Previous News

10 से 10 तक : प्रधानमंत्री ने लोगों के साथ किया योग, कहा- योग में विश्व शांति लाने की क्षमता

Next News

झारखंड में स्कूली छात्रों की पोशाक का रंग होगा हरा

संबंधित समाचार

बिहार में हिंदू आबादी घटी, मुस्लिम आबादी बढ़ी

बिहार में हिंदू आबादी घटी, मुस्लिम आबादी बढ़ी

नक्सली, जिहादी और चर्च के लोग जला रहे हैं बिहार को!!

नक्सली, जिहादी और चर्च के लोग जला रहे हैं बिहार को!!

जाति की जकड़न को मजबूत करने के लिए जातिगत जनगणना!!

जाति की जकड़न को मजबूत करने के लिए जातिगत जनगणना!!

राजीव कुमार होंगे अगले मुख्य चुनाव आयुक्त, 15 मई को संभालेंगे कार्यभार

राजीव कुमार होंगे अगले मुख्य चुनाव आयुक्त, 15 मई को संभालेंगे कार्यभार

थावे मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए खर्च होंगे दो सौ करोड़ रु.

थावे मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए खर्च होंगे दो सौ करोड़ रु.

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

जौनपुर में 30 करोड़ रूपये की जमीन से जिला प्रशासन ने हटवाया अवैध कब्जा

जौनपुर में 30 करोड़ रूपये की जमीन से जिला प्रशासन ने हटवाया अवैध कब्जा

सही शिक्षा का महत्व

सही शिक्षा का महत्व

बीजेपी की जीत पर अब्दुल ने बांटी मिठाई, पड़ोसियों ने लाठी डंडों से पीटकर किया अधमरा

सिख्स फार जस्टिस से रूपए लेकर खालिस्तानी नारे लिखने वाले तीन गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर से लाई जा रही 111 करोड़ की हेरोइन बरामद, चार गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर से लाई जा रही 111 करोड़ की हेरोइन बरामद, चार गिरफ्तार

फिर भाजपा के साथ खड़ा दिखेगा अकाली दल (बादल)

फिर भाजपा के साथ खड़ा दिखेगा अकाली दल (बादल)

वंदे मातरम् गायन के समय खड़े न होने वाले विधायक सउद आलम ने कहा, ”भारत अभी हिंदू राष्ट्र नहीं है’

वंदे मातरम् गायन के समय खड़े न होने वाले विधायक सउद आलम ने कहा, ”भारत अभी हिंदू राष्ट्र नहीं है’

हल्द्वानी लिटरेचर फेस्ट में जुटेंगे दिग्गज साहित्यकार, पाञ्चजन्य भी कर रहा है सहभागिता

हल्द्वानी लिटरेचर फेस्ट में जुटेंगे दिग्गज साहित्यकार, पाञ्चजन्य भी कर रहा है सहभागिता

शाहबाज पर गिरी गाज, लाहौर उच्च न्यायालय ने रद्द किया पंजाब से हमजा का चुनाव

शाहबाज पर गिरी गाज, लाहौर उच्च न्यायालय ने रद्द किया पंजाब से हमजा का चुनाव

खनन माफिया हाजी इकबाल के गैंग का सदस्य राशिद गिरफ्तार

सीबीआई ने माफिया अतीक के करीबी हमजा अंसारी को किया गिरफ्तार

लोकल से ग्लोबल बने ओडीओपी उत्पाद, सीएफसी संचालकों ने जताया मुख्यमंत्री का आभार

लोकल से ग्लोबल बने ओडीओपी उत्पाद, सीएफसी संचालकों ने जताया मुख्यमंत्री का आभार

  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping
  • Terms

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies